पीरियड्स के कितने दिनों बाद प्रेगनेंसी होती है, पीरियड्स के बाद कब करें प्रेगनेंसी टेस्ट, पीरियड्स मिस होने से पहले प्रेगनेंसी के लक्षण, कैसे करें प्रेगनेंसी टेस्ट, How to do Pregnancy Test
पीरियड्स महिला को हर माह होने वाली एक शारीरिक प्रक्रिया है जो हर महिला अठाइस से पैंतीस दिन के अंतराल पर महिला को होती है। कुछ महिलाओं को यह आगे पीछे भी हो सकती है। लेकिन यदि किसी महिला का पीरियड मिस हो जाता है तो पीरियड मिस होने के बाद उसके मन में सबसे पहले यही आता है की कहीं वो प्रेग्नेंट तो नहीं है। जबकि पीरियड्स मिस होने के और कारण भी हो सकते हैं। लेकिन आपको परेशान होने की जरुरत नहीं होती है क्योंकि पीरियड्स के मिस होने के बाद घर पर टेस्ट करके देख सकते हैं की प्रेग्नेंट हैं या नहीं।
टेस्ट के अलावा पीरियड्स के मिस होने से पहले शरीर में प्रेगनेंसी के कुछ लक्षण भी दिखाई देते है, लेकिन ऐसा जरुरी नहीं होता है। अब प्रेगनेंसी टेस्ट को लेकर महिला के मन में तरह तरह के सवाल भी आते हैं जैसे की पीरियड्स मिस होने के कितने दिनों बाद महिला को अपना प्रेगनेंसी टेस्ट करना चाहिए? पीरियड्स होने के कम से कम कितने दिनों बाद आपको प्रेगनेंसी का सही रिजल्ट मिलता है? तो आज हम आपके इन्ही सवालों का जवाब देने के लिए आपको विस्तार से बताते है प्रेगनेंसी टेस्ट कब करना चाहिए, कब आपको इसका सही परिणाम मिलता है, और पीरियड्स से पहले इसके क्या लक्षण होते हैं।
पीरियड्स मिस होने के कितने दिनों बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करें
पीरियड्स के मिस होने के बाद यदि महिला प्रेग्नेंट होती है तो उसके शरीर में HCG हॉर्मोन की मात्रा तेजी से बढ़ने लगती है। जिसके आधार पर आप बाजार से लाई प्रेगनेंसी टेस्ट किट की मदद से पता कर सकते हैं। की महिला प्रेग्नेंट है या नहीं और यह टेस्ट आप पीरियड्स के मिस होने के पांच से दस दिन के बीच कर सकते हैं। एक हफ्ते बाद टेस्ट करने के बाद ऐसा भी हो सकता है की आपकी रिपोर्ट नेगेटिव आए, लेकिन आप दो तीन दिन रूक कर दुबारा टेस्ट करें। और बेहतर परिणाम के लिए सुबह के पहले यूरिन का इस्तेमाल करें, और यदि दस दिन के टेस्ट के बाद भी आपको सही परिणाम नहीं मिलता है तो इसके लिए आपको डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
पीरियड्स के कितने दिनों बाद होती है प्रेगनेंसी?
यदि आप प्रेग्नेंट हैं तो आपको पीरियड्स न आना सबसे बड़ी पहचान होती है। और के बाद ओवुलेशन पीरियड्स के दौरान यदि अंडाशय में अंडे का निषेचन हो जाता है, तो आपको पीरियड मिस हो जाता है। और यह आपको पीरियड्स के ग्यारह से सत्रह दिन के बीच हो जाता है। वैसे वो आपके बेहतर सम्बन्ध पर निर्भर करता है की आप प्रेग्नेंट होंगी या नहीं और इस बात का पता आपको पीरियड्स मिस होने के एक हफ्ते से दस दिन के अंदर पता चल जाता है।
कैसे करें प्रेगनेंसी टेस्ट
- सबसे पहले बाजार से एक प्रेगनेंसी किट लेकर आएं, यह आपको आसानी से किसी भी मेडिकल स्टोर पर मिल जाती है।
- उसके बाद उस किट को पानी के संपर्क से दूर रखे, और सुबह का पहला यूरिन किसी सूखे ढक्कन में लें।
- उसके बाद किट खोलें इसमें ड्रॉपर होता है उसकी मदद से किट में यूरिन डालने वाली जगह पर दो से तीन बुँदे यूरिन की डालें, ज्यादातर किट में यूरिन डालने वाली जगह पर S लिखा होता है।
- उसके बाद देखें यदि किट पर दो लाइन आती है तो इसका मतलब परिणाम पॉजिटिव होता है और यदि एक लाइन आती है तो परिणाम नेगेटिव होता है।
- दो से तीन मिनट तक इंतज़ार भी करें कभी कभी किट दो से तीन मिनट का समय ले लेती है।
- इसके अलावा कभी कभी एक लाइन डार्क और एक लाइन हलकी आती है ऐसे में आप दुबारा टेस्ट करके भी देख सकती है।
- और उसके बाद यदि किट आपको रिजल्ट बता देती है तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए, और यदि नेगेटिव रिपोर्ट आती है तो भी एक बार डॉक्टर से मिलना चाहिए ताकि कोई और समस्या न हो।
पीरियड्स के बाद प्रेगनेंसी का सही समय कौन सा होता है
पीरियड्स के बाद प्रेगनेंसी का सही समय ओवुलेशन पीरियड होता है। और ओवुलेशन पीरियड वो होता है जिस दिन आपके पीरियड्स शुरू होते है उस दिन से लेकर ग्यारह दिन से सत्रह दिन के बीच आपका ओवुलेशन पीरियड होता है। इन दिनों में बनाएं गए बेहतर सम्बन्ध प्रेगनेंसी के लिए सबसे सही होते हैं। इसके अलावा ओवुलेशन पीरियड की सही जानकारी के लिए महिला को अपनी सही पीरियड डेट का पता होना चाहिए।
पीरियड्स के मिस होने पर यह होते हैं प्रेगनेंसी के लक्षण
- सीने में जलन व् एसिडिटी की समस्या से परेशान होना।
- ब्रैस्ट में भारीपन व् सूजन की समस्या होना।
- बार बार यूरिन पास करने की इच्छा होना।
- कब्ज़ की समस्या भी हो सकती है।
- मुँह का स्वाद बदलना और कड़वा महसूस होना।
- उलटी आना, व् जी मचलाना।
- सुबह उठने में परेशानी होना और बहुत जल्दी थकान होना।
तो आप इस तरीके से पीरियड्स के मिस होने के बाद प्रेगनेंसी का पता कर सकती है। इसके अलावा यदि आप प्रेगनेंसी चाहती है तो अपने ओवुलेशन पीरियड का ध्यान रखना चाहिए। और यदि किट में प्रेगनेंसी आती है तो इसके लिए एक बार आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए।