प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला ऐसे आहार का सेवन करना चाहती है जिससे उसे स्वस्थ रहने के साथ गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर विकास में मदद मिल सके। ऐसे में बहुत सी गर्भवती महिलाएं खान पान को लेकर परेशान रहती है। और किसी भी चीज का सेवन करने से पहले सवाल करती है की क्या यह प्रेगनेंसी में खाना सही होता है या नहीं। ऐसे ही कुछ गर्भवती महिलाएं प्रेगनेंसी में दही का सेवन करना चाहिए या नहीं इस बारे में भी सवाल करती है, तो इसका जवाब होता है हाँ, गर्भवती महिला दही का सेवन कर सकती है। क्योंकि कैल्शियम, प्रोटीन, प्रोबायोटिक्स से भरपूर दही गर्भवती महिला के साथ गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी फायदेमंद होती है। तो लीजिये अब विस्तार से जानते हैं की गर्भवती महिला को दही का सेवन करने से कौन कौन से फायदे मिलते है।
न्यूट्रिएंट्स को अवशोषित करने की क्षमता बढ़ती है
दही में मौजूद बैक्टेरिया बॉडी में न्यूट्रिएंट्स को अवशोषित करने की क्षमता को बढ़ाता है, जिससे बॉडी के सभी अंगो को पोषण मिलने में मदद मिलती है, जो प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को ऊर्जा से भरपूर रखता है।
तनाव से राहत
कुछ महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान तनाव की समस्या से परेशान रहती है, ऐसे में दही का सेवन करने से मस्तिष्क को शांत रखने में मदद मिलती है, जिससे तनाव जैसी परेशानी से बचाव होने में मदद मिलती है।
प्रोटीन से होती है भरपूर
प्रोटीन की मात्रा दही में भरपूर होती है जो गर्भ में पल रहे शिशु की मांसपेशियों के बेहतर विकास में मदद करती है। जिससे शिशु के शारीरिक विकास को बेहतर तरीके से होने में मदद मिलती है, साथ ही गर्भवती महिला की मांसपेशियों को भी फिट रहने में मदद मिलती है।
ब्लड प्रैशर होता है कण्ट्रोल
प्रेगनेंसी के दौरान ब्लड प्रैशर से जुडी परेशानी के कारण गर्भवती महिला को परेशान होना पड़ सकता है, लेकिन यदि गर्भवती महिला दही का सेवन करती है तो इससे ब्लड प्रैशर को कण्ट्रोल में रहने में मदद मिलती है।
कैल्शियम होता है भरपूर
गर्भ में पल रहे शिशु की हड्डियों के बेहतर विकास के लिए और प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला की हड्डियों की कमजोरी की समस्या को दूर करने के लिए बॉडी में कैल्शियम की मात्रा का भरपूर होना जरुरी होता है। और दही में कैल्शियम की मात्रा प्रचुर होती है ऐसे में अपने आहार में प्रेग्नेंट महिला को दही को जरूर शामिल करना चाहिए।
पाचन क्रिया होती है बेहतर
दही का सेवन करने से पाचन क्रिया सुचारु रूप से काम करती है जिससे भोजन को आसानी से पचने में मदद करती है। और इस्सके कारण पेट सम्बन्धी परेशानियों से भी बचे रहने में मदद मिलती है।
स्किन के लिए है बेहतर
गर्भवती महिला की बॉडी में हो रहे हार्मोनल बदलाव के कारण स्किन पर दाग धब्बो जैसी परेशानी, रूखेपन की समस्या आदि हो सकती है। ऐसे में दही का सेवन करने से गर्भवती महिला को इस परेशानी से बचाव करने में मदद मिलती है क्योंकि दही का सेवन करने से स्किन को सुरक्षित रहने में मदद मिलती है।
बॉडी को रखता है ठंडा
प्रेगनेंसी के दौरान जीभ में स्वाद में भी परिवर्तन आता है जिसके कारण मसालेदार खाने की इच्छा होती है, लेकिन मसालेदार खाना खाने के कारण सीने में जलन, एसिडिटी जैसी समस्या हो सकती है। ऐसे में दही का सेवन करने से गर्भवती महिला को इन परेशानियों से राहत पाने में मदद मिलती है।
प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में करता है मदद
दही में मौजूद गुड बैक्टीरिया संक्रमण पैदा करने वाले बैड बैक्टीरिया से लड़ने में सहायक होते हैं। साथ ही दही का सेवन करने से गर्भवती महिला की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में भी मदद मिलती है क्योंकि यह बॉडी में प्रोबायोटिक्स की संख्या को बढ़ाते हैं जो पाचन के रास्ते से पोषक तत्वों के अवशोषित करने में मदद करते हैं। जिससे प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को इन्फेक्शन की समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है।
वजन नियंत्रित करने में होती है फायदेमंद
प्रेगनेंसी के दौरान महिला का वजन बढ़ना अच्छी बात होती है लेकिन जरुरत से ज्यादा वजन का बढ़ना भी गर्भवती महिला के लिए परेशानी का कारण बन सकता है। ऐसे में दही का सेवन करने से बॉडी में कॉर्टिसोल नामक हार्मोन के स्तर को बढ़ने से रोकने में मदद मिलती है जो हार्मोन्स में असंतुलन और वज़न बढ़ने के लिए ज़िम्मेदार होता है। इसीलिए डॉक्टर भी प्रेगनेंसी के दौरान वजन पर नियंत्रण रखने के लिए दही का सेवन करने की सलाह दे सकते हैं।
तो यह हैं कुछ फायदे जो प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु को दही का सेवन करने से मिलते हैं। इसके अलावा रात के समय दही क सेवन करने से परहेज करना चाहिए साथ ही यदि गर्भवती महिला को फ्लू, खांसी, जुखाम आदि की परेशानी है तो भी इसका सेवन नहीं करना चाहिए।