जन्म के बाद बच्चे की केयर को लेकर अधिकतर महिलाएं परेशान हो जाती है की क्या करें क्या नहीं, खासकर जो महिलाएं पहली बार माँ बनती हैं वो बच्चे की केयर को लेकर ज्यादा परेशान हो सकती है। बच्चे के जन्म के बाद बच्चे को बहुत ज्यादा केयर की जरुरत होती है साथ ही इस दौरान बच्चा भी अपनी जरुरत के बारे में आपको नहीं बता पाता है। ऐसे में महिला को ही बच्चे की जरुरत का अच्छे से ध्यान रखना होता है। तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको जन्म के एक महीने तक बच्चे का ध्यान कैसे रखना है इस बारे में बताने जा रहे हैं।
टीकाकरण करवाएं समय से
जन्म से लेकर पहले एक महीने में बच्चे को बहुत से टीके लगते हैं, दवाई पिलाई जाती है। ताकि बच्चे का विकास अच्छे से हो सके और बच्चे को तरह की बिमारी व् संक्रमण से बचाने में मदद मिल सके। इसीलिए जन्म के बाद एक महीने तक शिशु का टीकाकरण समय से करवाना चाहिए।
बच्चे को हर दो घंटे में पिलाएं दूध
डॉक्टर्स के अनुसार शिशु को जन्म के बाद हर दो घंटे के बाद दूध पिलाना चाहिए, और ऐसे में यदि बच्चा दो या ढाई घंटे बाद भी भूख से नहीं रोता है तो आपको अपने बच्चे को उठाकर दूध पिलाना चाहिए। ताकि बच्चे के शरीर में पोषक तत्वों को बरकरार रहने में मदद मिल सके।
बोतल में दूध पिला रही हैं तो बरतें सावधानी
यदि किसी कारण आपका बच्चा आपका दूध नहीं पीता है और बोतल का दूध पीता है। तो बच्चे को बोतल में दूध पिलाने से पहले बोतल को अच्छे से धोना चाहिए या पानी में उबालना चाहिए। साथ ही दूध के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला पानी अच्छे से उबालकर गुनगुना रहने पर दूध पाउडर मिलाकर बच्चे को देना चाहिए।
बच्चे को दूध के अलावा और कुछ न दें
जन्म के बाद एक महीने तक ही नहीं बल्कि छह महीने तक बच्चे को दूध के अलावा कुछ और यहां तक की पानी भी नहीं देना चाहिए। क्योंकि इससे शिशु के विकास में कमी सकती है।
सारा दिन बच्चे को गोद में न उठायें
बच्चे बहुत प्यारे होते है साथ ही हम जानते हैं की घर के हर सदस्य को बच्चे को गोद में उठाने का कितना शोक होता है। लेकिन आपको इस बात का ध्यान रखना है की आप बच्चे को ज्यादा गोद में न उठायें क्योंकि इसके कारण बच्चा परेशानी का अनुभव करता है।
हर किसी के हाथ में बच्चे को न दें
बच्चे के जन्म के बाद थोड़ी सी भी लापरवाही के कारण बच्चे के संक्रमित होने का खतरा रहता है। ऐसे में आपको साफ़ सफाई का ध्यान रखने के साथ इस बात का भी ध्यान रखना है की आप हर किसी के हाथ में बच्चे को न दें। और महिला अपने हाथों की साफ़ सफाई का भी ध्यान रखें।
बच्चे को पूरा दिन उठाकर रखने की कोशिश न करें
छोटे बच्चे को खेलते हुए, हँसते हुए देखने का हर किसी का मन करता है लेकिन बच्चे के जन्म के बाद भी एक महीने तक शिशु का विकास हो रहा होता है। इसीलिए दिन में कम से कम बीस से इक्कीस घंटे तक बच्चा सो सकता है। लेकिन यदि आप जान बूझकर बच्चे को उठाकर रखने की कोशिश करते हैं तो इसकी वजह से बच्चे को दिक्कत हो सकती है।
बच्चे की नैपी का रखें ध्यान
नवजात की नैपी को बार बार चेक करते रहना चाहिए। क्योंकि यदि नवजात की नैपी गीली होती है और बच्चा उसी में लेटा रहता है तो इस वजह से बच्चे की स्किन पर रैशेस हो सकते हैं। जिसके कारण शिशु बहुत परेशान हो जाता है।
पूरा दिन डाइपर न पहनाएं
अधिकतर महिलाएं आजकल छोटे छोटे बच्चों को ही पूरा दिन डाइपर पहना कर रखती है जो की सही नहीं है। ऐसे में यदि आप भी ऐसा कर रही है तो आपको ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए खासकर जब बच्चा घर में ही हो। क्योंकि इसके कारण शिशु को परेशानी हो सकती है हाँ लेकिन जब कहीं बाहर जाना हो तो आप डाइपर का इस्तेमाल कर सकती है लेकिन तब भी बीच बीच में डाइपर चेक करते रहना चाहिए की कहीं डाइपर गीला तो नहीं है।
मालिश करें
जन्म के बाद शिशु के बेहतर शारीरिक विकास के लिए आपको बच्चे की मालिश भी जरूर करनी चाहिए, और बच्चे की मालिश आप शिशु के जन्म के दो या तीन दिन बाद ही शुरू कर सकती है।
बच्चे को नहलाते समय रखें ध्यान
जन्म के बाद शिशु को एक महीने तक नहलाते समय भी शिशु के लिए बहुत सी बातों का ध्यान रखना चाहिए। जैसे की मौसम कैसा है ठंडा है या गर्मी है, शिशु की तबियत तो खराब नहीं है, पानी का तापमान, शिशु के नहलाने के तरीके का,आदि।
तो यह हैं कुछ टिप्स जिनका ध्यान रखने से नवजात का विकास बेहतर तरीके से होने में मदद मिलती है। साथ ही महिला को इस बात का ध्यान भी रखना चाहिए की यदि आपको ऐसा लग रहा है की बच्चे को कोई दिक्कत है तो घर में ही इलाज न करना शुरू दें, बल्कि एक बार डॉक्टर से जांच जरूर करवाएं।