पांच सुपर फ़ूड जो गर्भ में शिशु को बनाये हेल्दी, प्रेगनेंसी के दौरान कैसे अपने शिशु को बनाये हेल्दी, गर्भावस्था में स्वस्थ्य शिशु पाने के उपाय, Ways to have Healthy Baby during Pregnancy
गर्भावस्था के दौरान हर माता पिता अपने शिशु के लिए बहुत से सपने देखने लगते है और चाहते है के उनका आने वाला शिशु पूरी तरह स्वस्थ हो। जो पूरी तरह से उचित भी है। एक हेल्दी बेबी के लिए हेल्दी प्रेगनेंसी का होना बहुत जरुरी है। मतलब अगर गर्भवती महिला गर्भावस्था के नौ महीने पूरी तरह से स्वस्थ रहती है तभी वह एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती है।
एक स्वस्थ शिशु के लिए जरुरी है के गर्भवती महिला इन दिनों में शारीरिक और मानसिक तौर पर अपना ध्यान रखे।
पांच सुपर फ़ूड जो गर्भ में शिशु को बनाये हेल्दी
आइए आज हम आपको कुछ ऐसे भोजन के बारे में बताते है जो गर्भ में पल रहे शिशु को बनाएँगे स्वस्थ।
ताजे फल:
- गर्भवती महिला को एक में कम से कम चार फलों का सेवन जरूर करना चाहिए।
- ध्यान रहे फल ताजे होने चाहिए।
- फलों का सेवन आपका वजन नियंत्रित रखता है।
- इन्हे खाने से शिशु की दिमाग का भी विकास होता है।
- फलों को खाने से गर्भवती महिला का एनर्जी लेवल भी बना रहता है।
हरी सब्जियाँ:
- प्रेगनेंसी के दौरान हर महिला को ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
- हरी सब्जियों से आयरन की कमी पूरी होती है।
- इससे शिशु और माँ दोनों में खून की कमी नहीं होती है।
- हरी सब्जियां एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन सी, विटामिन के, विटामिन ए से भरपूर होता है।
- यह सभी पोषक तत्व एक गर्भवती महिला और उसके शिशु के लिए बहुत जरुरी होते है।
- हरी ताज़ी सब्जियों के सेवन से लो बर्थ वेट का खतरा कम होता है।
डेरी उत्पाद:
- गर्भावस्था में भूर्ण की सभी जरूरतों को पूरा करने के लिए एक्स्ट्रा विटामिन्स, कैल्शियम और प्रोटीन की जरूरत पड़ती है।
- मिल्क और मिल्क से बने सभी उत्पाद प्रेगनेंसी के दौरान फायदेमंद होते है।
- बहुत से मिल्क प्रोडक्ट्स में प्रोबिओटिक बैक्टीरिया होते है।
- जो पाचन क्रिया को अच्छा करने में मदद करते है।
- दूध और दूध से बने उत्पादों से कैल्शियम की अच्छी मात्रा ली जा सकती है।
- कैल्शियम शिशु और माँ की हड्डियों को मजबूत बनाता है।
- दही भी गर्भावस्था के दौरान बहुत फायदेमंद होता है।
- दही के प्रोबिओटिक बैक्टीरिया डिलीवरी के रिस्क को कम करते है।
शकरकंद:
- शकरकंद में बीटा कैरोटीन भरपूर मात्रा में पाया जाता है।
- बीटा कैरोटीन हमारे शरीर में विटामिन ए की मात्रा को बढ़ाता है।
- गर्भवती महिलाओं को विटामिन ए की मात्रा को बढ़ाने की सलाह दी जाती है।
- 100 से 150 ग्राम शकरकंद खाने से गर्भवती महिला के शरीर की रोज की विटामिन ए की जरूरत पूरी होती है।
- विटामिन ए गर्भ में पल रहे भूर्ण की ग्रोथ में मदद करता है।
- शकरकंद का सेवन गर्भावस्था में होने वाली शुगर के खतरे को भी कम करता है।
सूखे मेवे:
- मेवे का एक छोटा सा पीस में इतना नुट्रिएंट्स होता है जितना फ्रेश फ्रूट में होता है।
- थोड़ी सी मात्रा में लिया गया सूखा मेवा विटामिन्स, मिनरल्स और आयरन और पोटैशियम की कमी को पूरा करते है।
- खजूर में पोटैशियम, फाइबर और आयरन की भरपूर मात्रा होती है।
- खजूर के सेवन गर्भावस्था के आख़िरी तीन महीनो के लिए फायदेमंद रहता है।
- सूखे मेवों का उपयोग गर्भावस्था में शिशु और माँ दोनों के लिए ही फायदेमंद होता है।
- पर ध्यान रखिये सूखे मेवों को एक दिन में एक बार ही प्रयोग करें।
इन सभी चीजों को अपने रोजाना के भोजन में शामिल करने से बच्चा और माँ दोनों स्वस्थ होंगे। आशा है यह लेख आपकी सेहतमंद प्रेगनेंसी में काम आएगा।