हम सभी इस बात को जानते है के आजकल हमारे आसपास का वातावरण बहुत ही प्रदूषित हो चूका और साथ ही जिस हवा में हम सांस लेते है उसमे बहुत से खतरनाक वायरस और बैक्टीरिया मिल गए है। जिसके कारण लगभग हर किसी को खांसी, जुकाम और फ्लू बार बार होता ही रहता है।
ऐसे में एक गर्भवती महिला जिसका पहले से ही इम्युनिटी सिस्टम कमजोर हो चूका है, उसे कोई भी फ्लू और बैक्टीरिया आसानी से लगने की सम्भावना बनी रहती है। तो आइये आज हम आपको बताएंगे की गर्भवती महिलायें कैसे रखें घर पर ही अपना ख्याल।
सबसे पहले तो बहुत जरुरी है के गर्भवती महिलायें घर पर ही रहें। जब तब बहुत जरुरी ना हो तब तक घर से बाहर ना जाएँ। अपने हाथों की साफ़ सफाई का विशेष ध्यान रखें। क्योंकि आपके हांथो से ही जर्म्स आपके शरीर में प्रवेश करते है। हर काम करने से पहले हाथों को कम से कम 20 सेकंड तक हाथ धोये। यदि आप अपने कमरे में भी आराम कर रहे है तो भी कुछ समय के अंतराल पर हाथो को सैनिटाइज़र से क्लीन करते रहें।
हाथों की साफ़ सफाई के बाद ध्यान रखे की जो लोग भी बाहर से आपके घर आ रहें है तुरंत उनसे ना मिले। बाहर से आने के बाद सभी लोगों को हाथों को धोने के लिए कहें। जितना हो सके लोगों से दुरी बना कर रखे। जैसे की आपके घर अगर काम करने के लिए मेड आती है तो उन्हें आते ही हाथ धोने के लिए कहें, जिस जगह वह सफाई करें उस जगह आप ना रुके। बाहर से आये हुए अन्य लोगों के सामने तुरंत ना जाये। यदि हो सके तो अपने कमरे में ही आराम करें।
इसके बाद बात आती है आपके खाने की, जब पूरा वातावरण ही प्रदूषित हो रखा है तो ऐसे में बाजार से आये फल और सब्जियां भी बिना बैक्टीरिया के कैसे बच सकती है। सब्जियों और फलों के बैक्टीरिया को खत्म करने के आप उन्हें तुरंत ना खाये। बैक्टीरिया की यह खासियत है के यदि उसे दूसरे लिविंग ऑर्गैनिस्म का साथ ना मिले तो वह खुद पर खुद ही 12 से 16 घण्टों के बीच खत्म हो जाता है। तो इसके लिए बाजार से लाये हुए फल और सब्जियों को एक स्थान पर रख ले 1 या दो दिन बाद ही इन फलों और सब्जियों का सेवन करे। ऐसा करने से फल और सब्जियों के बैक्टीरिया या उन पर लगे वायरस खत्म हो जायेंगे और आप बेफिक्र होकर उनका सेवन कर सकते है।
इसके आलावा आप कभी भी बाहर जायें तो बाहर से आते ही अपने कपड़े बदले। बाहर पहने हुए कपड़ो को धोने के लिए डाल दे। बाहर जाते समय भी हैंड सैनिटाइज़र अपने साथ रखें किसी भी चीज को छूने से पहले इसका इस्तेमाल करें। और अपने मुँह को मास्क से कवर कर के रखे।
इन सभी चीजों का ध्यान रखने से आप अपनी और अपने शिशु की सेहत को सुरक्षा प्रदान करेगी। यदि फिर भी अगर आपको खांसी, जुकाम या फिर फीवर हो जाए तो बिना देर किये अपने डॉक्टरों से मिलें।