प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में तेजी से हो रहे हार्मोनल और ब्लड प्रैशर में बदलाव के कारण आपको बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। जैसे की उल्टी आना, थकान का अनुभव होना, गंध से एलर्जी होना, पेट में हलके फुल्के दर्द का होना, चक्कर आना आदि। ऐसा जरुरी नहीं होता है हर एक महिला में एक जैसे बदलाव आते है। यह हर महिला के हार्मोनल बदलाव पर निर्भर करता है। कई महिलाओ को चक्कर की समस्या अधिक होती है।
चक्कर आने के कारण कई बार महिलाएं बहुत परेशान हो जाती है। ऐसे में महिला को अपना अधिक ध्यान रखना पड़ता है। प्रेग्नेंसी में महिला को चक्कर आने के बहुत से कारण हो सकते है, जैसे की महिला को घबराहट महसूस होना, ज्यादा वजन उठा लेना, खान पान का ध्यान न रखना, टाइट कपड़े पहनना आदि। इसके अलावा और भी कई कारण होते हैं तो आइये अब विस्तार से जानते है की प्रेगनेंसी में चक्कर आने के कौन कौन से कारण होते है।
प्रेगनेंसी में चक्कर आने के कारण:-
हार्मोनल बदलाव के कारण:-
महिला का शरीर प्रेगनेंसी के दौरान बहुत से हार्मोनल बदलाव से गुजरता है, जिसके कारण कई बार शरीर थका थका मह्सूस करने लगता है। जिसके कारण महिला को चक्कर आने की समस्या हो सकती है।
खान पान में लापरवाही के कारण:-
प्रेगनेंसी के दौरान आपको एक नहीं बल्कि दो लोगो के लिए खाना पीना पड़ता है, क्योंकि आपके गर्भ में पल रहे शिशु का विकास भी आप पर ही निर्भर करता है। ऐसे में यदि आप अपने खान पान में लम्बा अंतराल रखती है। तो इसके कारण आपके शरीर पर प्रभाव पड़ता है जिसके कारण आपको चक्कर की समस्या हो सकती है।
एक दम से उठने की वजह से:-
जब भी आप एक जगह बैठी हुई होती है तो आपके शरीर का ब्लड पैरों के निचले हिस्से में इक्कठा हो जाता है। ऐसे में जब आप एक दम से उठती है तो आपके सभी बॉडी पार्ट्स में ब्लड फ्लो नहीं हो पाता है। जिसके कारण आपको चक्कर आ सकते है।
ब्लड प्रैशर में बदलाव होने के कारण:-
प्रेगनेंसी के दौरान आपके ब्लड प्रैशर में भी निरंतर बदलाव होता है। साथ ही कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम में भी बदलाव होता है, जिससे ब्लड फ्लो करने वाली नलिकाओं का साइज बढ़ जाता है। और इसके कारण आपके हार्ट रेट पर भी प्रभाव पड़ता है। जिसके कारण आपको चक्कर आने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
पीठ के बल सोने के कारण:-
प्रेगनेंसी के तीन महीने बाद शरीर का वजन बढ़ने लगता है, जिसके कारण पीठ के बल सोने से शरीर के अंगो में दबाव बढ़ने के कारण ब्लड फ्लो कम हो जाता है। जिसके कारण यदि आप सोकर उठती है तो चक्कर आने की समस्या हो सकती है, इसीलिए प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओ को सोते समय करवट बदलते रहना चाहिए। ताकि शरीर के सभी अंगो में ब्लड फ्लो अच्छे से हो सके।
खून की कमी होने के कारण:-
यदि महिला को एनीमिया की समस्या होती है, तो इसके कारण महिला को प्रेगनेंसी के दौरान काफी कमजोरी महसूस होती है। जिसके कारण आपको चक्कर, थकान, या कमजोरी का अनुभव होना आम बात होती है। ऐसे में महिला को ऐसे पदार्थो का खूब सेवन करना चाहिए जिसमे आयरन भरपूर मात्रा में हो।
तनाव से परेशान होने के कारण:-
कई महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में हो रहे लगातार बदलाव के कारण तनाव लेने लगती है। जिसके कारण सर दर्द आदि की समस्या से उन्हें परेशान होना पड़ता है, और कई बार तो इसके कारण महिला को चक्कर आने की समस्या भी हो जाती है।
ज्यादा टाइट कपडे पहनने के कारण:-
प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओ को अपने पहनावे का भी ध्यान रखना चाहिए। उन्हें थोड़े ढीले कपडे पहनने चाहिए ताकि उन्हें रिलैक्स रहने में मदद मिल सकें। लेकिन यदि आप ज्यादा टाइट कपडे पहनते हैं तो इसके कारण आपको घबराहट महसूस हो सकती है। जिसके कारण चक्कर आने की समस्या हो सकती है।
प्रेगनेंसी में चक्कर आने की समस्या से बचने के आसान टिप्स:-
- महिला को खुश रहना चाहिए किसी भी प्रकार का तनाव नहीं लेना चाहिए।
- पहनावे का ध्यान रखना चाहिए अधिक टाइट कपडे नहीं पहनने चाहिए।
- हरी सब्जियों, फलों, सलाद आदि का भरपूर सेवन करना चाहिए ताकि बॉडी को सभी जरुरी पोषक तत्व भरपूर मात्रा में मिल सकें।
- नींद पूरी लेनी चाहिए, यदि आप नींद नहीं लेते है तो इसके कारण भी आपके शरीर पर बुरा प्रभाव पड़ता है।
- अचानक से उठना नहीं चाहिए, आराम से उठना चाहिए।
- खान पान में लापवाही नहीं करनी चाहिए थोड़े थोड़े समय के बाद कुछ न कुछ खाते रहना चाहिए।
- ज्यादा वजन नहीं उठाना चाहिए, और न ही ऐसा कोई काम करनेमे तेजी करनी चाहिए।
- डॉक्टर से जांच नियमित करवानी चाहिए, और डॉक्टर के द्वारा दी गई दवाइयों का समय से सेवन करना चाहिए।
तो ये है कुछ कारण जिनकी वजह से आपको प्रेगनेंसी में चक्कर आने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। यदि आपको दिन में एक या दो बार ऐसा हो तो आपको अपना अच्छे से ध्यान रखना चाहिए। लेकिन यदि आपको यह समस्या ज्यादा हो तो इसके लिए एक बार अपने डॉक्टर को जरूर दिखाएं, ताकि इस समस्या का समाधान हो सके।