प्रेगनेंसी में खून के धब्बे
यदि आपको पीरियड्स समय पर आते है, और इस बार आपके पीरियड मिस हो गए हैं तो हो सकता है की आप गर्भवती हो। लेकिन यदि आपके पीरियड्स दो चार दिन आगे पीछे हो जाएँ तो थोड़ा इंतज़ार करना सही होता है, और उसके बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए। साथ ही कई महिलाएं प्रेगनेंसी के पहले महीने अपनी माहवारी की तिथि के आस पास खून के धब्बे महसूस कर सकती है, ऐसे में यदि वो गर्भवती है तो हो सकता है की आपको केवल खून के धब्बे महसूस हो, और साथ ही बॉडी में प्रेगनेंसी के लक्षण भी दिखाई दे। साथ ही यदि आप गर्भवती है तो आपको पीरियड्स की तरह ब्लीडिंग की समस्या नहीं होती है। बहुत सी महिलाएं प्रेगनेंसी के शुरूआती दिनों में खून के धब्बे महसूस कर सकती है। आप चाहे तो प्रेगनेंसी को कन्फर्म करने के लिए एक बार घर पर ही टेस्ट करके भी देख सकती हैं।
प्रेगनेंसी में पीरियड होते हैं या नहीं?
जी नहीं, प्रेगनेंसी के दौरान पीरियड्स नहीं होते हैं क्योंकि महिला के पीरियड्स का बंद हो जाना ही महिला के गर्भवती होने का संकेत होता है। और यदि आपको पीरियड्स नहीं रुकते हैं तो इसका मतलब यही होता है की आप गर्भवती नहीं है, और यदि आपका गर्भ ठहर जाता है तो आपको पीरियड्स नहीं होते हैं। लेकिन कई महिलाओं को यदि पीरियड्स के दौरान खून के धब्बे महसूस होते हैं, जो की पीरियड्स के जैसे नहीं होते हैं तो यह गर्भपात, संक्रमण, इम्प्लांटेशन, मोलर प्रेगनेंसी, एक्टोपिक प्रेगनेंसी आदि के कारण हो सकता है।
प्रेगनेंसी के पहले महीने में रक्तस्त्राव होना
प्रेगनेंसी के कन्फर्म होने के बाद यदि आपको पेट में तेज दर्द, रक्तस्त्राव महसूस हो तो यह गर्भपात या एक्टोपिक प्रेगनेंसी का लक्षण हो सकता है। लेकिन कुछ महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान खून के धब्बे प्रेगनेंसी के पहले महीने में लग सकते हैं। ऐसा इसीलिए होता है क्योंकि यदि आप गर्भवती है तो उस दौरान बॉडी में उत्सर्जित होने वाले हॉर्मोन, और पीरियड्स के दौरान बॉडी में उत्सर्जित होने वाले हॉर्मोन आपस में जूझने लगते हैं जिसके कारण ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है। साथ इम्प्लांटेशन के कारण भी महिला को प्रेगनेंसी के पहले महीने में खून के धब्बे महसूस हो सकते हैं। इम्प्लांटेशन के दौरान निषेचित अंडा गर्भाशय से जुड़ता है जिसके कारण महिला को ब्लीडिंग हो सकती है।
प्रेगनेंसी के पहले महीने में खून के दाग लगने में कोई घबराने की बात होती है
जी हाँ, यदि केवल खून के दाग लगे तो ऐसा होना आम बात होती है, लेकिन यदि गर्भवती महिला को प्राइवेट पार्ट से खून का प्रवाह शुरूआती समय में अधिक हो, तो यह गर्भपात, एक्टोपिक प्रेगनेंसी का लक्षण हो सकता है। ऐसे में जितना जल्दी हो सके गर्भवती महिला को तुरंत डॉक्टर से राय लेनी चाहिए।
तो यह हैं प्रेगनेंसी के दौरान पीरियड्स से जुडी कुछ बातें, इसके अलावा यदि आप घर पर टेस्ट करती हैं और उसमे प्रेगनेंसी की रिपोर्ट पॉजिटिव आती है। और उसके बार आपको ब्लीडिंग बढ़ने लगती है तो ऐसे में यह गर्भपात का लक्षण हो सकता है। यदि आपको ऐसा महसूस हो तो आपको बिना देरी किये जितना जल्दी हो सके डॉक्टर से मिलना चाहिए।