माँ बनने की ख़ुशी सिर्फ माँ बाप के लिए ही नहीं बल्कि परिवार के हर एक सदस्य के लिए बहुत ही बहुत ख़ास होती है, ऐसे में यदि महिला पहली बार माँ बन रही होती है, तो सभी यह सोचते है की लड़का होना चाहिए, परन्तु जैसा आप सोचते हैं वैसा हो ऐसा भी जरुरी नहीं है, लेकिन बड़े बुजुर्ग कई बार महिला के लक्षणों को देखकर अंदाजा लगा लिया करते थे की गर्भ में पल रहा शिशु लड़का है लड़की? लेकिन ऐसा भी नहीं होता की हमेशा उनके द्वारा बताई गई बात ही सच हो, तो आइये आज हम भी आपको ऐसे ही कुछ लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनसे आप पता कर सकते हैं की आपके गर्भ में पल रहा शिशु लड़का है लड़की।

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पेट में लड़का होने के लक्षण:-

मतली आती है:-

वैसे तो यह प्रेगनेंसी में आम बात होती है लेकिन यदि आपके गर्भ में लड़का है तो आपको उल्टियां बहुत अधिक आती है, खासकर सुबह होते ही, और जिन महिलाओ के पेट में लड़का होता है, उन्हें पूरे नौ महीने तक इस परेशानी का सामना करना पड़ता है।

पेट ज्यादा निकलने लगता है:-

यदि गर्भ में लड़का होता है तो आपका पेट अधिक निकलता है, परन्तु आपके शरीर पर चर्बी नहीं जमती है, जबकि गर्भ में यदि लड़की हो तो आपके शरीर पर फैट जमने लगता है।

खट्टा खाने का मन करता है:-

गर्भ में पल रहा शिशु यदि लड़का होता है तो महिला का अधिक खट्टा खाने का मन करता है, इसके अलावा महिला को मीठे खाने का मन नहीं करता है।

हार्ट बीट से:-

ऐसा कहा जाता है की यदि गर्भ में पल रहे शिशु की हार्टबीट 140 से अधिक होती है, तो इसका मतलब होता है की होने वाली संतान लड़की होगी परन्तु यदि हीट बीट सामान्य रहती है तो यह लड़का होने के संकेत होते है।

पसंद पर भी करता है निर्भर:-

ऐसा भी माना जाता है की यदि कोई गर्भवती महिला लड़के की चाह रखती है तो उसे लड़की होने के चांस ज्यादा होते है, और यदि कोई लड़की की चाह रखती है तो उसको लड़का होने के चांस ज्यादा होते है।

पैरों के बाल बढ़ना:-

वैसे पैरों के बाल बढ़ना आम बात है, लेकिन प्रेगनेंसी के समय यदि महिला के पैरों के बाल तेजी से बढ़ते हैं, तो इसका मतलब भी यही होता है की गर्भ में पल रहा शिशु लड़का होता है।

पति का वजन बढ़ने लग जाएँ:-

ऐसा भी कहा जाता है की यदि प्रेगनेंसी के समय स्त्री का वजन सामान्य ही रहे और पति का वजन बढ़ने लगे तो इसका मतलब ये होता है, की गर्भ में पल रहा शिशु लड़का होता है।

महिला का मुड यदि तेजी से बदलता है:-

यदि प्रेगनेंसी में समय महिला का स्वभाव अधिक मुड़ी जैसे की महिला अधिक नखरे वाली हो जाती है, तो इसका मतलब होता है की लड़का होने वाला है।

स्तन के साइज़ और निप्पल के रंग को देखकर:-

यदि महिला का ब्रैस्ट साइज़ असामान्य यानी महिला को ऐसा लगे की उसके स्तन का साइज़ अलग अलग सा लग रहा हो, और साथ ही निप्पल का रंग भी अधिक काला होने लग जाए तो इसका मतलब भी यही होता है की लड़का होगा।

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पेट में लड़की होने के लक्षण:-

चेहरे पर निखार आने लगता है:-

यदि गर्भ में पाक रहा शिशु लड़की होती है, तो महिला के गाल गुलाबी होने लगते है, चेहरे पर निखार आने लगता है, साथ ही स्किन भी खिली खिली लगती है।

वजन बढ़ता है:-

वजन भी गर्भ में लड़की के होने पर तेजी से बढ़ता है, साथ ही शरीर के भागो पर चर्बी भी जमने लगती है, जबकि गर्भ में लड़का होने पर ऐसा नहीं होता है।

मीठा खाने का दिल करता है:-

मीठे को खाने का शौक महिला को अधिक होता है, यदि गर्भ में पल रहा शिशु लड़की होती है तो, ऐसे में महिला नमकीन चीजो को कम और मीठी चीजो को खाना ज्यादा पसंद करती है।

पेशाब के रंग का बदलना:-

यदि गर्भवती महिला को गाढे पीले रंग का पेशाब अधिक आता है, तो यह भी इस बात का संकेत होता है की गर्भ में पल रहा शिशु लड़की होती है, जबकि यदि हल्का पीला होता है तो गर्भ में लड़के के होने के चांस ज्यादा होते है।

तो ये है कुछ लक्षण जिनसे आप पता कर सकते है की आपके गर्भ में लड़का है या लड़की लेकिन ये ऐसा भी नहीं है की ये बिलकुल सच है, यह केवल जानकारी के लिए है, इन लक्षणों को देखकर आप केवल अंदाजा लगा सकते है, क्योंकि ज्यादातर महिलाओ के गर्भ में लड़का या लड़की होने के दौरान ये देखें जाते है।

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