सावन का महीना बहुत ही पवित्र और पाठ पूजा वाला होता है सावन के दिनों में लोग लोग पूजा पाठ करने के साथ व्रत आदि भी करते हैं। साथ ही शराब पीना, मास खाना, अंडे खाना, आदि चीजों का सेवन बिल्कुल त्याग देते हैं। इसके अलावा सावन के महीने में बहुत ज्यादा बरसात भी होती है ऐसे में खाने पीने में जितनी सावधानी बरती जाये उतना ही अच्छा होता है। प्रेग्नेंट महिला को भी सावन में महीने में अपना अच्छे से ध्यान रखना चाहिए क्योंकि जितना अच्छे से अपना धयान रखती है उतना ही माँ व् बच्चे के लिए फायदेमंद होता है। खासकर खान पान में सतर्कता बरतनी महिला के लिए बहुत जरुरी होती है तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको प्रेग्नेंट महिला को सावन के महीने में क्या- क्या नहीं खाना चाहिए उसके बारे में बताने जा रहे हैं।
हरी पत्तेदार सब्जियां
हरी सब्ज़ियां पोषक तत्वों से भरपूर होती है लेकिन बरसाती मौसम में गर्भवती महिला को जितना हो सके हरी सब्ज़ियों को खाने से परहेज करना चाहिए। क्योंकि बरसाती मौसम में कीड़े बहुत पनपते हैं और अधिकतर हरी सब्जियां धरती में होती है तो ऐसे में इनमे कीड़ा होने चांस अधिक होते हैं। ऐसे में यदि इनका सेवन किया जाये तो पेट सम्बन्धी समस्या होने का खतरा रहता है ऐसे में बरसाती मौसम में हरी सब्जियों के सेवन से महिला को परहेज करना चाहिए।
मसालेदार भोजन
बरसात के मौसम में चटपटा और मसालेदार खाने की इच्छा बढ़ जाती है लेकिन गर्भवती महिला के लिए जरुरी होता है की महिला अपनी इस इच्छा पर थोड़ा कण्ट्रोल करे। क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान पाचन क्रिया थोड़ी कमजोर हो जाती है जिसकी वजह से भारी व् मसालेदार खाना पचाने में महिला को दिक्कत हो सकती है। और ऐसा होने पर महिला की पेट सम्बन्धी परेशानी बढ़ सकती है। इसीलिए गर्भवती महिला को बरसात के मौसम में मसालेदार खाना नहीं खाना चाहिए।
बैंगन
बरसात के मौसम में महिला को बैंगन की सब्ज़ी खाने से भी बचना चाहिए क्योंकि बैंगन में भी कीड़ा होने के चांस बहुत अधिक होते हैं। जिसकी वजह से पेट सम्बन्धी परेशानी या इन्फेक्शन आदि होने का खतरा बढ़ सकता है।
स्ट्रीट फ़ूड
प्रेग्नेंट महिला यदि कभी कभार स्ट्रीट फ़ूड खाना चाहे तो कभी कभी महिला किसी अच्छी जगह से खा सकती है। लेकिन बरसात के मौसम में महिला को स्ट्रीट फ़ूड खाने से बचना चाहिए। क्योंकि बरसात होने पर हर जगह मिट्टी भी उड़ती है, बरसात होती है तो ऐसे में साफा सफाई का ध्यान थोड़ा कम हो जाता है। और ऐसा खाना खाने के कारण महिला को सेहत सम्बन्धी परेशानी होने का खतरा बढ़ जाता है।
अंडे व् नॉन वेज
गर्भवती महिला को सावन के महीने में अंडे या नॉन वेज भी नहीं खाना चाहिए। क्योंकि सावन का महीना बहुत ही पवित्र होता है ऐसे में इस दौरान यदि पूजा पाठ में ध्यान लगाया जाये तो मन शांत रहता है जो महिला के मानसिक स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है और महिला को तनाव जैसी परेशानी से बचे रहने में मदद मिलती है। और ऐसा भी नहीं है की यदि महिला अंडे और नॉन वेज नहीं खाएगी तो इससे शरीर में कोई कमी हो जाएगी बल्कि ऐसी बहुत सी महिलाएं होती है जो इन चीजों का सेवन नहीं करती है। वो भी प्रेगनेंसी के दौरान स्वस्थ रहती है।
बासी खाना नहीं खाएं
गर्भवती महिला को बरसात के मौसम में बासी खाना तो बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए क्योंकि बासी खाना खाने से पेट में दर्द, गैस जैसी समस्या होने का खतरा अधिक होता है। इसके अलावा प्रेगनेंसी के दौरान बासी खाना खाने के कारण पेट में इन्फेक्शन होने का खतरा भी बढ़ जाता है।
ठंडी चीजें
सावन के महीने में गर्भवती महिला को ठंडी चीजों का सेवन भी नहीं करना चाहिए साथ ही जिन खाद्य पदार्थों की तासीर ठंडी होती है उनका सेवन करने से भी बचना चाहिए। क्योंकि ठंडी चीजों का सेवन करने से गले में इन्फेक्शन, सर्दी खांसी जैसी समस्या होने का खतरा होता है।
तो यह हैं कुछ चीजें जो सावन के महीने में गर्भवती महिला को नहीं खानी चाहिए यदि महिला इन चीजों का सेवन नहीं करती है। तो इससे माँ व् बच्चे के स्वास्थ्य को सही रहने में मदद मिलती है। इसके अलावा बरसाती मौसम से भी महिला को थोड़ा बच कर रहना चाहिए ताकि इन्फेक्शन फ्लू जैसी परेशानियों से महिला को बचे रहने में मदद मिल सकें।