हरी सब्जियों को खाने के फायदों से हम सभी भली भांति परिचित है। लेकिन फिर भी बहुत से लोग इन सब्जियों को खाने से पहले नाक-मुँह सिकुड़ लेते है। सर्दियों के मौसम में मिलने वाली ये हरी सब्जियां जितनी देखने में सुन्दर लगती है उतनी ही खाने में भी। पालक, मेथी आदि हरी सब्जियों के बारे में तो आप जानते ही होंगे लेकिन इसके अलावा भी जिसका सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी होता है और वो है बथुआ।

बथुए को गेहूं के खेतों में उगाया जाता है। जब गेहूं की बुआई की जाती है तो अक्सर ये खरपतवार के रूप में उग जाता है। लेकिन फिर भी इसे खरपतवार नहीं माना जाता क्योंकि इसमें बहुत से पौष्टिक और लाभकारी गुण होते है। अधिकतर लोग इसका सेवन सर्दियों के दौरान साग के रूप में करते है जो बहुत ही स्वादिष्ट इंडियन शाकाहारी व्यंजन है।

बथुए का साग खाने का सबसे बड़ा फायदा हमारे पेट को होता है इसका सेवन करने से पेट में पथरी नहीं होती। इसकी ठंडी तासीर के चलते ये बढ़े हुए लिवर को सामान्य करने में भी मदद करता है। यूँ तो सभी इसका सेवन साग के रूप में करते है लेकिन कुछ लोग रायते में डालकर भी इसका सेवन करते है। ऐसे तो बथुए का साग हर रूप में हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है लेकिन सभी को इसके फायदों के बारे में पता नहीं होता। इसीलिए आज हम आपको बथुए के कुछ फायदे बताने जा रहे है। जिनकी मदद से आप भी जान जायेंगे की ये हरी सब्जी आपके लिए कितनी लाभकारी है।

बथुआ और उसका साग खाने के फायदे :-

1. पाचन शक्ति :

भूख न लगना, खाने का ठीक तरह से नहीं पचना, खट्टी डकारें, पेट फूलना आदि जैसी समस्या के लिए बथुए का साग खाना बहुत लाभकारी होता है। इसके सेवन से पाचन क्रिया बेहतर होती है जिससे ये सभी समस्याएं ठीक हो जाती है।

2. गुर्दे की पथरी :

बथुए का साग खाने से गुर्दे की पथरी में बहुत लाभ होता है। इसका सेवन करने से पेट और किडनी मजबूत और सेहतमंद होती है। स्टोन की समस्या के लिए बथुए के रस में शक्कर मिलाकर पीएं। इससे पथरी धीरे-धीरे टूटकर अपने आप बाहर निकल जाती है।

3. पेट की बीमारियां :

आज के समय में पेट से जुडी बीमारियां बहुत अधिक देखने को मिलती है। अगर आप भी अक्सर गैस, अपच, कृमि, पथरी, लकवा, ठिया या गुर्दे के किसी अन्य रोग से परेशान है तो बथुए का सेवन करना शुरू कर दें। इसके लिए आप बथुए के उबले हुए पत्तों में दही मिलाकर उसका सेवन करें।

4. पेट के कीड़े :

बच्चों के पेट में कीड़े होने पर भी बथुआ बहुत लाभकारी होता है। पेट में कीड़े होने यदि कुछ दिनों तक बच्चे को बथुए का साग खिलाया जाए तो इससे पेट के कीड़े मर जाते है। इसके अलावा आप बथुए के 1 कप रस में स्वादानुसार नमक मिलाकर भी इसका सेवन कर सकते है।

5. कब्ज :

कब्ज की समस्या दूर करने के लिए भी बथुए के साग का सेवन करना चाहिए। बथुआ खाने से अमाशय मजबूत होता है। इसे खाने से शरीर में स्फूर्ति और शक्ति भी आती है।

6. रक्त शुद्धि :

रक्त शुद्ध करने के लिए भी बथुआ बहुत लाभकारी होता है। सब्जी के रूप में यह एक बेहतर ब्लड पूरिफिएर है। इसके लिए बथुए को नीम की 4 से 5 पत्तियों को मिलकर एक साथ खाएं। इससे रक्त शुद्ध होगा और साफ़ भी होगा।

7. पीरियड्स :

जिन महिलाओं के पीरियड्स अच्छी तरह से नहीं आते या रुके हुए है उनके लिए भी बथुआ बहुत लाभकारी होता है। इसके लिए 2 चम्मच बथुए के बीज को 1 ग्लास पानी में तब तक उबालें जब तक पानी आधा न रह जाए। उसके बाद इसे छानकर पी लें। पीरियड्स अच्छी तरह आने लगेंगे।

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8. चर्म रोग :

इस समस्या के लिए बथुए को उबालकर उसका रस पियें। आप चाहे तो इसकी सब्जी बनाकर भी खा सकते है। ऐसा करने से सफ़ेद दाग, खुजली, फोड़े फुंसी, कुष्ट रोग में फायदा मिलता है। बथुए के उबले पानी से त्वचा धोने पर चर्म रोग ठीक होता है।

9. पीलिया :

पीलिया की शिकायत होने पर गिलोय के रस और बथुए के रस को बराबर मात्रा में मिलाकर एक बोतल में रख लें। और दिन भर में 25 से 30 ग्राम 2 बार इसका सेवन करें। पीलिया में राहत मिलेगी।

10. पेशाब की बीमारी :

पेशाब में जलन, या उस दौरान होने वाले दर्द को दूर करने के लिए आधा किलो बथुए को 3 ग्लास पानी में उबाल लें और इस पानी को छान लें। अब बथुए को निचोड़कर पानी निकाल लें और उसे छाने हुए पानी में मिला लें। फिर इसमें नींबू, जीरा, और थोड़ी सी काली मिर्च और सेंधा नामक मिलाकर इसका सेवन करें।

11. बवासीर :

बथुए का साग खाने से बवासीर में भी राहत मिलती है। इसके अतिरिक्त प्लीहा (तिल्ली) के बढ़ने पर भी उबले हुए बथुए में काली मिर्च और सेंधा नमक मिलाकर इसका सेवन करें। इससे ये समस्या अपने आप कम हो जाएगी।

12. इन्फेक्शन :

डिलीवरी के साथ होने वाले इन्फेक्शन में भी आप बथुआ का प्रयोग कर सकती है। इसके लिए 10 ग्राम बथुआ, अजवाइन, मेथी और गुड़ को मिलाकर 10 से 15 दिन तक इसका सेवन करें। आपकी समस्या दूर हो जाएगी।

13. आँखों के लिए :

बथुए के साग में विटामिन ए अच्छी मात्रा में पाया जाता है। जो आँखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करता है। आँखों में सूजन, लाली और दर्द जैसी समस्यायों के लिए भी आप बथुए के साग का प्रयोग कर सकते है।

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14. दांतों और मुंह के लिए :

मुंह से दुर्गन्ध आना, मुंह में अल्सर और पायरिया जैसी समस्यायों के लिए भी बथुआ बहुत लाभकारी होता है। इसके लिए बथुए के पत्तों को कच्चा चबाएं।

15. बालों के लिए :

बालों को सुन्दर, काला और घना बनाने के लिए आप बथुए का सेवन कर सकते है। क्यूंकि इसमें बहुत से विटामिन और मिनरल्स पाए जाते है जो बालों को अंदर से पोषण प्रदान करते है।

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