गर्भ में स्वस्थ शिशु की निशानी गर्भवती महिला पर, गर्भ में स्वस्थ शिशु की निशानी, गर्भवती महिला के स्वस्थ रहने के फायदे, गर्भ में शिशु का विकास कैसे करता है महिला पर निर्भर
प्रेगनेंसी के दौरान गर्भ में पल रहा शिशु गर्भवती महिला के द्वारा ही अपने बेहतर विकास के लिए पोषक तत्वों को लेता है, गर्भनाल से जुड़े रहने के कारण शिशु की हर जरुरत को गर्भवती महिला द्वारा ही पूर्ण किया जाता है, और महिला द्वारा ही शिशु द्वारा किये गए मल को भी बाहर निकाला जाता है, यहां तक की ऐसा भी कहा जाता है की गर्भवती महिला ही गर्भ में पल रहे शिशु के लिए सांस भी लेती है, आदि। ऐसे में जब गर्भ में पल रहे शिशु का विकास गर्भवती महिला पर निर्भर करता है तो गर्भ में शिशु स्वस्थ है या नहीं इसका पता भी गर्भवती महिला को देखकर पता लगाया जा सकता है। तो आइये आज हम आपको ऐसे कुछ टिप्स बताने जा रहें हैं जिससे आप गर्भवती महिला को देखकर पता लगा सकती है की गर्भ में शिशु स्वस्थ है या नहीं।
महिला का वजन
प्रेगनेंसी के दौरान महिला के वजन को पहले तीन महीनो के बाद निरंतर बढ़ते हुए देखा जाता है। और यदि ऐसे में यदि गर्भवती महिला का वजन या तो कम होने लगे या बहुत ज्यादा बढ़ने लगे दोनों ही ऐसे में परेशानी का कारण हो सकते हैं। इसीलिए यदि प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला का वजन सही तरीके से बढ़ता है तो इसका मतलब होता है की गर्भ में शिशु का विकास बेहतर तरीके से हो रहा है और गर्भ में पल रहा शिशु स्वस्थ है।
खून की मात्रा
गर्भवती महिला के शरीर में होने वाली खून की कमी के कारण न केवल गर्भवती महिला को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बल्कि इसके कारण गर्भ में पल रहे शिशु के विकास पर भी बुरा असर पड़ता है। और प्रेगनेंसी के दौरान महिला का ब्लड टेस्ट भी करवाया जाता है, यदि आपके शरीर में खून की मात्रा भरपूर होती है, और साथ ही प्रेगनेंसी के दौरान यदि आप भरपूर मात्रा में आयरन युक्त आहार का सेवन करती है तो यह भी गर्भ में स्वस्थ शिशु की निशानी होती है।
पेट का आकार
पेट का आकार महिला की लम्बाई पर भी निर्भर करता है, यदि महिला ही लम्बाई ज्यादा है तो पेट आगे कम निकलता है, क्योंकि लम्बाई होने के कारण ऊपर की तरफ शिशु आराम से मूव कर सकता है, लेकिन लम्बाई कम होने के कारण महिला का ज्यादा पेट दिखाई दे सकता है। ऐसे में यदि महिला का पेट प्रेगनेंसी के दौरान महीने के अनुसार कम दिखाई देता है, तो यह शिशु के कमजोर होने का लक्षण हो सकता है। और यदि महिला का पेट सही आकार में बढ़ता है तो इसका मतलब गर्भ में शिशु का विकास सही हो रहा है।
महिला का स्वास्थ्य
आपने यह तो सुना होगा की स्वस्थ माँ के गर्भ में स्वस्थ शिशु का निवास होता है। ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान यदि महिला खान पान के प्रति लापरवाही नहीं करती है, शरीर में पानी की कमी नहीं होने देती है, पोषक तत्वों का सेवन भरपूर मात्रा में करती है, भरपूर नींद लेती है, खुश रहती है, आदि तो यह प्रेगनेंसी के दौरान आने वाली परेशानियों को कम करने के साथ गर्भवती महिला को स्वस्थ रहने में मदद करता है। ऐसे में यदि महिला स्वस्थ रहती है तो शिशु का विकास भी बेहतर तरीके से होता है। इसीलिए प्रेगनेंसी के दौरान महिला के बेहतर स्वास्थ्य को देखकर भी अंदाजा लगाया जा सकता है की शिशु कैसा होगा।
गर्भ में शिशु की हलचल
सोलह से बीस हफ़्तों के बीच गर्भ में शिशु की मूवमेंट शुरू हो जाती है, शिशु की गर्भ में बेहतर हलचल भी गर्भ में पल रहे शिशु के स्वस्थ होने की निशानी होती है। ऐसे में यदि कभी आपको ऐसा महसूस हो की काफी समय तक शिशु ने गर्भ में हलचल नहीं की है तो ऐसे में आपको अनदेखा न करते हुए तुरंत डॉक्टर से राय लेनी चाहिए।
तो यह हैं कुछ निशानियां जिन्हे यदि आप गर्भवती महिला में देखते हैं तो यह गर्भ में पल रहे शिशु के स्वस्थ होने की निशानी होती है। इसके अलावा प्रेगनेंसी के दौरान महिला को अपना बेहतर तरीके से ध्यान रखना चाहिए ताकि शिशु के शारीरिक और मानसिक विकास में किसी भी तरह की कमी न आए। साथ ही यदि किसी भी तरह की कोई समस्या होती है तो उसे अनदेखा न करते हुए तुरंत डॉक्टर से राय लेना चाहिए।