गर्भवती महिला को मछली खाने के फायदे होते हैं, प्रेगनेंसी में मछली खाने के फायदें, प्रेगनेंसी में कौन सी मछली खानी चाहिए, गर्भावस्था में मछली खाने के लाभ, Benefits of eating Fish during Pregnancy
प्रेगनेंसी के दौरान खान पान का बहुत महत्व होता हैं और ऐसे में गर्भवती महिला को ऐसा आहार लेने की सलाह दी जाती हैं जिसमे भरपूर मात्रा में पोषक तत्व मौजूद हो। जिससे गर्भवती महिला को स्वस्थ रहने के साथ शिशु के बेहतर विकास में भी मदद मिले। ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान मछली का सेवन महिला को भरपूर मात्रा में आयरन, प्रोटीन, ओमेगा 3, व् अन्य पोषक तत्व देता हैं, वहीँ इसमें मौजूद मरकरी शिशु के लिए नुकसानदायक भी होती हैं। और इसके कारण समझ नहीं आता हैं की गर्भवती महिला को मछली खानी चाहिए या नहीं।
ऐसे में कुछ मछलियां ऐसी हैं जिनका सेवन आप प्रेगनेंसी के दौरान कर सकते हैं, तो कुछ ऐसी भी हैं जिनका सेवन आपको प्रेगनेंसी के दौरान नहीं करना चाहिए। जैसे की सालमन, कैटफ़िश, क्रैब, श्रिम्प, टिलापिआ, कोड, आप खा सकते हैं वहीँ टिलफिश, शार्क, रॉ फिश, स्वॉर्डफिश आदि आपको नहीं खानी चाहिए। इसके लिए आप चाहे तो एक बार अपने डॉक्टर से भी राय ले सकते हैं। तो आइये अब जानते हैं की प्रेगनेंसी के दरान मछली खाने से कौन कौन से फायदे होते हैं।
एनीमिया से निजात मिलता हैं
प्रेगनेंसी के दौरान महिला के शरीर में ब्लड की मात्रा पूरी न होने के कारण एनीमिया से परेशान पड़ सकता हैं। साथ ही इसके कारण डिलीवरी के समय भी दिक्कत हो सकती हैं, ऐसे में मछली में आयरन की मात्रा भरपूर होती हैं और यदि महिला मछली का सेवन करती हैं। तो ऐसा करने से महिला को पर्याप्त आयरन मिलता हैं।
प्रोटीन मिलता हैं
गर्भवती महिला को एक दिन में 71 ग्राम प्रोटीन की जरुरत होती हैं। साथ ही गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर विकास के लिए भी प्रोटीन की मात्रा का भरपूर होना जरुरी होता हैं। और मछली में प्रोटीन भरपूर होता हैं, इसीलिए पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन के लिए महिला मछली का सेवन कर सकती हैं।
मस्तिष्क का विकास
ओमेगा 3 और ओमेगा 6 से भरपूर मछली का सेवन यदि महिला करती हैं, तो इससे महिला को स्वस्थ रहने के साथ शिशु के बेहतर मानसिक विकास को होने में मदद मिलती हैं। और यदि महिला हफ्ते में दो या तीन बार भी इसका सेवन करती हैं तो आपके शिशु का दिमाग तेज होता हैं।
अस्थमा का खतरा कम होता हैं
यदि गर्भवती महिला मछली का सेवन करती हैं तो ऐसा करने से शिशु को जन्म के बाद भी अस्थमा का खतरा बहुत कम होता हैं, साथ ही गर्भवती महिला को भी अस्थमा से बचाव करने में मदद मिलती हैं।
शिशु के लिए हैं फायदेमंद
पोषक तत्वों से भरपूर मछली गर्भ में पल रहे शिशु की पाचन क्रिया को बेहतर करने में आपकी मदद करती हैं। और साथ ही इसके सेवन से शिशु को किसी भी तरह की एलर्जी से बचाने और उसकी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद मिलती हैं।
तनाव से राहत
प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली परेशानियों के कारण कई महिलाएं उदासी व् अवसाद जैसी परेशानियों से ग्रसित हो जाती हैं। जिसके कारण महिला और शिशु दोनों को परेशानी हो सकती हैं। ऐसे में यदि मछली के तेल का सेवन किया जाए तो महिला को इस परेशानी से बचाव करने और स्वस्थ रखने में मदद मिलती हैं।
पोषक तत्व भरपूर मिलते हैं
गर्भावस्था के दौरान महिला को भरपूर मात्रा में पोषक तत्वों का सेवन करने की सलाह दी जाती हैं। और यदि महिला मछली का सेवन करती हैं तो उसे भरपूर मात्रा में पोषक तत्व मिलते हैं, जो प्रेगनेंसी के दौरान महिला को स्वस्थ रखने, शिशु के बेहतर विकास, और रोगो से लड़ने में सक्षम बनाने में मदद करते हैं।
तो यह हैं कुछ फायदे जो महिला को प्रेगनेंसी के दौरान मछली का सेवन करने से होते हैं, लेकिन आपको मछली का सेवन करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए की मछली ताज़ी हो और अच्छी तरह से पकी हुई हो। ताकि गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु को किसी भी तरह का नुकसान न हो। साथ ही इसका सेवन नियमित या अधिक मात्रा में नहीं करना चाहिए।