क्या अल्ट्रासॉउन्ड की रिपोर्ट से पता चल जाता है की गर्भ में लड़का है या लड़की, अल्ट्रासॉउन्ड से कैसे पता चलता है की गर्भ में पल रहा शिशु लड़का है या लड़की, गर्भ में पल रहे शिशु को ऐसे पहचाने
माँ बनना हर महिला के लिए बहुत ही सुखद अहसास होता है। और यह केवल महिला के लिए ही नहीं बल्कि पूरे परिवार के लिए उत्साह से भरा हुआ लम्हा होता है क्योंकि उनके परिवार में एक नन्हा मेहमान शामिल होने वाला होता है। ऐसे में गर्भवती महिला के साथ परिवार वालों के मन में भी यह सवाल उठ रहा होता है की गर्भ में पल रहा शिशु लड़का होगा या लड़की, क्योंकि जिन महिलाओं का पहला शिशु बेटी होती है तो हर कोई सोचता है की बेटा हो जाये तो परिवार पूरा हो जाएगा। लेकिन देखा जाये तो आज कल लड़के और लड़की में कोई फ़र्क़ नहीं होता है। लेकिन फिर भी घर में बड़े बुर्जुर्ग महिला के शरीर में होने वाले लक्षणों को देखकर अंदाजा लगाने लगते हैं की गर्भ में पल रहा शिशु लड़का है या लड़की।
और साथ ही कई बार महिलाएं यह भी सोचती है की क्या अल्ट्रासॉउन्ड की नोर्मल रिपोर्ट को देखकर पता लगाया जा सकता है की गर्भ में पल रहा शिशु लड़का है या लड़की। जी हाँ आप रिपोर्ट को देखकर अंदाजा लगा सकती है की गर्भ में लड़का है या लड़की, लेकिन जिस तरह महिला के शरीर में होने वाले लक्षण का केवल अंदाजा लगाया जा सकता है, उसी तरह रिपोर्ट को देखकर भी आप केवल अंदाजा ही लगा सकती है। ऐसा पूरी तरह से सही हो हम इस बात की पुष्टि नहीं करते हैं। क्या आप भी जानना चाहती हैं की अल्ट्रासॉउन्ड में किन चीजों को देखकर आप पता लगा सकते हैं की गर्भ में पल रहा शिशु लड़का है या लड़की, तो आइये जानते हैं।
गर्भनाल को देखकर
गर्भ में शिशु और माँ का संपर्क गर्भनाल द्वारा ही होता है और शिशु की हर जरुरत को गर्भनाल द्वारा ही पूरा किया जाता है। और अमेरिका में की गई एक रिसर्च के अनुसार गर्भनाल को देखकर आप जान सकती है की गर्भ में पल रहा शिशु लड़का होगा या लड़की। और यह आप अल्ट्रासॉउन्ड की रिपोर्ट में देख सकती है, और यदि आपको समझ नहीं आता है की गर्भनाल कहाँ है तो यह आप अपने डॉक्टर से भी पूछ सकती है। गर्भ में पल रहे शिशु की गर्भनाल सीधे हाथ की तरफ यानी की राइट साइड पर होती है तो गर्भ में पल रहा शिशु लड़का होता है और यदि गर्भ में पल रहे शिशु की गर्भनाल उल्टे हाथ की तरफ यानी लेफ्ट साइड पर होती है तो गर्भ में लड़की होती है।
FHR को देखकर
FHR का मतलब होता है फ़ीटस हार्ट रेट यानी गर्भ में पल रहे शिशु के दिल की धड़कन, यह धड़कन महिला की प्रेगनेंसी के छठे हफ्ते तक आ जाती है। और उसके बाद महिला को जब भी अल्ट्रासॉउन्ड करवाने के लिए बोला जाता है। तो उस रिपोर्ट में FHR यदि 138 से 155 के बीच रहता है तो गर्भ में पल रहा शिशु लड़का होता है, यदि यह इससे 138 से कम या 155 से ज्यादा रहता है तो गर्भ में लड़की हो सकती है।
प्रेगनेंसी में अल्ट्रासॉउन्ड क्यों करवाते हैं
गर्भवती महिला का अल्ट्रासॉउन्ड करवाने का मतलब होता है की गर्भ में शिशु की पोजीशन या है, शिशु का विकास बेहतर तरीके से हो रहा है या नहीं, शिशु को किसी तरह की परेशानी तो नहीं है, आदि। गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान कितनी बार अल्ट्रासॉउन्ड करवाना चाहिए यह डॉक्टर ही बता सकते हैं। साथ ही अल्ट्रासॉउन्ड के दौरान शिशु के लिंग के बारे में किसी तरह की जानकारी देना या पूछना कानूनन अपराध होता है।
तो यह हैं कुछ टिप्स जिन्हे देखकर आप जान सकते हैं की गर्भ में लड़का है या लड़की, लेकिन यह पूरी तरह सच हो हम ऐसा नहीं कह रहे हैं। साथ ही गर्भवती महिला को इस बात को लेकर बिल्कुल भी तनाव नहीं लेना चाहिए की गर्भ में लड़का है या लड़की, क्योंकि दोनों ही एक बराबर होते हैं। साथ ही गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए की वो अपना अच्छे से ध्यान रखे ताकि गर्भ में पल रहा शिशु हष्ट पुष्ट, और तंदरुस्त हो और महिला भी फिट रहे।