गर्भावस्था हर महिला की जिंदगी का वो मोड़ होता है जहां उसकी जिंदगी पूरी तरह बदल जाती है। जैसे की महिला के शरीर में बदलाव आते हैं, महिला की ख़ूबसूरती में बदलाव आते है, महिला के रिश्तों में बदलाव आते हैं, आदि। इसके अलावा महिला जो नोर्मल लाइफ में परेशानी महसूस नहीं करती है उन परेशानियों का सामना महिला को प्रेगनेंसी के दौरान करना पड़ सकता है। लेकिन ऐसा जरुरी नहीं है की हर गर्भवती महिला की एक ही तरह के बदलाव महसूस करे।
लेकिन एक बात जो सभी प्रेगनेंसी में मिलती है की हर प्रेग्नेंट महिला को अपना दुगुना ध्यान रखना पड़ता है। क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान महिला अकेली नहीं होती है। बल्कि अब महिला के गर्भ में एक नन्ही जान भी पल रही होती है जो पूरी तरह से महिला पर ही निर्भर करती है। ऐसे में माँ और बच्चा दोनों स्वस्थ रहें और प्रेगनेंसी के दौरान किसी भी तरह की कॉम्प्लीकेशन्स न हो इसके लिए कुछ ऐसे काम है जो प्रेगनेंसी के दौरान महिला को नहीं करने चाहिए। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की वो काम कौन से हैं।
डॉक्टर से मिलने में देरी
घर में प्रेगनेंसी कन्फर्म होने के बाद तुरंत महिला को डॉक्टर से मिलने जाना चाहिए और डॉक्टर से मिलने में बिल्कुल भी देरी नहीं करनी चाहिए। क्योंकि हो सकता है डॉक्टर से मिलने में थोड़ी देरी आपके लिए परेशानी खड़ी कर दे।
दवाइयों व् जाँच में लापरवाही
गर्भवती महिला को डॉक्टर की बिना सलाह के किसी भी दवाई का सेवन नहीं करना चाहिए और डॉक्टर ने जो दवाइयां बताई हैं उनका सेवन जरूर करना चाहिए। साथ ही अपनी सभी जांच को महिला को समय से करवाना चाहिए और उसमे किसी भी तरह की लापरवाही नहीं करनी चाहिए।
खाने में आनाकानी
बॉडी में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण, शारीरिक परेशानियों के बढ़ने की वजह से गर्भवती महिला को खाने के प्रति अरुचि उत्त्पन्न हो सकती है। लेकिन ऐसे में गर्भवती महिला को खाने को छोड़ना नहीं चाहिए, बल्कि अपनी डाइट को सही ढंग से लेना चाहिए। क्योंकि भरपूर आहार न लेने के कारण महिला को स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियां अधिक होने के साथ बच्चे के विकास में कमी आ सकती है। साथ ही वजन बढ़ने के डर से प्रेग्नेंट महिला को खाने को छोड़ना नहीं चाहिए।
जंक फ़ूड का सेवन
जंक फ़ूड, ज्यादा तेलीय व् मसालेदार खाना, स्ट्रीट फ़ूड, आदि का सेवन भी गर्भवती महिला को नहीं करना चाहिए। क्योंकि इससे महिला व् बच्चे को पोषक तत्व नहीं मिलते हैं। जिससे बच्चे के विकास में कमी, गर्भवती महिला को शारीरिक कमजोरी जैसी परेशानियां अधिक हो सकती है।
यात्रा
गर्भावस्था के दौरान महिला को यात्रा करने से बचना चाहिए क्योंकि यात्रा के दौरान एक ही जगह पर बहुत देर तक बैठे रहने से, अचानक से झटका लगने आदि से महिला की तबियत खराब हो सकती है। जिसका असर महिला व् बच्चे की सेहत पर पड़ सकता है। यहां तक की यात्रा के कारण शुरूआती दिनों में गर्भपात होने का खतरा भी अधिक होता है और आखिर में शिशु का जन्म समय से पहले होने का खतरा रहता है।
भारी सामान उठाना व् सरकाना
प्रेग्नेंट महिला को बिल्कुल भी भारी सामान न तो उठाना चाहिए न ही सरकाना चाहिए। क्योंकि इसके कारण पेट को झटका, पेट पर जोर आदि पड़ने का खतरा रहता है, जिसकी वजह से गर्भ गिरने व् समय से पहले शिशु का जन्म होने जैसी समस्या हो सकती है।
झुकें नहीं
प्रेगनेंसी की किसी भी तिमाही में महिला को झुककर काम नहीं करना चाहिए जैसे की वाशरूम को साफ़ करना, गिरी हुई चीजों को उठाना आदि। क्योंकि इसके कारण गर्भपात, पेट पर दबाव पड़ने के कारण शिशु को परेशानी, समय से पहले बच्चे का जन्म आदि दिक्कत हो सकती है।
पेट और पैरों के बल काम न करें
प्रेग्नेंट महिला को ऐसा कोई भी काम नहीं करना चाहिए जिसमे महिला के पेट पर दबाव पड़े। साथ ही महिला को पैरों के भार बैठकर भी काम नहीं करना चाहिए। क्योंकि इसके कारण पेट पर दबाव पड़ता है। और पेट पर अधिक दबाव का पड़ना महिला व् बच्चे दोनों के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है।
मालिश
गर्भवती महिला को मालिश करने से भी बचना चाहिए खासकर पेट की मालिश तो बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। क्योंकि इसके कारण पेट पर दबाव पड़ने का खतरा रहता है। जिससे बच्चे को दिक्कत हो सकती है।
केमिकल का इस्तेमाल
किसी भी तरह के केमिकल का इस्तेमाल जैसे की पोछा लगाने में इस्तेमाल किया जाने वाला केमिकल, कपडे धोने के लिए इस्तेमाल किये जाने वाला केमिकल, आदि के प्रयोग से बचना चाहिए। क्योंकि इनके कारण महिला को इन्फेक्शन का खतरा रहता है जिससे बच्चे को भी दिक्कत हो सकती है।
गर्म पानी से नहाना
गर्भवती महिला को गर्म पानी से नहीं नहाना चाहिए, यहां तक की गर्म पानी से पेट की सिकाई आदि भी नहीं करनी चाहिए। क्योंकि इसके कारण गर्भाशय में हलचल बढ़ सकती है साथ शुरूआती तीन महीनों में इसके कारण गर्भपात भी हो सकता है।
असहज महसूस होने पर अनदेखा
प्रेग्नेंट महिला को अपने शरीर में होने वाले छोटे छोटे बदलाव का भी ध्यान रखना चाहिए। और यदि कोई भी ऐसा लक्षण महसूस हो जिससे महिला या बच्चे को परेशानी तो उसे अनदेखा न करते हुए तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। क्योंकि हो सकता है की बाद में इसके कारण आपको ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़े।
एक्स रे
प्रेग्नेंट महिला को प्रेगनेंसी के दौरान एक्स रे नहीं करवाना चाहिए। क्योंकि एक्स रे से निकलने वाली रेडिएशन के कारण बच्चे के शारीरिक व् मानसिक विकास में कमी आ सकती है। इसके अलावा एक्स रे की वजह से बच्चे को जन्मदोष होने का भी खतरा रहता है।
शराब व् धूम्रपान का सेवन
गर्भवती महिला को शराब व् धूम्रपान का सेवन भी नहीं करना चाहिए। क्योंकि इससे बच्चे के शारीरिक व् मानसिक विकास पर बुरा असर पड़ता है। साथ ही इससे समय से पहले डिलीवरी होने का भी खतरा रहता है।
व्यायाम
प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला हल्का फुल्का व्यायाम महिला कर सकती है। लेकिन बहुत अधिक व्यायाम महिला को नहीं करना चाहिए, खासकर वो व्यायाम जिससे महिला को बहुत अधिक थकावट हो, महिला के पेट पर बल पड़े, आदि। क्योंकि इससे प्रेग्नेंट महिला व् बच्चे को नुकसान हो सकता है।
तो यह हैं कुछ काम जो प्रेग्नेंट महिला को प्रेगनेंसी के दौरान नहीं करना चाहिए। क्योंकि इन्हे करने से माँ और बच्चा दोनों को परेशानी हो सकती और प्रेगनेंसी में कॉम्प्लीकेशन्स बढ़ सकती है।