प्रेगनेंसी के दौरान पैरों में सूजन आना आम बात होती है। और यह आखिरी महीनो में ज्यादा होती है, क्योंकि महिला का वजन बढ़ने के कारण पैरों से मस्तिष्क तक रक्त का प्रवाह अच्छे से नहीं हो पाता है। लेकिन यह समस्या केवल पैरों में ही नहीं कई बार हाथों, चेहरे, टखनों में भी दिखाई देती है। सामान्य सूजन को एडिमा कहा जाता है, और इसका कारण शरीर में तरल पदार्थो का अधिकता में होना होता है।

शरीर में तरल पदार्थो के कारण बॉडी में को नरम रहने में मदद मिलती है। जिसके कारण बच्चे का विकास अच्छे से हो पाता है। शरीर को प्रसव के लिए तैयार करने और पैल्विक जोड़ो और उत्तको को तैयार करने के लिए भी शरीर में पानी की मात्रा अधिक होनी चाहिए। प्रेगनेंसी के दौरान यदि आप अपने चेहरे और हाथों में अधिक सूजन का अनुभव करती है। तो इसे प्री एक्लेम्पसिया कहा जाता है।

एडिमा की सूजन यानी पैरों में या हाथों में हलकी फुलकी सूजन होना सामान्य होता है। लेकिन यदि आपको हाथों, चेहरे, आँखों के अस पास फुंसी आदि होने लगती है। तो इसे अनदेखा न करते हुए तुरंत आपको डॉक्टर से राय लेनी चाहिए। और यदि आपके एक पैर में सूजन अधिक और दूसरे में कम होती है, तो भी डॉक्टर को दिखाना चाहिए। तो आइये अब जानते हैं की प्रेगनेंसी के दौरान सूजन के क्या कारण होते है।

प्रेगनेंसी के दौरान सूजन होने के कारण:-

  • अधिक गर्मी होने के कारण भी आपको सूजन हो सकती है।
  • यदि आप ज्यादा देर तक खड़े रहते है तो भी आपको इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
  • लम्बे समय तक काम करते रहने से भी आपको सूजन की समस्या हो सकती है।
  • यदि आप अपने आहार में पोटैशियम की मात्रा कम लेते है तो यह भी सूजन का कारण होता है।
  • जो महिलाएं कैफीन युक्त पदार्थ जैसे की चाय कॉफ़ी का अधिक सेवन करती है उन्हें भी यह परेशानी हो सकती है।
  • सोडियम यानी नमक का सेवन भी प्रेगनेंसी में अधिक करने से आपकप इस परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।

गर्भावस्था में सूजन की समस्या से निजात पाने के टिप्स:-

पानी का सेवन करें:-

प्रेगनेंसी के दौरान पानी का सेवन करने से शरीर में तरल पदार्थो को बढ़ने में मदद मिलती है। साथ ही इसके सेवन से आपको यूरिन के माध्यम शरीर से विषैले पदार्थो को बाहर निकालने में मदद मिलती है। और सोडियम व् अन्य अपशिष्ट पदार्थो के बाहर निकालने से सूजन कम करने में आपको मदद मिलती है।

व्यायाम करें:-

व्यायाम करने से आपकी बॉडी में ब्लड फ्लो अच्छे से होता है। और यदि आप अपने पैरों में मूवमेंट रखते है तो इसके कारण आपके पैरों से भी रक्त का प्रवाह अच्छे से होने में मदद मिलती है। इसीलिए आपको सुबह शाम हल्का फुल्का व्यायाम करते रहना चाहिए इससे आपकी बॉडी को भी फिट रहने में मदद मिलती है।

ज्यादा समय तक खड़े न रहे:-

प्रेगनेंसी के दौरान आपका वजन बढ़ता रहता है, जिसके कारण ज्यादा देर तक खड़े रहने से आपके पैरों पर दबाव पड़ता है, और ब्लड फ्लो भी अच्छे से नहीं हो पाता है, ऐसे में आपको ज्यादा देर एक ही स्थान पर नहीं खड़े रहना चाहिए। साथ ही बैठे हुए भी अपने पैरों को हिलाते रहना चाहिए, इससे भी ब्लड फ्लो अच्छे से होने में मदद मिलती है।

नमक:-

नमक का सेवन भी प्रेगनेंसी के दौरान कम करना चाहिए। क्योंकि इसके सेवन से भी आपको सूजन ज्यादा हो सकती है। और ऐसा भी नहीं है की एक दम से आप नमक कम खाना शुरू कर दे, बल्कि धीरे धीरे नमक का सेवन कम करना चाहिए ताकि आपको ब्लड प्रैशर से जुडी कोई परेशानी न हो।

सिकाई करें:-

गर्म पानी से सिकाई करने पर भी सूजन को कम करने और ब्लड फ्लो को बेहतर करने में मदद मिलती है। इसके लिए आप हॉट पैड का इस्तेमाल करने के साथ गर्म पानी में अपने पैरों को डुबोकर भी सिकाई कर सकते है।

करवट लेकर सोएं:-

यदि आप सीधी सोती है तो सूजन की समस्या से आराम पाने के लिए करवट लेकर सोना शुरू कर दे। इससे आपकी किडनी को दुरुस्त रहने में मदद मिलती है। जिससे शरीर में मौजूद सभी अपशिष्ट पदार्थ बाहर निकलते है और सूजन की समस्या को कम करने में मदद मिलती है।

तो यदि आपको भी प्रेगनेंसी में ज्यादा सूजन की समस्या है तो आप भी डॉक्टर से राय ले सकती है। लेकिन यदि आपको हलकी फुलकी सूजन पैरों में है तो आप ऊपर दिए गए टिप्स का इस्तेमाल कर सकती है। ऐसा करने से आपको प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली सूजन की समस्या से निजात पाने में मदद मिलती है।

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