गर्भवस्था महिला के लिए एक ऐसा समय होता है जहां क्या खाना है। केवल इसी चीज का ध्यान नहीं रखना होता है। बल्कि कितनी मात्रा में और प्रेगनेंसी के दौरान कब उस चीज का सेवन सही होता है। इन बातों का ध्यान रखना भी जरुरी होता है। क्योंकि महिला द्वारा खान पान में बरती थोड़ी सी लापरवाही से केवल महिला का स्वास्थ्य ही प्रभावित नहीं होता है। बल्कि गलत खान पान और गलत समय पर खान पान शिशु पर भी नकारात्मक असर डाल सकता है। तो आइये आज हम प्रेगनेंसी के दौरान देसी घी का सेवन गर्भवती महिला को कब करना चाहिए इसके बारे में बात करने जा रहे हैं।
प्रेगनेंसी में कब करें घी का सेवन
- गर्भवती महिला वैसे तो प्रेगनेंसी की पहली तिमाही से ही घी का सेवन कर सकती है।
- और प्रेगनेंसी के आखिर तक इसे अपने आहार में ले सकती है।
- क्योंकि घी में मौजूद पोषक तत्व गर्भवती महिला के साथ गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी फायदेमंद होते हैं।
- लेकिन महिला को इस बात का ध्यान रखना चाहिए की वो घी का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से जरूर राय लें।
प्रेगनेंसी के दौरान कितनी मात्रा में करें घी का सेवन
- एक दिन में गर्भवती महिला दो से तीन चम्मच घी का सेवन कर सकती है।
- लेकिन महिला को रोटी पर लगाकर, सब्ज़ी या दाल में डाल कर, दूध में डालकर ही घी का सेवन करना चाहिए।
प्रेगनेंसी के दौरान घी का सेवन कब नहीं करना चाहिए
- यदि महिला का वजन ज्यादा है तो महिला को घी का सेवन करने से बचना चाहिए।
- क्योंकि घी का सेवन करने से महिला के वजन में और ज्यादा बढ़ोतरी हो सकती है।
- और महिला का बढ़ता वजन केवल प्रेगनेंसी के दौरान महिला की मुश्किलें नहीं बढ़ाता है बल्कि इससे शिशु की सेहत को नुकसान भी हो सकता है।
- यदि गर्भवती महिला को उल्टी, जी मिचलाने जैसी समस्या अधिक है तो भी महिला को घी का सेवन करने से बचना चाहिए।
- कुछ महिलाओं को घी की सुगंध से एलर्जी होती है।
- ऐसे में यदि गर्भवती महिला को भी यह समस्या है।
- तो भी प्रेग्नेंट महिला को घी का सेवन करने से बचना चाहिए।
तो यह है प्रेगनेंसी में घी का सेवन कब करना चाहिए उससे जुड़े कुछ टिप्स, ऐसे में यदि प्रेग्नेंट महिला घी का सेवन करती है। तो महिला को इन बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए। ताकि प्रेग्नेंट महिला और शिशु को घी का सेवन करने के केवल फायदे ही मिल सकें। और किसी भी तरह का नुकसान न हो।