ये संकेत बताते हैं की डिलीवरी दो दिन में होने वाली है, प्रसव होने के संकेत, कैसे जाने की डिलीवरी होने वाली है, डिलीवरी होने से पहले बॉडी देती है यह संकेत
प्रेगनेंसी में नौ महीने गर्भ में पल रहे शिशु का इंतज़ार गर्भवती महिला बहुत बेसब्री से करती है, गर्भवती महिला के साथ घर का हर सदस्य नौवें महीने की शुरुआत के बाद दिन गिनने शुरू कर देता है। क्योंकि अब गर्भ में पल रहे शिशु का इस दुनिया में आने का समय पास आने लगता है। ऐसे में डिलीवरी कब होगी, कैसे होगी इसे लेकर महिला के मन में तरह तरह के सवाल आने लगते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं की डिलीवरी होने से पहले ही कई बार आपकी बॉडी संकेत देने लगती है। जैसे की मन घबराना, सोने का मन न करना, भूख की कमी, दर्द का अनुभव आदि। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की कौन से संकेत बताते हैं की डिलीवरी दो दिन में होने वाली है।
बॉडी में होने लगती है परेशानी
गर्भवती महिला को यदि रीढ़ की हड्डी में दर्द महसूस हो, जी घबराने लगे, सोने का मन न करे, खाना खाने का मन न करें, यहां तक की एक स्थान पर बैठने की इच्छा भी न हो, तो ऐसे में बॉडी प्रसव के संकेत देना शुरू कर देती है। यदि आपको रीढ़ की हड्डी के साथ पीठ या पेट में दर्द की अनुभूति भी होने लगे तो समझ जाइये अब आपका नन्हा मेहमान बाहर आने के लिए अपनी पोजीशन में आ रहा है।
एमनियोटिक फ्लूड का निकलना
एमनियोटिक फ्लूड में भी गर्भ में शिशु पुरे नौ महीने तक रहता है, ऐसे में कभी आपको यूरिन की जगह प्राइवेट पार्ट से गाढ़ा सफ़ेद, या हल्के रक्त के साथ पानी सा निकालता हुआ महसूस हो, तो ऐसे में इसे इग्नोर न करते हुए तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए क्योंकि इसका मतलब होता है की शिशु जन्म के लिए पूरी तरह से तैयार है। ज्यादातर महिलाएं ऐसा सोचती है की एमनियोटिक फ्लूड निकलने के साथ पेट में दर्द भी होता है, लेकिन ऐसा हर महिला के साथ हो यह जरुरी नहीं होता है, इसीलिए प्रेगनेंसी के आखिरी महीने में यूरिन पास करते हुए महिला को इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए।
दर्द महसूस होना
यदि गर्भवती महिला को रुक रुक कर पेट में दर्द महसूस हो, और कभी तेज कभी धीमे दर्द का अहसास हो, तो यह संकेत भी डिलीवरी का समय पास आने का होता है। ऐसे में यदि आपको अधिक दर्द महसूस हो तो आपको इसे इग्नोर नहीं करना चाहिए और जितना जल्दी हो सके इसके लिए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
तो यह कुछ संकेत जो यदि आपकी बॉडी दे तो समझ जाए की आपका डिलीवरी का समय पास आ गया है। और ऐसे में महिला को बिल्कुल भी घबराना नहीं चाहिए और बिल्कुल भी जल्दबाज़ी न करते हुए डॉक्टर के पास जाना चाहिए, ताकि वो अपने घर में आने वाले नन्हे मेहमान को हर दिक्कत से बचा सके।