डिलीवरी के बाद ब्रेस्ट से जुडी इन बातों का ध्यान रखें, डिलीवरी के बाद ब्रेस्ट के स्ट्रेचमार्क्स हटाने के टिप्स, प्रसव के बाद ऐसे रखें ब्रेस्ट का ध्यान, शिशु के जन्म के बाद ऐसे लाएं अपनी ब्रेस्ट को शेप में , Breast care tips after delivery

केवल प्रेगनेंसी के दौरान ही नहीं बल्कि शिशु के जन्म के बाद भी महिला के शरीर में बहुत से बदलाव देखने को मिलते हैं। जैसे की गर्भवती महिला के ब्रेस्ट का साइज बढ़ना, ब्रेस्ट के ऊपर स्ट्रेचमार्क्स के निशान आना, ब्रेस्ट में से अपने आप दूध का निकलना, दर्द का अनुभव होना, आदि। ऐसे में महिला को घबराना नहीं चाहिए, क्योंकि बहुत सी महिलाओं को यह परेशानी हो सकती है। ऐसे में आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आपको इस परेशानी से निजात पाने में मदद मिल सके। तो आइये आज हम आपको प्रेगनेंसी के बाद ब्रेस्ट से जुड़े कुछ टिप्स बताने जा रहे हैं।

ब्रेस्ट में दर्द का कारण और इलाज

शिशु के जन्म के बाद ब्रेस्ट में से दूध आने लगता है, लेकिन कुछ महिलाओं को दूध अधिक मात्रा में आता है। और शिशु की भूख खत्म होने के बाद भी ब्रेस्ट में दूध रहता है, जिसके कारण कई बार ब्रेस्ट में दर्द का अनुभव हो सकता है। या फिर शिशु के लिए पर्याप्त दूध ब्रेस्ट में नहीं बनता है, और शिशु जब दूध पीता है तो ब्रेस्ट की मांसपेशियों में खिंचाव उत्पन्न होता है जिसके कारण भी ब्रेस्ट में दर्द हो सकता है। ऐसे में इस दर्द से राहत पाने के लिए महिला को अपने हाथ से ब्रेस्ट पर दबाव डालकर दूध को निकाल देना चाहिए, इससे आपको आराम मिलेगा। और यदि महिला को दूध पूरा नहीं आता है तो दूध, जीरा, मूंग की दाल, सौंठ, आदि का सेवन महिला को भरपूर करना चाहिए जिससे शिशु के लिए दूध का उत्पादन बढे और महिला को इस परेशानी से निजात मिल सके।

स्ट्रेचमार्क्स

डिलीवरी के बाद स्किन में भी तरह तरह के बदलाव आते हैं, जैसे की कई बार महिला को ब्रेस्ट पर स्ट्रेचमार्क्स की समस्या हो सकती है। क्या आपको भी यह परेशानी हो गई है तो आप घर पर ही कुछ आसान टिप्स का इस्तेमाल करके इस समस्या से निजात पा सकती है। जैसे की एलोवेरा जैल, हल्दी और दही का पेस्ट, कैस्टर ऑयल, बेबी ऑयल, सिरका और ओलिव ऑयल, बादाम तेल और चीनी आदि किसी भी एक उपाय को नियमित करें, और धीरे धीरे इसका असर आपको साफ दिखाई देने लगेगा।

ब्रेस्ट का ढीलापन

ब्रेस्ट में दूध का उत्पादन होने के कारण ब्रेस्ट में ढीलापन आना आम बात होती है, ऐसे में आप जब तक शिशु को स्तनपान करवाती है, तब तक ढीली ब्रा नहीं पहननी चाहिए बल्कि अपने साइज की ब्रा पहननी चाहिए। ताकि ब्रेस्ट में ढीलेपन की समस्या से बचाव में आपको मदद मिल सके, साथ ही भरपूर पोषक तत्वों का सेवन भी करना चाहिए, इससे भी स्किन को टाइट रखने में मदद मिलती है। आज कल नर्सिंग ब्रा भी बाजार में आसानी से मिल जाती है, जिससे बच्चे को दूध पीने में भी आसानी होती है, और आपको भी ब्रेस्ट शेप को सही रखने में मदद मिलती है।

ब्रेस्ट से दूध का रिसाव

कई बार महिला को शिशु के दूध पीने के बाद भी अपने आप ही ब्रेस्ट में से दूध का रिसाव होता है। ऐसे में आपको ब्रा के अंदर रुई या सूती कपडे का पैड बनाकर रखना चाहिए ताकि आपके कपडे गीले न हो। साथ ही पूरा दिन एक ही कपडे को ब्रा में नहीं रखना चाहिए।

तो यह हैं कुछ टिप्स जिनका ध्यान आपको डिलीवरी के बाद रखना चाहिए। इनका इस्तेमाल करने से आपको ब्रेस्ट से जुडी परेशानी से निजात पाने में मदद मिलती है। साथ ही कुछ महिलाएं ब्रेस्ट के शेप बिगड़ने के डर से शिशु को स्तनपान नहीं करवाती हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए, क्योंकि हो सकता है की उस समय ब्रेस्ट में ढीलापन या भारीपन महसूस हो, लेकिन उसके बाद जैसे ही शिशु स्तनपान करना बंद करता है तो धीरे धीरे अपने आप ही ब्रेस्ट शेप में आने लगती है।

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