महिलाओं के मन में हमेशा यह प्रशन उठता है की गर्भ कितने दिनों में ठहरता है या गर्भ ठहरने के डेट कौनसी होती है? गर्भधारण होना पुरुष और महिला के स्वास्थ्य पर भी निर्भर करता है। कई महिलाये कन्सीव करने की सोचती है और यह नहीं हो पाता। इसका कारण यह भी सकता है के कोई शारीरिक कमियां हो। जैसे पीरियड का सहीं समय पर नहीं आना, ट्यूब का ब्लॉक होना, अंडे का सही से नहीं बनना।

इनमे से कोई भी कारण हो सकता है। और ये कारण एबॉर्शन के बाद भी हो जाते है या डिलीवरी के बाद भी। ऐसा नहीं है के कुछ समय पहले आपने एबॉर्शन करवाया हो या आपकी डिलीवरी हुई हो तो यह समस्या इसके बाद भी हो जाती है। अगर आप लगातार आठ महीने से कोशिश कर रहे है और फिर भी प्रेगनेंसी नहीं हुई तो इसके लिए डॉक्टर से मिले वह आपकी जांच कर सही मेडिसिन देंगी ताकि गर्भ धारण हो सके।

नार्मल प्रक्रिया के अनुसार गर्भ धारण कब होता है?

प्रेगनेंसी हमेशा महिला और पुरुष के सम्बन्ध बनाने पर निर्भर करती है और इसका सही समय होना बहुत जरुरी होता है। क्योंकि एक निश्चित समय पर ही गर्भ धारण होता है। उस समय को महिला का ओवुलेशन पीरियड कहा जाता है और यह एक महीने में सिर्फ तीन दिन ही होता है।

गर्भ कितने दिनों में ठहरता है?

गर्भ ठहरने के लिए तीन दिन ही काफी होता है और उन तीन दिनों में एक दिन, यानी की लाखो शुक्राणु में से कोई एक शुक्राणु से गर्भ धारण होता है। क्योंकि सम्बन्ध बनाते समय लाखो शुक्राणु जाता है उनमे से कोई एक ही महिला के अण्डे को निषेचित कर पाता है।

वह तीन दिन कौन से है?

पीरियड्स शुरू होने के 14 से 17 दिनों के बिच यानी की अगर आपका पीरियड 1 तारीख को आया तो 14 तारीख से लेकर 17 तारीख तक आपका फर्टाइल पीरियड होगा। उस समय महिला का एग रैप्चर होता है और शुक्राणु से मिलने को तैयार होता है।

हर एक महिला का पीरियड साइकिल दो दिन आगे या दो दिन पीछे होता है। इस वजह से ओवुलेशन एक दो दिन आगे पीछे हो सकता है। अगर आप गर्भ धारण को सोच रहे है तो आठ दिन लेकर चले 12 तारीख से 20 तारीख तक इन दिनों में ही सम्बन्ध बनाये। और अगर गर्भ धारण करना नहीं चाहती है तो इन दिनों को अवॉयड करें।

Comments are disabled.