प्रेगनेंसी के पहले तीन महीने
गर्भवती महिला के लिए प्रेगनेंसी के पहले तीन महीने बहुत ही अहम होते हैं क्योंकि यह प्रेगनेंसी का शुरूआती समय तो होता ही है लेकिन साथ ही इस समय शिशु का विकास भी शुरु होता है, क्योंकि शिशु के अंगो की आकृतियां बन रही होती है। ऐसे में यदि महिला अपना अच्छे से ध्यान नहीं रखती है, खान पान में लापरवाही करती है, तनाव लेती है, प्रेगनेंसी में दिखने वाले असहज लक्षणों को अनदेखा करती है, तो इससे न केवल गर्भवती महिला की परेशानियां बढ़ती है बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु को भी खतरा हो सकता है। ऐसे में महिला यदि प्रेगनेंसी की शुरुआत से ही अपने अच्छे से ध्यान रखती है तो प्रेगनेंसी में आने वाली परेशानियों को कम करने के साथ शिशु के विकास की प्रक्रिया को बेहतर तरीके से होने में मदद मिलती है।
गर्भावस्था के पहले तीन महीने में यह जरूर करें
गर्भावस्था के पहले तीन महीने गर्भवती महिला के लिए बहुत अहम होते हैं क्योंकि ऐसे में महिला के बॉडी में हार्मोनल बदलाव होने के कारण महिला को बहुत सी परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है, ऐसे में महिला यदि कुछ बातों का ध्यान रखती है तो इससे महिला को स्वस्थ रहने के साथ गर्भ में शिशु को किसी भी दिक्कत से बचाने में मदद मिलती है। तो आइये अब जानते हैं की गर्भवती महिला को पहले तीन महीने में क्या जरूर करना चाहिए।
डॉक्टर से जांच
प्रेगनेंसी के दूसरे महीने में जैसे ही पीरियड्स मिस होने के बाद महिला घर में जांच करती है की वो प्रेग्नेंट है या नहीं, और परिणाम सही आता है। तो महिला को बिना देरी किये तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए ताकि प्रेगनेंसी की शुरुआत से ही प्रेगनेंसी से जुडी सभी जानकारी मिल सके, और प्रेगनेंसी की शुरुआत से ही सही ट्रीटमेंट शुरू हो सके।
सभी जरुरी टेस्ट
प्रेगनेंसी के पहले तीन महीने में बॉडी के सभी जरुरी टेस्ट महिला को करवा लेने चाहिए जैसे की ब्लड टेस्ट, यूरिन टेस्ट, व् अन्य सभी जो जो जरुरी टेस्ट आपको डॉक्टर कहता है सभी करवाने चाहिए। ताकि यदि कोई परेशानी है तो प्रेगनेंसी की शुरुआत में ही पता चल जाये और समय रहते इसका इलाज हो सके। और महिला को प्रेगनेंसी के दौरान परेशानी से बचे रहने में मदद मिल सके। साथ ही पहले तीन महीने में यदि महिला को डॉक्टर अल्ट्रासॉउन्ड करवाने की सलाह देते हैं तो वो भी करना चाहिए।
खान पान की जानकारी
गर्भावस्था के पहले तीन महीने में महिला को खान पान से जुडी सभी जानकारी को इक्कठा करना चाहिए। क्योंकि कुछ ऐसी चीजें होती है जिनके सेवन से प्रेगनेंसी के दौरान परहेज करना चाहिए। क्योंकि उनका सेवन करने से न केवल गर्भवती महिला को बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु को भी खतरा हो सकता है। जैसे की कच्चा पपीता, कच्चे पपीते का यदि गर्भवती महिला सेवन करती है तो इससे महिला के गर्भपात होने का खतरा रहता है। ऐसे में क्या नहीं खाना चाहिए और प्रेगनेंसी के दौरान कौन से आहार को लेना फायदेमंद है इसके बारे में पूरी जानकारी महिला को इक्कठी करनी चाहिए।
क्या करे क्या नहीं
गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान बहुत सावधानी बरतनी की जरुरत होती है ताकि किसी भी तरह की कोई दिक्कत ना हो। ऐसे में प्रेगनेंसी में कौन से काम करने चाहिए और कौन से काम नहीं करने चाहिए। जैसे की पेट पर दबाव पड़ने वाले काम, केमिकल का इस्तेमाल होने वाले काम, घर में पालतू जानवर के काम, अधिक व्यायाम आदि नहीं करना चाहिए, आदि। क्योंकि यह सभी काम गर्भवती महिला के साथ शिशु को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। और महिला को भरपूर आराम करना चाहिए, खुश रहना चाहिए, आदि। क्योंकि यह प्रेगनेंसी के दौरान फायदेमंद होते हैं।
प्रेगनेंसी के अनुभव की जानकारी
पूरे प्रेगनेंसी के नौ महीने महिला किसी न किसी नए अनुभव या बदलाव से गुजरती है ऐसे में महिला कई बार तनाव में भी आ सकती है। लेकिन यदि महिला को प्रेगनेंसी के हर अनुभव की जानकारी हो तो प्रेगनेंसी के दौरान होने वाले बदलाव व् अनुभव को समझने में आसानी होती है जिससे प्रेगनेंसी के दौरान आने वाली परशानियों से बचने में मदद मिलती है। और इसके लिए आप इंटरनेट, अपनी सहेलियों, किताबों, घर के बड़े आदि सभी से जानकारी इक्कठी करनी चाहिए।
तो यह हैं कुछ काम जो महिला को प्रेगनेंसी के पहले तीन महीने में जरूर करने चाहिए, ताकि प्रेगनेंसी में किसी तरह की दिक्कत न हो और गर्भवती महिला और शिशु को स्वस्थ रहने में मदद मिल सके।