नाख़ून हमारे शरीर का महत्वपूर्ण हिस्सा है। नाख़ून हमारी पर्सनालिटी को भी दर्शाता है। नाख़ूनो की केयर करना भी एक कला है। अक्सर हमने देखा है की लोग अपने नाखुनो को मेन्टेन रखने के लिए पार्लर पर बहुत सा खर्चा कर देते है। आमतौर देखने पर आता है की नखूनो पर ठीक से ध्यान न देने के कारण, सफ़ेद रंग के धब्बे पड़ जाते है। सफ़ेद निशान नाखुनो को कमजोर भी बनाते है। जिसके कारण नाख़ून टूटने लगते है, टूटे हुए नाख़ून हमारा इम्प्रैशन ख़राब कर देते है। किसी भी चीज़ को ठीक करने के लिए उसके कारण को जानना जरुरी है। नाखुनो का सफ़ेद पड़ने के अलग अलग कारण हो सकते है।
विटामिन और कैल्शियम की कमी
सामान्यत: विटामिन और कैल्शियम की कमी के कारण नाखुनो पर सफ़ेद निशान हो जाते है। आमतौर पर महिलाओं में कैल्शियम की कमी के कारण ही सफ़ेद निशान होते है। नाखुनो पर सफ़ेद निशान और बालो का रुखा और बेजान दिखना कैल्शियम की कमी को दर्शाता है। जिंक की कमी के कारण भी नाखुनो पर सफ़ेद निशान पढ़ जाते है।
एलर्जिक रिएक्शंस
कभी कभी कोई नया नेल पेंट या नया नेल रेमोवेर उपयोग करने से एलर्जिक रिएक्शन हो जाते है, जिस कारण नाखुनो पर सफ़ेद स्पॉट पढ़ जाते है।
बार बार पड़ने वाले सफ़ेद निशान किसी बड़ी बीमारी का भी कारण हो सकते है। मलेरिया और किसी विशेष प्रकार के बैक्टीरिया से भी सफ़ेद स्पॉट नाखुनो पर पढ़ जाते है। फंगल इन्फेक्शन होने पर भी नाखुनो पर सफ़ेद स्पॉट जल्दी जल्दी होने लगते है।
लिवर की बीमारी
अक्सर ये देखा गया है की, जिन लोगो को लिवर से सम्बंधित बीमारी हो , उनके नाखुनो पर भी सफ़ेद निशान पढ़ जाते है। एनिमिक होने से भी नाख़ून पर सफ़ेद धब्बे पढ़ जाते है।
सफ़ेद नाख़ून को ठीक करने के उपाय
इन सभी कारणो को जानने के बाद हमें ये देखना होगा की हम अपने नाखुनो की देखभाल कैसे करे की ये किसी बड़ी बीमारी या फंगल इन्फेक्शन वाली स्तिथि तक ना पहुंचे। और साथ ही जरुरी है की हमारे अच्छे इम्प्रैशन और पर्सनालिटी के लिए भी हमारे नेल्सअच्छे दिखे।
तेल से मसाज
चाय के पेड़ का तेल और ओलिव तेल को मिलाकर, नाखुनो पर मसाज करने से नाखुनो पर सफ़ेद दाग कम पड़ते है और नाख़ून का टूटना भी कम होता है। इस उपयोग को दिन में दो बार, एक सप्ताह लगातार करने से अच्छे परिणाम मिलते है।
६ बुँदे लैवेंडर आयल की १५ म. ल नारियल तेल में मिलाकर, १५ मिंट नाखुनो पर मसाज करने से सफ़ेद स्पॉट से छुटकारा मिलता है। लैवेंडर आयल की खास विशेषता है एंटी फंगल, जो सफ़ेद निशान फंगल इन्फेक्शन के कारण है उन्हें ठीक करने के लिए बहुत ही सहायक होगा।
कैल्शियम और मिनरल्स
नाखुनो पर सफ़ेद निशान, सबसे ज्यादा कैल्शियम, जिंक और मिनरल्स की कमी के कारण होते है। इसके लिए जरुरी है की हम संतुलित मात्रा में हरी सब्जिया , दाले, चिकन, अंडे, दूध, दही और फल अपने आहार में शामिल करे।
निम्बू के रस
कुछ बुँदे निम्बू के रस की ओलिव आयल में मिलाकर नाखुनो पर लगाने से भी नाखुनो के सफ़ेद स्पॉट को हटाने में फायदेमंद होता है। निम्बू का रस विटामिन सी से भरपूर होता है जो हमारे नेल्स के लिए बहुत ही फायदेमंद है, विटामिन्स की कमी को पूरा भी करेगा।
तो ये है नाख़ून के सफ़ेद होने के कारण और उन्हें ठीक करने के उपाय। इसके अतिरिक्त्त आपके नेलस पर फिर भी बार बार सफ़ेद स्पॉट पड़ते है , तो ये किसी बड़ी बीमारी का भी कारण हो सकता है। ऐसी स्तिथि में बिना देरी किये अपने डॉक्टर से मिले।