गर्भवस्था के दौरान पपीते का सेवन करना चाहिए या नहीं? कहीं पपीते के सेवन से गर्भपात तो नहीं हो जायेगा? पपीते का सेवन बच्चे के विकास पर कोई बुरा असर तो नहीं डालेगा? इस तरह के कई सवाल पपीते के सेवन को लेकर गर्भवती महिला के दिमाग में आ सकते हैं। और सही भी हैं, क्योंकि गर्भवती महिला यदि किसी भी गलत चीज का सेवन प्रेगनेंसी के दौरान करती है तो इससे बच्चे और माँ दोनों की सेहत को नुकसान पहुँच सकता है। तो आइये आज इस आर्टिकल में प्रेगनेंसी में पपीते का सेवन करना चाहिए या नहीं इस बारे ने बताने जा रहे हैं।
गर्भावस्था में पपीता खाना चाहिए या नहीं?
पपीते को खाने से सेहत सम्बन्धी बहुत से फायदे मिलते हैं। लेकिन जब गर्भवती महिला की बात आती है तो प्रेग्नेंट महिला को पपीते का सेवन नहीं करना चाहिए खासकर कच्चे पपीते का। क्योंकि कच्चे पपीते में लेटेक्स व् अन्य ऐसे एंजाइम मौजूद होते हैं। जो गर्भाशय में संकुचन को बढ़ावा देते हैं। जिससे प्रेगनेंसी के शुरूआती दिनों में गर्भपात व् प्रेगनेंसी की आखिरी तिमाही में समय से पहले शिशु का जन्म जैसी परेशानियां हो सकती है।
साथ ही इससे शिशु को जन्म दोष के साथ शिशु की जान तक को खतरा हो सकता है। ऐसे में गर्भवती महिला को कच्चे पपीते का सेवन बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए। और पके हुए पपीते का सेवन भी नहीं करना चाहिए क्योंकि उसमे ज्यादा नहीं लेकिन लेटेक्स की मात्रा मौजूद जरूर होती है। ऐसे में प्रेगनेंसी पके हुए पपीते को खाने से भी रिस्क हो सकता है।
प्रेगनेंसी में पपीते खाने से होने वाले नुकसान
- कच्चे पपीते में लेटेक्स और पके हुए पपीते में पैपेन नामक एंजाइम होता है और दोनों ही गर्भाशय में संकुचन को बढ़ावा देते हैं जिससे गर्भपात व् समय से पहले बच्चे के जन्म होने का खतरा बढ़ जाता है।
- पैपेन की मौजूदगी होने के कारण पपीते का सेवन करने से गर्भ में बच्चे के विकास में समस्या आ सकती है।
- पपीते का सेवन करने से बॉडी में शिशु तक पोषक तत्व पहुंचाने वाली नाल पर दबाव बढ़ सकता है जिसके कारण शिशु को गर्भ में दिक्कत हो सकती है।
- पपीते का सेवन करने से दस्त की समस्या अधिक हो सकती है जिसके कारण भी गर्भपात हो सकता है क्योंकि पपीते में फाइबर की मात्रा मौजूद होती है और फाइबर का अधिक सेवन दस्त का कारण होता है।
- यदि आपका पहले गर्भपात या समय से पहले डिलीवरी हुई है तो आपको पपीते का सेवन करने से ज्यादा नुकसान हो सकता है।
- गेस्टेशनल डाइबिटीज़ की समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है।
तो यह हैं कुछ कारण जिनकी वजह से प्रेग्नेंट महिला को प्रेगनेंसी के दौरान न तो कच्चे और न ही पके हुए पपीते का सेवन करना चाहिए। गर्भावस्था के साथ डिलीवरी के बाद भी प्रेग्नेंट महिला को कुछ समय तक पपीते का सेवन करने से बचना चाहिए।