दूध पिलाने से स्तन में दर्द रहता है? तो इन्हें अपनाएं, स्तनपान करवाने से स्तन में दर्द होता है ऐसे करें उपाय, स्तनपान से स्तन में होने वाले दर्द से निजात पाने के टिप्स, ऐसे पाएं स्तनपान से होने वाले स्तन में दर्द से छुटकारा, dudh peelane se stan me dard rehta hain? aise karen upay, stanpaan se stan me hone vale dard se nijat paane ke tips, Breast pain during Breastfeeding
दूध पिलाने से स्तन में दर्द रहता है? तो इन्हें अपनाएं
जैसे ही नवजात शिशु का जन्म होता है, यदि उसके होने के बाद थोड़ी देर बाद ही बच्चे को दूध पिला दिया जाएँ तो वो बच्चे के लिए बहुत फायदेमंद होता है, और बच्चे को कम से कम छह महीने तक केवल माँ का दूध ही पिलाना चाहिए, उसके अलावा बच्चे को पानी भी नहीं देना चाहिए, और बच्चे को दिन में हर दो घंटे के बाद कम से कम चालीस मिनट के लिए दूध पिलाना चाहिए, और बच्चा जब तक एक स्तन में से पूरा दूध न पीये तब तक दूसरा स्तन न दें, दूध ख़त्म होते ही बच्चा अपने आप ही स्तन को छोड़ देता है, और दूसरे स्तन से दूध पीने लगता है।
स्तनपान कराने से महिला अपने बच्चे को रोगों से लड़ने के लिए सक्षम बनाने के साथ, बच्चे के विकास में भी बहुत मदद करता है, स्तनपान कराने से बच्चे का केवल शरीरिक रूप से ही नहीं बल्कि मानसिक रूप से भी बच्चे के विकास में मदद करता है, स्तनपान कराने से केवल बच्चे को ही नहीं बल्कि महिला को भी बहुत से फायदे होते है, और स्तनपान करवाने से बच्चे का विकास भी तेजी से होता है, और पहली बार यदि माँ स्तनपान करवाती है, तो ऐसे में वो महिला नर्स की भी मदद भी ले सकती है।
और महिला जब पहली बार स्तनपान करवाती है तो स्तनपान करते समय दर्द का अनुभव होता भी है, इसके अलावा और भी कई कारण होते है जिनके कारण आपको स्तन में दर्द होता है, जैसे की कई बार स्तन में बच्चे के दूध पीने के बाद भी जब दूध रह जाता है, इसके कारण भी स्तन में दर्द रहता है, या फिर जब बच्चे को भूख लगती है और उसके बाद जब बच्चे को पूरी तरह दूध नहीं मिल पाता है, ऐसे में बच्चा दूध पीने के लिए उसे खींचता है, जिससे स्तन में दर्द शुरू होता है।
स्तनपान कराने वाली महिला को स्तन की साफ़ सफाई का ध्यान भी रखना चाहिए, कई बार निप्पल में रुखा होने के कारण भी आपको स्तनपान करवाने के बाद दर्द का अनुभव हो सकता है, तो आइये आज हम महिलाओ की इस समस्या के समाधान के लिए कुछ टिप्स बताने जा रहे है, जिसके कारण आपको स्तनपान करवाते समय या स्तनपान करवाने के बाद दर्द का अनुभव नहीं होता है, और आपको इन तरीको का इस्तेमाल भी करना चाहिए यदि आप स्तन में दर्द होता है, जैसे ही बच्चा स्तनपान को पूरा कर लेता है।
स्तनपान कराते समय स्तन में दर्द के उपाय
स्तन में दूध न रहने दें
बच्चा जब भी माँ का दूध पीता है, तो कई बार बच्चे का पेट भर जाने के बाद जब बच्चा उस स्तन को छोड़ देता है, उसके बाद यदि स्तन में दूध रह जाता है, ऐसा होने पर भी महिला के स्तन में दर्द हो जाता है, और यदि आप इस समस्या से आराम पाना चाहते है, तो आप स्तन को अच्छे से पकड़ कर दूध को निकाल दें, ऐसा करने से आपके स्तन में दूध नहीं रह पाता है, कई बार दूध रहने के कारण स्तन में सूजन आदि की समस्या भी खड़ी हो जाती है, इसीलिए आपको दूध को अच्छे से निकाल देना चाहिए।
स्तन को रुखा न रहने दें
यदि आप अपने स्तन पर साबुन, सुगंधित क्रीम, और लोशन जिसमे अल्कोहल हो उसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, इससे स्तन में रूखापन आ जाता है, इससे भी स्तन में दर्द शुरू हो जाता है, इससे बचने के लिए आप लानौलिन का इस्तेमाल कर सकते है, आप लानौलिन से अच्छे से और हलके हाथो से अपने स्तनों की मसाज करें, और उसके बाद आप बच्चे को दूध पिलाने से पहले अच्छे से अपने स्तन को साफ़ करें, इसका इस्तेमाल करने से यदि आपको स्तन में दर्द की समस्या रूखेपन की वजह से है, तो आप आसानी से इससे निजात पा सकते है।
खिंचाव न होने दें
कई महिलाओ के स्तनों में दूध अच्छे से नहीं आ पाता है, जिसके कारण बच्चा जब दूध को अच्छे से नहीं पी पाता है, तो ऐसे में आपको बच्चे के दूध पीने में स्तन में खिंचाव उतपन्न होता है, जिसके कारण स्तन में दर्द होने लगता है, इसीलिए यदि आपको स्तन में अच्छे से दूध नहीं आता है, तो ऐसे कुछ घरेलू नुस्खे का इस्तेमाल करके आप आसानी से स्तन में दूध ला सकते है, इससे बच्चा आसानी से दूध पी सकता है, और इससे आपके स्तन में होने वाला खिंचाव भी नहीं होता है, जिससे स्तन में दर्द भी नहीं होता है।
मसाज करें
कई बार शुरूआती दिनों में स्तनपान कराने में आपको दर्द का अनुभव हो सकता है, क्योंकि कई बार स्तन में नसे एक दूसरे के साथ सटी होती है, जिसके कारण आपको स्तनपान कराने में कठिनाई अनुभव हो सकती है, ऐसे में इस समस्या से निजात पाने के लिए आप स्तन की अच्छे से मसाज कर सकते है, इससे आपके स्तनों में यदि गांठ होती है तो वो भी खुल जाती है, और साथ ही जब भी आप स्तनपान करवाती है या स्तनपान करवाने के बाद आपको किसी भी तरह के दर्द का अनुभव नहीं होता है।