व्रत में पीरियड्स आ जाए तो क्या करें, फास्ट में पीरियड्स, व्रत में मासिक धर्म आए तो क्या करें, करवाचौथ व्रत में पीरियड्स, फास्टिंग में पीरियड्स, व्रत में पीरियड्स
हिन्दू धर्म और वैदिक रीती रिवाजों के अनुसार, मासिक धर्म के दिनों में हिन्दू महिलाओं को धार्मिक कार्य नहीं करने को कहा जाता है। इसीलिए इन दिनों में महिलाएं मंदिर नहीं जाती है और पूजा पाठ के सामान और मूर्ति को हाथ तक नहीं लगाती हैं।
प्राचीन काल में तो इन दिनों में महिलाएं नीचे चटाई पर सोती थी और इसको लेकर कई सारे नियम-धर्म थे। महाभारत काल में जब स्त्रियां माहवारी में होती थी, उनके रहने के लिए अलग से व्यवस्था होती थी, वो समाज से अलग दूसरी जगह रहती है, लोगों से मिलना जुलना नहीं होता है और वो किसी कार्य में भी भाग नहीं लेती थी, यहाँ तक की रसोईघर में भी नहीं जाती है।
इस्लाम में भी माहवारी के दौरान औरत को नापाक माना जाता है। उसे इबादत की अनुमति नहीं होती और वे क़ुरान भी नहीं छू सकती। औरत सातवें दिन स्नान के बाद ही पाक होती हैं।
अब बात आती है की व्रत के दौरान माहवारी आ जाए तो क्या करना चाहिए? इस पर लोगों का अलग-अलग मत है। मान लीजिये नवरात्रि में कुछ फ़ास्ट करने के बाद अगर आपका मासिक धर्म आ जाता है तो क्या आप बीच में ही व्रत करना छोड़ देंगे। या आपने करवाचौथ का व्रत रखा है और शाम को पीरियड्स आ जाए तो क्या करेंगी आप? ज़ाहिर है, व्रत को पूरा करेंगी।
क्योंकि जिसकी शुरुवात हो चुकी है उसको पूर्ण करना जरुरी होता है। बशर्ते की हम थोड़ा अलग रहें और नियमों का पालन करें। लेकिन व्रत को न तोड़े, उसे कंटिन्यू रखें। आप अपनी परंपरा की भी रिस्पेक्ट करें इसके लिए आप पूजा करने से दुरी बनाएं। और भगवान के पास नहीं जाएं।
व्रत के दौरान अगर पीरियड्स आ जाएं तो आप व्रत करते रहें, पूजा पाठ नहीं करें आपको उतना ही फल मिलेगा और भगवान प्रसन्न होंगे क्यों की इसमें आपकी गलती नहीं है ये प्रकृति का चक्र है, जो कभी भी किसी भी दिन हो सकता है, इसका कोई निश्चित समय नहीं है। इसलिए चिंता नहीं करें।
करवा चौथ में अगर व्रत के दिन माहवारी आ जाए, तो शाम की पूजा को इग्नोर करें, पर चाँद को जरूर देखें और अपना व्रत पूरा करें। क्योंकि पूजा पाठ आपके मन और आपके विचार से होता है, शरीर तो केवल एक जरिया है उस पूजा को पूर्ण करने का।
हमारी संस्कृति में कई परम्पराएं बहुत पुरानी हैं जो उस समय के लिए सही थी, लेकिन आधुनिक युग में बहुत सारी चीजें बदल गयी हैं। इसलिए आपको थोड़ा चेंज लाना होगा। इसलिए अगर माहवारी आ जाए तो भी व्रत तोड़े नहीं और व्रत पूरा करें।