प्रेगनेंसी किसी भी महिला के लिए बहुत ही खास समय होता है लेकिन इस पल के खास होने के साथ गर्भवती महिला के कन्धों पर एक नन्ही सी जान के गर्भ में बेहतर विकास की जिम्मेवारी भी आ जाती है। ऐसे में महिला को हर छोटी से छोटी बात का अच्छे से ध्यान रखना पड़ता है ताकि गर्भवती महिला और गर्भ में पल रहे शिशु को प्रेगनेंसी के दौरान हर दिक्कत से बचे रहने में मदद मिल सके। और केवल महिला को अपने काम का ही ध्यान नहीं रखना पड़ता है बल्कि मौसम में बदलाव के साथ अपनी केयर के टिप्स के भी बदलाव की जरुरत होती है। तो लीजिये आज हम सर्दियों के मौसम में गर्भवती महिला को ठण्ड से बचने के लिए नहाते समय कैसे पानी का इस्तेमाल करना चाहिए इससे जुडी कुछ बातें बताने जा रहें हैं।

प्रेग्नेंट महिला को सर्दियों में गर्म पानी से नहाना चाहिए या नहीं?

जैसे ही ठंडी हवाओं की दस्तक शुरू होती है बहुत से लोग गर्म पानी से नहाना शुरू कर देते हैं और यह अच्छा भी है क्योंकि इससे ठण्ड से बचे रहने के मदद मिलती है। लेकिन क्या गर्भवती महिला को गर्म पानी से नहाना चाहिए? तो इसका जवाब है की हमारी बॉडी का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस होता है, अब पानी का तापमान यदि 38 डिग्री सेल्सियस है तो वो भी शरीर को गर्म लगता है। और पानी का तापमान इससे ज्यादा भी आप बढ़ाना चाहे तो बढ़ा सकते हैं। लेकिन गर्भवती महिला को नहाने के लिए अधिक तापमान वाले पानी यानी ज्यादा गर्म पानी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

क्योंकि इससे महिला की बॉडी के तापमान में फ़र्क़ आ सकता है जिसके कारण गर्भ में शिशु पर विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है की महिला ठन्डे पानी से नहाएं क्योंकि इससे भी महिला को बीमार होने का खतरा हो सकता है। ऐसे में ठण्ड से बचाव और शिशु को किसी तरह का कोई नुकसान न हो इसके लिए गर्भवती महिला को पानी का तापमान ज्यादा नहीं बढ़ाना चाहिए। बल्कि पानी इतना गर्म हो की बॉडी को ठंडा महसूस न हो यानी गुनगुना पानी महिला नहाने के लिए इस्तेमाल कर सकती है। और गुनगुने पानी से नहाने पर महिला को आराम महसूस होता है, रिलैक्स फील होता है, मांसपेशियों को आराम मिलता है, साथ ही ठण्ड से बचे रहने में भी मदद मिलती है।

ठण्ड के मौसम में गर्भवती महिला को गर्म पानी से नहाने के नुकसान

प्रेग्नेंट महिला यदि गर्म पानी से नहाती है तो इसके कारण गर्भवती महिला से ज्यादा गर्भ में पल रहे शिशु पर नकारात्मक असर पड़ता है। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की प्रेग्नेंट महिला को गर्म पानी से नहाने पर कौन कौन से नुकसान हो सकते हैं।

गर्भपात

प्रेगनेंसी की पहली तिमाही महिला के लिए सबसे नाजुक समय होता है ऐसे में महिला को अपना बहुत अच्छे से ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। और यदि कोई गर्भवती महिला प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में गर्म पानी से नहाती है तो इसके कारण बॉडी के तापमान के बढ़ने का खतरा रहता है, जिसके कारण महिला का गर्भपात हो सकता है, या ब्लीडिंग की समस्या भी महिला को हो सकती है।

ऑक्सीजन

यदि प्रेग्नेंट महिला नहाने के लिए बहुत ज्यादा गर्म पानी का इस्तेमाल करती है तो इसके कारण गर्भ में शिशु तक ऑक्सीजन के सही प्रवाह में रुकावट आ सकती है। जिसके कारण गर्भ में शिशु असहज महसूस कर सकता है।

समय पूर्व प्रसव

अधिक तापमान वाले पानी से नहाने के कारण बॉडी के तापमान में फ़र्क़ आ सकता है जिसके कारण गर्भशय में संकुचन होने का डर रहता है। और गर्भाशय में संकुचन का अधिक होना महिला के लिए समय से पहले डिलीवरी होने की समस्या का कारण बन सकता है।

स्किन

बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण गर्भवती महिला की स्किन भी बहुत नाजुक हो जाती है। ऐसे में गर्म पानी से नहाने के कारण कुछ महिलाएं स्किन पर खुजली, रैशेस, सूखेपन की समस्या से परेशान हो सकती है।

तो यह हैं कुछ नुकसान जो गर्भवती महिला को गर्म पानी से नहाने के कारण हो सकते हैं। ऐसे में गर्भवती महिला को नहाने के लिए ज्यादा गर्म पानी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। साथ ही महिला को नहाने में ज्यादा समय भी नहीं लेना चाहिए जल्दी जल्दी नहा लेना चाहिए। और पानी से नहाने से पहले एक बार पानी में हाथ लगाकर देख लेना चाहिए की पानी ज्यादा गर्म तो नहीं है ताकि यदि पानी ज्यादा गर्म हो तो उसमे ठंडा पानी मिलाकर आप पानी के तापमान को सही कर सकें।

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