प्रेगनेंसी में सौंफ खाने के फायदे, प्रेगनेंसी बहुत ही नाजुक समय होता है ऐसे में महिला को इस समय अपना दुगुना ध्यान रखने की सलाह दी जाती है ताकि महिला को किसी तरह की दिक्कत न हो। साथ ही माँ बन रही महिलाएं हर छोटी से छोटी चीज को लेकर परेशान हो सकती है जैसे की प्रेगनेंसी में महिला खाने पीने की चीजों को लेकर परेशान हो सकती है। इसके अलावा प्रेगनेंसी के दौरान हर कोई आपको प्रेगनेंसी में खाने पीने से जुडी राय भी दे सकता है।
और प्रेगनेंसी के दौरान यह जरुरी भी होता है की महिला खान पान में पूरी सावधानी बरतें ताकि गर्भवती महिला और उसके पेट में पल रहे शिशु को किसी तरह की दिक्कत न हो। तो आज हम इस आर्टिकल में एक ऐसी ही चीज के बारे में बताने जा रहे हैं और वो है सौंफ, प्रेगनेंसी के दौरान सौंफ का सेवन करना चाहिए या नहीं इसे जानना बहुत जरुरी होता है।
क्या प्रेगनेंसी में सौंफ का सेवन कर सकते हैं?
जी हाँ, प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला सौंफ का सेवन कर सकती है। जैसे की खाने के बाद आधा चम्मच सौंफ का सेवन कर सकती है। लेकिन सौंफ की चाय प्रेग्नेंट महिला को नहीं पीनी चाहिए, उबालने के बाद सौंफ का पानी आदि नहीं पीना चाहिए। इसके अलावा सिमित मात्रा में ही सौंफ का सेवन करना चाहिए। क्योंकि जरुरत से ज्यादा सौंफ का सेवन प्रेग्नेंट महिला और उसके पेट में पल रहे बच्चे को नुकसान पहुंचा सकता है। और इसके लिए आप चाहे तो एक बार आपको डॉक्टर से भी परामर्श जरूर लेना चाहिए, की प्रेगनेंसी में कब और कितनी मात्रा में सौंफ का सेवन करना चाहिए।
प्रेगनेंसी में सौंफ का सेवन करने के फायदे
गर्भवती महिला यदि सिमित मात्रा में सौंफ का सेवन करती है। तो यह प्रेगनेंसी के दौरान फायदेमंद हो सकता है। तो आइये अब जानते हैं की प्रेगनेंसी में सौंफ खाने से कौन से फायदे मिलते हैं।
पोटैशियम
- सौंफ के छोटे छोटे दानों में पोटैशियम की मात्रा मौजूद होती है।
- जो ब्लड में सोडियम की मात्रा को संतुलित रखने में मदद करती है।
- जिससे प्रेगनेंसी के दौरान ब्लड प्रैशर को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है।
आयरन
- प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला के शरीर में खून की कमी गर्भवती महिला के साथ महिला के पेट में पल रहे शिशु को भी नुकसान पहुंचा सकती है।
- लेकिन यदि महिला प्रेगनेंसी के दौरान सौंफ का सेवन करती है।
- तो बॉडी में खून की कमी को पूरा करने में मदद मिलती है।
- जिससे महिला व् शिशु को खून की कमी के कारण होने वाली परेशानियों से बचे रहने में मदद मिलती है।
मैग्नीशियम
- सौंफ में मैग्नीशियम की मात्रा भी मौजूद होती है।
- जो प्रेग्नेंट महिला को नींद न आने की समस्या से बचाने के साथ गहरी नींद लेने में मदद करती है।
गेस्टशन डाइबिटीज़
- हाइपोग्लाइसेमिक गुण मौजूद होने के कारण सौंफ ब्लड में शुगर के लेवल को कण्ट्रोल में रखने में मदद करता है।
- जिससे प्रेग्नेंट महिला को प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली गेस्टेशनल डाइबिटीज़ की समस्या से बचाने में मदद मिलती है।
फाइबर
- प्रेग्नेंट महिला को प्रेगनेंसी के दौरान पाचन क्रिया का धीमा पड़ना, कब्ज़, पेट में गैस जैसी परेशानियां हो सकती है।
- लेकिन यदि गर्भवती महिला सौंफ का सेवन करती है।
- तो इससे महिला को इन सभी पोरेशनियों से निजात पाने में मदद मिलती है।
- क्योंकि सौंफ में फाइबर की मात्रा मौजूद होती है।
- जो पाचन क्रिया को दुरुस्त रखने के साथ कब्ज़ जैसी परेशानी से राहत दिलाने में भी मदद करता है।
प्रेगनेंसी में सौंफ खाने के नुकसान
गर्भवती महिला यदि सौंफ का सेवन जरुरत से ज्यादा करती है। तो इसके कारण महिला को बहुत सी परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है। तो आइये अब जानते हैं की जरुरत से ज्यादा सौंफ का सेवन करने से प्रेग्नेंट महिला को कौन से नुकसान हो सकते हैं।
एलर्जी: सौंफ का अधिक सेवन करने के कारण प्रेग्नेंट महिला को एलर्जी जैसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
ब्लीडिंग: यदि गर्भवती महिला सिमित मात्रा से ज्यादा सौंफ का सेवन करती है। तो इसके कारण गर्भवती महिला को ब्लीडिंग जैसी परेशानी हो सकती है।
गर्भपात: जरुरत से ज्यादा सौंफ का सेवन गर्भाशय में संकुचन हो सकता है। और गर्भाशय में संकुचन का अधिक होना महिला के गर्भपात का कारण बन सकता है।
तो यह हैं कुछ फायदे और नुकसान जो गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी में सौंफ का सेवन करने के कारण हो सकते हैं। ऐसे में सौंफ का सेवन करने से महिला को केवल फायदे ही हो इसके लिए महिला को सिमित मात्रा में सौंफ का सेवन करना चाहिए। साथ ही सौंफ का सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर की राय लेना न भूलें।