गर्भावस्था के दौरान मौसम में बदलाव होने के कारण महिला को अपने खान पान में भी थोड़े बदलाव की जरुरत हो सकती है। और महिला को ऐसे आहार का सेवन करना चाहिए जो प्रेग्नेंट महिला और शिशु के लिए पोषक तत्वों से भरपूर हो और साथ ही मौसम के दुष्प्रभाव से भी महिला और शिशु को सुरक्षित रख सकें। तो लीजिये आज हम आपको प्रेगनेंसी के दौरान यदि सर्दियों का मौसम आता है तो गर्भवती महिला को केसर दूध व् बादाम के दूध का सेवन क्यों और कब करना चाहिए इसके बारे में बताने जा रहे हैं। क्योंकि किसी भी चीज के सेवन से पहले गर्भवती महिला को उसकी पूरी जानकारी होनी चाहिए की प्रेगनेंसी में उस चीज का सेवन करना चाहिए या नहीं।

प्रेगनेंसी में केसर दूध और बादाम दूध का सेवन क्यों और कब से करना चाहिए?

बहुत सी गर्भवती महिलाएं ड्राई फ्रूट में शामिल बादाम व् केसर को लेकर थोड़ा परेशान रहती है की प्रेगनेंसी में इनका सेवन करना चाहिए या नहीं। तो लीजिये आज हम आपकी इस परेशानी का समाधान करने जा रहे हैं, गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में बादाम व् केसर के सेवन से बचना चाहिए चाहे फिर वो सर्दियों में ही क्यों न हो, क्योंकि इनकी तासीर गर्म होने के कारण गर्भ में शिशु पर नकारात्मक असर पड़ सकता है यानी इसका अधिक सेवन महिला के लिए गर्भपात जैसी परेशानी भी खड़ी कर सकता है।

लेकिन प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही से गर्भवती महिला इसका सेवन कर सकती है लेकिन सही मात्रा में जैसे की दूध में दो से तीन रेशे केसर के डालने चाहिए, एक दिन में चार से पांच बादाम का सेवन गर्भवती महिला कर सकती है। और दूध में डालकर इनका सेवन इसीलिए करना चाहिए क्योंकि दूध पोषक तत्वों से भरपूर होता है ऐसे में केसर व् बादाम के पोषक तत्व भी दूध के साथ मिल जाते हैं। जिससे इन्हे पीने का फायदा दुगुना हो जाता है तो आइये अब जानते हैं की प्रेगनेंसी में बादाम दूध व् केसर दूध का सेवन करने के कुछ फायदों के बारे में, जो गर्भवती महिला और शिशु को इनका सेवन करने से मिलते हैं।

सर्दियों में प्रेग्नेंट महिला को केसर दूध पीने के फायदे

  • केसर मिल्क की तासीर गर्म होने के कारण यह सर्दी के मौसम में बॉडी के तापमान को सही रखने में मदद करता है जिससे गर्भवती महिला को ठण्ड के कारण होने वाली परेशानी से बचाव करने में मदद मिलती है।
  • केसर को दूध के साथ मिलकर पीने से दूध व् केसर के पोषक तत्व मिलकर गर्भवती महिला को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। जैसे की दूध में मौजूद कैल्शियम गर्भवती महिला की हड्डियों को मजबूत रखने में मदद करता है वही केसर महिला को खून की कमी के कारण होने वाली परेशानी से बचाव के साथ बॉडी में आयरन की मात्रा को सही रखने में मदद करता है।
  • केसर मिल्क पीने से गर्भ में पल रहे शिशु की रंगत में निखार लाने में मदद मिलती है।
  • ब्लड प्रेशर से जुडी परेशानी से गर्भवती महिला को बचे रहने में मदद मिलती है।
  • मूड स्विंग्स के कारण बहुत सी गर्भवती महिलाएं परेशान रहती है लेकिन सर्दियों में केसर दूध का सेवन यदि गर्भवती महिला करती है तो इससे महिला के मूड को सही रखने में मदद मिलती है।
  • केसर दूध का सेवन करने से गर्भवती महिला को लिवर व् किडनी से सम्बंधित परेशानियों से बचे रहने में मदद मिलती है।
  • ऐसा भी माना जाता है की सर्दियों में ठण्ड के कारण एक ही जगह बैठे रहने का मन करता है जिससे हो सकता है गर्भ में शिशु भी सुस्त रहने लगे। लेकिन केसर का दूध पीने से गर्भ में शिशु की मूवमेंट को बेहतर रखने में मदद मिलती है।

सर्दियों में प्रेग्नेंट महिला को बादाम दूध पीने के फायदे

  • सर्दी के मौसम में बादाम मिल्क का सेवन करने से गर्भवती महिला को एनर्जी से भरपूर रहने में मदद मिलती है क्योंकि बादाम के दूध में न्यूट्रिएंट्स भरपूर मात्रा में मौजूद होते हैं। जो गर्भवती महिला और शिशु दोनों को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।
  • बादाम के दूध का सेवन करने से गर्भ में पल रहे शिशु के शारीरिक विकास के साथ मानसिक विकास को भी बेहतर होने में मदद मिलती है।
  • कोलेस्ट्रॉल को कण्ट्रोल रखने के साथ हदय को स्वस्थ रखने के लिए प्रेग्नेंट महिला बादाम के दूध का सेवन कर सकती है।
  • फाइबर से भरपूर होने के कारण बादाम का दूध गर्भवती महिला की पाचन क्रिया को बेहतर रखने में मदद करता है।
  • गर्भवती महिला को हड्डियों की मजबूती और गर्भ में शिशु की हड्डियों के बेहतर विकास के लिए भी गर्भवती महिला को बादाम के दूध का सेवन जरूर करना चाहिए।

तो यह हैं प्रेगनेंसी के दौरान सर्दियों में केसर दूध व् बादाम दूध क्यों को कब पीना चाहिए इससे जुड़े कुछ टिप्स, तो यदि आप भी गर्भवती महिला और आपकी प्रेगनेंसी की दूसरी तिमाही चलने के साथ सर्दियों का मौसम है तो आपको भी इनका जरूर करना चाहिए।

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