गर्भवती महिला प्रेगनेंसी के दौरान जितनी सावधानी बरतती है, उतना ही गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु के लिए बेहतर होता है। खासकर खान पान को लेकर तो बहुत ज्यादा सावधानी बरतने की जरुरत होती है। क्योंकि पोषक तत्वों से भरपूर खान पान जहां प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु को स्वस्थ रखने में मदद करता है। वही गलत खान पान नुकसान भी पहुंचा सकता है, लेकिन बॉडी में हो रहे हार्मोनल बदलाव के कारण गर्भवती महिला का कई बार तीखा और चटपटा खाने का मन कर सकता है।
ऐसे में बाहर के खाने के सेवन से तो महिला को परहेज रखना चाहिए, और साथ ही घर में बनाए खाने में भी मसालों का सोच समझकर इस्तेमाल करना चाहिए। क्योंकि कुछ मसाले ऐसे होते हैं जिनका सेवन करने से गर्भवती महिला या गर्भ में पल रहे शिशु को नुकसान पहुँच सकता है, या जिनका अधिक सेवन करने से महिला को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। तो आइये आज हम इस विषय के बारे में ही बताने जा रहे हैं की प्रेगनेंसी के दौरान कौन से मसालों का सेवन करना चाहिए और कौन से मसालों का सेवन नहीं करना चाहिए।
प्रेगनेंसी के दौरान कौन से मसाले खाने चाहिए
कुछ मसाले ऐसे भी होते हैं जिनका सेवन प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला के लिए फायदेमंद होते हैं, तो आइये अब जानते हैं की प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला कौन से मसालों का सेवन कर सकती है।
जीरा
जीरा प्रेगनेंसी के दौरान बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि इसके सेवन से पेट में गैस जैसी परेशानी का सामना गर्भवती महिला को नहीं करना पड़ता है। साथ ही यह शिशु के जन्म के बाद दूध के भरपूर उत्पादन के लिए भी फायदेमंद होता है।
काली मिर्च
काली मिर्च का सेवन भी यदि गर्भवती महिला करती है तो इससे भी प्रेगनेंसी के दौरान फायदा मिलता है, क्योंकि इसमें मौजूद क्रोमियम ब्लड शुगर लेवल को मेंटेन रखने में मदद करता है। साथ ही इसके कारण महिला को सीने में जलन जैसी परेशानी से भी राहत पाने में मदद मिलती है।
हरी इलायची
जिन गर्भवती महिलाओं में खून की कमी होती है उन्हें प्रेगनेंसी के दौरान इलायची का सेवन जरूर करना चाहिए। क्योंकि यह ब्लड में हीमोग्लोबिन की मात्रा को बनाएं रखने में मदद करता है।
वाइट पेपर
ज्यादातर गर्भवती महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान कब्ज़ की समस्या से परेशान रहती है, ऐसे में कब्ज़ की समस्या से राहत पाने के लिए महिला को सब्जियों में वाइट पेपर का इस्तेमाल करना चाहिए, क्योंकि यह बहुत फायदेमंद होता है।
हल्दी
हल्दी भी प्रेगनेंसी के दौरान बहुत फायदेमंद होती है एंटी बैक्टेरियल गुणों से भरपूर होने के कारण यह लिवर को साफ़ और सुरक्षित रखने में मदद करती है। साथ ही यह प्रेगनेंसी के दौरान बॉडी पेन की समस्या से राहत दिलाने में भी मदद करता है।
प्रेगनेंसी के दौरान इन मसालों का सेवन नहीं करना चाहिए
प्रेगनेंसी के दौरान कुछ ऐसे मसालें हैं जिनका सेवन नहीं करना चाहिए, तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की गर्भवती महिला को किन मसालों का सेवन नहीं करना चाहिए।
हींग
गर्भावस्था के दौरान हींग का सेवन न करने की सलाह दी जाती है क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान हींग का सेवन गर्भपात का कारण बन सकता है।
मुलैठी
मुलैठी का सेवन गर्भवती महिला के करने से गर्भ में पल रहा शिशु तनाव में आ सकता है या गर्भ में असरहज महसूस कर सकता है। क्योंकि यह प्लेसेंटा के माध्यम से गर्भ में पल रहे शिशु के पास ऐसे हॉर्मोन्स को पहुंचाता है जिससे शिशु तनाव में आ जाता है, ऐसे में प्रेगनेंसी के दौरान मुलैठी का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
मेथी दाना
मेथी दाना का सेवन करने से गर्भाशय का मुँह खुलने का खतरा रहता है, जिसके कारण समय से पूर्व प्रसव होने के साथ गर्भपात जैसी परेशानी होने के चांस भी बढ़ जाते हैं। साथ ही इसके अधिक सेवन के कारण शिशु के विकास में कमी जैसी परेशानी का सामना भी महिला को करना पड़ सकता है।
दालचीनी
दालचीनी का सेवन थोड़ा बहुत गर्भवती महिला प्रेगनेंसी के दौरान कर सकती है क्योंकि यह ब्लड प्रैशर को कण्ट्रोल में रखने में मदद करता है लेकिन इसका अधिक मात्रा में सेवन करना गर्भवती महिला के लिए नुकसानदायक हो सकता है, क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है।
लाल मिर्च
लाल मिर्च का सेवन भी प्रेगनेंसी के दौरान नहीं करना चाहिए, क्योंकि लाल मिर्च का अधिक सेवन पेट से सम्बंधित समस्या, सीने में जलन जैसी परेशानी का कारण बन सकता है।
तो यह हैं कुछ मसालें जो गर्भवती महिला प्रेगनेंसी के दौरान खा सकती है और साथ ही जिनका सेवन गर्भवती महिला को नहीं करना चाहिए। और यदि महिला खान पान में पूरी सावधानी बरतती है तो इससे गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान स्वस्थ रहने के साथ गर्भ में पल रहे शिशु को स्वस्थ रहने में भी मदद मिलती है।