गर्भावस्था किसी भी महिला के लिए बहुत ही ख़ास समय होता है। लेकिन कई महिलाओं को प्रेगनेंसी होने के बाद भी बार बार गर्भपात की समस्या होती है। और बार बार गर्भपात का होना किसी भी महिला के लिए अच्छी बात नहीं होती है क्योंकि इसके बाद महिला को बाद में माँ बनने में परेशानी का अनुभव करना पड़ सकता है। गर्भपात से बचने के लिए सबसे पहले जरुरी है की आपको यह पता होना चाहिए की बार बार गर्भपात होने का क्या कारण है। क्योंकि इसके भी बहुत से कारण हो सकते है।
जैसे की महिला का शुरूआती दिनों में कोई न कोई लापवाही करना, हार्मोनल का बैलेंस सही न होने के कारण, गर्भाशय में होने वाली कोई कमजोरी, या अन्य। इसके अलावा और भी कई कारण हो सकते हैं जिसके कारण महिला को इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन यदि महिला को बार बार यह समस्या हो रही है तो इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए और अच्छे से अपनी जांच कवानी चाहिए। तो आइये अब विस्तार से जानते है की बार बार गर्भपात होने के क्या क्या कारण हो सकते हैं और आप किस प्रकार इस समस्या से राहत पा सकते हैं।
बार बार गर्भपात होने के क्या क्या कारण होते हैं:-
हॉर्मोन्स में होने वाली गड़बड़ी के कारण:-
यदि महिला के शरीर में हॉर्मोन्स में कुछ गड़बड़ी होती है तो महिला को इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। जैसे की जो महिलाएं शुगर या थायरॉयड की समस्या से परेशान होती है उन्हें इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
गर्भाशय से जुडी परेशानी होने पर:-
यदि महिला का गर्भाशय बच्चे को जन्म देने के लिए पूरी तरह से फिट नहीं होता है यानी यदि महिला की गर्भाशय की झिल्ली कमजोर होती है। तो भी महिलाओं को गर्भपात की सम्भावना बनी रहती है।
तनाव होने के कारण:-
दिमागी रूप से तैयार न होने पर, या किसी सदमे के कारण यदि महिला तनाव में है तो भी महिला की प्रेगनेंसी पर बुरा असर पड़ता है। और ऐसी समस्या होने पर भी महिला के गर्भ गिरने के चांस बढ़ जाते हैं।
ज्यादा भागदौड़ या यात्रा करना:-
पहले तीन महीने महिलाओं को न तो अधिक भागदौड़ करनी चाहिए, यात्रा से परहेज करना चाहिए, ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए जिससे की पेट पर दबाव पड़े, या महिला को अधिक थकावट हो, यदि महिला ऐसा करती है तो भी महिला को गर्भपात से जुडी इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
इन्फेक्शन के कारण:-
कई बार महिला किसी रोग से परेशान हो, या वजाइना में किसी तरह का इन्फेक्शन हो तो इसके कारण भी महिला का गर्भाशय प्रभावित होता है। और इससे भी महिला को गर्भपात से जुडी इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
पेट पर दबाव पड़ने पर:-
यदि महिला को पेट पर कोई चोट लगती है, या पेट पर दबाव पड़ता है, जिसके कारण कई बार खून के धब्बे भी लग जाते हैं, ऐसा होने पर भी महिला के गर्भपात के चांस अधिक हो जाते है।
विटामिन सी का सेवन करना:-
कई बार महिलाओं को इस बात की जानकारी भी नहीं होती है की प्रेगनेंसी में कैसे आहार का सेवन करना चाहिए और किन किन चीजों से परहेज करना चाहिए। यदि महिला किसी ऐसे आहार का सेवन करती है जिसमे विटामिन सी की अधिकता होती है तो इसके कारण भी महिला को इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
गर्भपात से कैसे बचें:-
अपनी अच्छे से जांच करवाएं:-
यदि आप बार बार गर्भपात की समस्या से जूझ रहे हैं तो प्रेगनेंसी के लिए जल्दी न करें। सबसे पहले किसी अच्छे से डॉक्टर से अपनी सम्पूर्ण जांच करवाएं। ताकि बार बार गर्भपात होने की समस्या का कारण पता चलें। और आप उसका अच्छे से इलाज कर सकें ताकि आपको बाद में किसी परेशानी का सामना न करना पड़े।
तनाव न लें:-
शारीरिक रूप से तैयार होने के साथ जरुरी है की आप माँ बनने के लिए मानसिक रूप से भी अपने आपको तैयार करें। और गर्भपात की समस्या से बचने के लिए आपको जितना हो सकें खुश रहना चाहिए अपने दिमाग पर किसी भी तरह का दबाव नहीं डालना चाहिए।
सावधानी बरतें:-
महिलाओं को गर्भपात से बचने के लिए बहुत जरुरी है की वो ऐसा कोई भी काम न करे जिससे उसके पेट पर दबाव पड़े, न ही ऐसा कोई काम करें जिससे उससे थकावट हो, भारी सामान न उठाएं, यात्रा से परहेज रखें, व् अन्य। यदि महिला अपनी प्रेगनेंसी में इन सब सावधानियों को बरतती है तो इससे महिला को गर्भपात की समस्या से बचने में मदद मिलती है।
खान पान का ध्यान रखें और आराम करें:-
प्रेगनेंसी के दौरान आपको अपने खान पान का भी दुगुना ध्यान रखना चाहिए। थोड़े थोड़े समय के बाद कुछ न कुछ खाते रहना चाहिए। ताकि आपकी बॉडी को फिट रहने के लिए सभी जरुरी मिनरल्स मिल सकें। इसके अलावा जरुरी है की आप अपने शरीर को पूरा आराम भी दें क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में बहुत से बदलाव हो रहे होते है जिसके कारण आपको थकावट महसूस होती है इसीलिए अपना ख़ास ध्यान रखें।
गर्भपात होने के बाद बरते ये सावधानियां:-
- यदि किसी महिला को ऐसा लगता है की एक दम से उसे मासिक धर्म की तरह रक्त आने लग गया है। तो उसे उसी समय किसी किसी दाई या डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
- यदि किसी महिला का गर्भ गिर जाता है तो उसके बाद उसे अच्छे से भ्रूण की सफाई करवानी चाहिए ताकि बाद में आपको किसी तरह की कोई परेशानी न हो।