Pregnancy me Whatsapp, Pregnancy me Smartphone, Pregnancy me Facebook, Garbhavastha me Phone use karne ke nuksan, Pregnancy aur Whatsapp, प्रेगनेंसी में व्हाट्सएप का इस्तेमाल करने के नुक्सान, गर्भावस्था में व्हाट्सएप का प्रयोग बच्चे को प्रभावित कर सकता है, गर्भावस्था में हानिकारक है मोबाइल का प्रयोग, गर्भावस्था में सेलफोन से बच्चों पर असर
गर्भावस्था में व्हाट्सएप की आदत
दोस्तों, क्या आप भी अपनी प्रेगनेंसी में घंटों सोशल मीडिआ पर बिताती हैं? क्या आप भी अपने दिन का काफी समय व्हाट्सएप, फेसबुक आदि पर बिताती हैं? तो हो सकता है ये आपके आने वाले शिशु की सेहत और उसकी मानसिकता पर गहरा प्रभाव डालें। जी हां, रीसर्च में पाया गया है जो महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान सोशल मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स या स्मार्टफोन आदि का ज्यादा इस्तेमाल करती है उनके बच्चों का मानसिक विकास अन्य बच्चों की तुलना में धीमी गति से होता है।
इतना ही नहीं स्मार्टफोन पर अधिक समय तक व्हाट्सएप या सोशल मीडिया पर ऑनलाइन रहने से आपके मस्तिष्क पर भी असर पड़ता है जो आपके गर्भ में पल रहे शिशु की सेहत पर असर डालता है। प्रेगनेंसी के दौरान व्हाट्सएप के इस्तेमाल से मोबाइल का रेडिएशन तो खराब होता है लेकिन व्हाट्सएप से आने वाला सामाजिक रेडिएशन भी आपके मन और मूड को खराब कर सकता है। इसलिए आज हम आपको यह बताने जा रहे हैं की प्रेगनेंसी में व्हाट्सएप का इस्तेमाल आपके और आपके शिशु के लिए कितना खतरनाक हो सकता है।
मोबाइल का रेडिएशन
आज के जीवन में भले ही मोबाइल सबसे जरुरी अंग हो, लेकिन गर्भावस्था के दौरान इसके इस्तेमाल के समय काफी सावधानी बरतनी चाहिए, क्योंकि मोबाइल पर व्हाट्सएप चलाने से आँखों, दिमाग और हाथों तीनों पर असर पड़ता है और रिसर्च में ये पाया गया है की मानसिक समस्याएं जैसे सिरदर्द, सिर में झनझनाहट, थकान, डिप्रेशन, अनिद्रा, चक्कर आने जैसी समस्याएं पोषण की कमी के अलावा मोबाइल के अधिक इस्तेमाल से हो सकती हैं।
वहीं गर्भावस्था के दौरान मोबाइल का प्रयोग करने से इसका असर आपके मस्तिष्क को भी प्रभावित कर सकता है और जन्म लेने वाले शिशु के स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। दरअसल मोबाइल आदि गैजेट्स में से इलेक्ट्रोमैग्नेटिक तरंगे निकलती है जो बच्चे के स्वास्थ्य और मस्तिष्क दोनों को प्रभावित करती है। इसलिए जितना हो सकता प्रेगनेंसी के दौरान मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। कालिंग आदि करने के लिए आप कुछ समय तक मोबाइल का यूज कर सकती हैं लेकिन स्मार्टफोन पर सोशल मीडिया या व्हाट्सएप चलाने के लिए आप मोबाइल का इस्तेमाल कम से कम करें।
सामाजिक रेडिएशन
गर्भावस्था के दौरान व्हाट्सएप का अधिक इस्तेमाल करने से केवल मोबाइल का रेडिएशन ही नहीं बल्कि सामाजिक रेडिएशन भी आपके और आपके शिशु के लिए अच्छा नहीं होता। इसलिए यहाँ हम आपको प्रेगनेंसी में व्हाट्सएप के इस्तेमाल करने से होने वाले सामाजिक रेडिएशन के बारे में बता रहे हैं।
शेयर की गयी पिक्स मन को विचलित कर सकती है
इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और सोशल मीडिया आजकल लोगों की आम दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है। छोटी से छोटी बात को भी लोग सोशल मीडिया पर शेयर कर देते है, जो आपके स्टेटस को ढेरों व्यूज तो दिलवा देता है लेकिन आपके मन को पूरी तरह खराब कर देता है। आपने भी देखा होगा अक्सर दोस्त अपने टूर, पार्टी, या किसी अन्य फंक्शन की फोटो जब भी सोशल मीडिया या व्हाट्सएप पर शेयर करते हैं तो आपके मन में सबसे पहला ख्याल यही आता है की काश! मैं भी वहां होती। लेकिन कहीं न कहीं आपके मन में पुरे दिनभर उसकी सारी फोटोज घूमती रहेंगी। और आप पुरे दिन उसके बारे में सोचती रहेंगी। जिसका सीधा प्रभाव आपके गर्भ में पल रहे बच्चे के मस्तिष्क पर पडेगा, इसीलिए प्रेगनेंसी के दौरान जितना हो सके सोशल मीडिया से दूर रहें क्यूंकि ये सिर्फ आपको परेशान करने का काम करता है।
शेयर किये गए मैसेज डालते है नकारत्मक प्रभाव
सोशल मीडिया या व्हाट्सएप ऐसा प्लेटफार्म है जहाँ लोग अच्छी और बुरी दोनों तरह की चीजें और बातें शेयर करते हैं। जहाँ अच्छे मैसेज आपके पुरे दिन को खुशनुमा बना देते है वहीं कुछ गलत और खराब मैसेज आपके दिमाग पर नेगेटिव प्रभाव डाल सकते हैं। इसके अलावा आजकल व्हाट्सएप पर नेगेटिव चीजें बहुत ज्यादा फॉरवर्ड होती हैं। ऐसे में आपको चाहिए की जितना हो सके प्रेगनेंसी में व्हाट्सएप से दूर रहें। क्योंकि गलत मैसेज से आपका मन खराब हो सकता है, और दुखी व् खराब मन बच्चे की सेहत को बहुत प्रभावित करता है।
प्रोफाइल पिक्स से इर्षा
व्हाट्सएप पर लगी प्रोफाइल पिक भले ही दोस्तों और रिश्तेदारों को खुश करने के लिए लगाई जाती हैं, लेकिन कहीं न कहीं ये प्रोफाइल पिक आपके मन में इर्षा की भावना ला सकती है। प्रेग्नेंसी के दौरान वैसे भी काफी मूड स्विंग्स होते हैं, ऐसे में लोगों की अच्छी-अच्छी प्रोफाइल पिक देखकर हो सकता है आपको इर्षा हो। जिसके कारण आपके गर्भ में पल रहे बच्चे का स्वभाव भी इस तरह का हो सकता है। इसलिए जितना हो सके व्हाट्सएप या दूसरे सोशल मीडिया से दूर रहें।
अधिक समय तक व्हाट्सएप पर रहना
कई घंटों तक व्हाट्सएप पर रहना आपकी सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है, क्योंकि मोबाइल स्क्रीन को लगातार लंबे समय तक देखते रहने से आपकी आँखों पर असर पड़ सकता है, आपके दिमाग में इरिटेशन हो सकता है। लंबे समय तक मोबाइल स्क्रीन को देखने से आँखों पर बहुत प्रेशर पड़ता है जिससे आपके शिशु के स्वास्थ्य और दिमाग पर असर पड़ सकता है।
अब आप अच्छी तरह समझ गई होंगी की प्रेगनेंसी में व्हाट्सएप का इस्तेमाल कितना खतरनाक होता है। ये सिर्फ आपके मन को ही नहीं खराब करता बल्कि आपके आने वाले शिशु के व्यक्तित्व को भी खराब कर देता है। इस तरह की स्थितियों में शिशु कई बार चिड़चिड़ा, गुस्सैल बन जाता है इसलिए जितना हो सके गर्भावस्था में प्रेगनेंसी से दूर रहें।