जैसे ही आप गर्भवती होती तो आपके लिए सब कुछ बदल जाता है। जैसे की आपके पसंदीदा कपड़े, पसंदीदा भोजन आदि। प्रेगनेंसी के दौरान बहुत साड़ी आदतों को बदलना पड़ता है जैसे की रात देर तक काम करना, पसंदीदा खाना, कपड़े, रात देर तक पढ़ना, घूमना आदि। इन्ही सब आदतों और शोक में महिलाओं का एक शोक होता है हेयर कलर करना।
क्योंकि हेयर कलर एक केमिकल बेस प्रोडक्ट है तो इसी के साथ यह सवाल उठता है के गर्भावस्था के दौरान क्या हेयर कलर करना सुरक्षित है या नहीं? हेयर कलर सुरक्षित है या नहीं यह जानने के लिए हेयर कलर के बारे में जानना होगा।
हेयर कलर के बारे में एक्सपर्ट्स के सुझाव:
- एक रिसर्च के अनुसार, हेयर डाई का इस्तेमाल करने से इम्युनिटी पावर के स्तर कमी आ जाती है।
- हेयर कलर करते समय हेयर कलर की थोड़ी मात्रा आपकी त्वचा के द्वारा आपके शरीर में भी चली जाती है।
- हेयर डाई में टॉक्सिक केमिकल मौजूद होते है जो की हेयर कलर करते समय ज़हरीली हवा छोड़ते है।
- आपका शिशु आपके द्वारा ही सांस लेता है तो कलर करने से थोड़ा प्रभाव शिशु के विकास पर भी पड़ता है।
- हेयर कलर अमोनिआ बेस्ड होता है, अमोनिआ एक जहरीला तत्व है।
- एक्सपर्ट्स के अनुसार प्राकृतिक हेयर कलर केमिकल हेयर कलर की अपेक्षा ज्यादा सुरक्षित है।
गर्भावस्था में हेयर कलर का प्रयोग :
- गर्भावस्था में हेयर डाई कम से कम प्रयोग करें।
- हेयर कलर की इंग्रेडिएंट्स डिटेल जरूर पढ़े, अगर कलर अमोनिआ बेस्ड है तो प्रेगनेंसी में प्रयोग ना करें।
- यदि हो सकें तो प्रेगनेंसी के शुरूआती 3-4 महीनें में हेयर डाई ना करें।
- कलर करना बहुत ही जरुरी हो तो गर्भावस्था में पुरे बालों पर कलर करने की जगह सिर्फ हाइलाइट्स करवा लें।
- प्रेगनेंसी के दौरान बहुत सारे हार्मोन्स बदलाव होते है जरुरी नहीं पहले जो चीज आपके लिए सुरक्षित थी वो अब भी आपके लिए सेफ हो, हो सके कलर करने से पहले पैच टेस्ट जरूर कर लें।
- कलर करवाते समय ध्यान रखें की कलर त्वचा पर ना लगें और बालों की भी जड़ो पर टच-अप ना करवाए।
वैसे तो गर्भावस्था के हेयर कलर करना सुरक्षित ही है लेकिन फिर भी हमारे शिशु से बढ़कर हमारे लिए कुछ भी नहीं है। कोई भी नई चीज आजमाने से पहले अपनी डॉक्टर से जरूर सलाह ले।