एमनियोटिक फ्लूड की सही मात्रा को बनाए रखने के लिए क्या करें?

गर्भ में शिशु एक थैली में होता है और वो थैली एक द्रव से भरी होती है। और उस द्रव को ही एमनियोटिक फ्लूड कहते है। एमनियोटिक फ्लूड में बच्चा पूरे नौ महीने तक रहता है और यह फ्लूड बच्चे के बेहतर विकास में मदद करता है। जैसे की इस द्रव में रहने के कारण यदि महिला को झटका आदि लगता है तो बच्चा सीधा गर्भाशय की दीवार से नहीं टकराता है या बच्चे को कोई नुकसान नहीं होता है क्योंकि एमनियोटिक फ्लूड बच्चे के लिए गद्दे का काम करता है।

और एमनियोटिक फ्लूड गर्भनाल को सिकुड़ने नहीं देता है जिससे गर्भ में शिशु को पूरे नौ महीने पोषण मिलता है, गर्भ में शिशु को हर तरह के संक्रमण से सुरक्षित रखने में मदद करता है, बच्चे के पाचन तंत्र, किडनी, फेफड़ों व् अन्य नाजुक अंगो के बेहतर विकास में मदद करता है, आदि। लेकिन कुछ केस में ऐसा देखने को मिलता है की गर्भ में एमनियोटिक फ्लूड की कमी हो जाती है। और एमनियोटिक फ्लूड में कमी के कारण बच्चे के विकास में दिक्कत आ सकती है।

एमनियोटिक फ्लूड में कमी के कारण

  • महिला का किसी बिमारी से जुडी दवाइयों का सेवन करने के कारण।
  • शरीर में पानी की कमी होने की वजह से।
  • गर्भनाल का डिलीवरी से पहले ही गर्भाशय की अंदरूनी दीवार से दूर होना।
  • हाई ब्लड प्रेशर या डायबिटीज जैसी बीमारी से महिला का लम्बे से परेशान होना या प्रेगनेंसी के दौरान इस समस्या का होना।
  • गर्भ में शिशु के अंगो के विकास की समस्याएं बच्चे को होना।
  • गर्भ में एक से ज्यादा शिशु के होने पर।
  • कैफीन व् अल्कोहल का सेवन।
  • समय से पहले पानी की थैली का फटना।
  • डिलीवरी डेट निकल जाने के बाद।

गर्भ में एमनियोटिक फ्लूड की मात्रा को बढ़ाने के लिए क्या करें

यदि आपको डॉक्टर द्वारा बताया गया है की आपके गर्भाशय में एमनियोटिक फ्लूड की कमी है। तो आपको इस बात को हल्के में नहीं लेना चाहिए। और ऐसा होना आपके और बच्चे दोनों के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। ऐसे में गर्भ में एमनियोटिक फ्लूड की मात्रा को बढ़ाने के लिए आपको कुछ आसान टिप्स का ध्यान रखना चाहिए। जैसे की:

पानी का भरपूर सेवन करें

एमनियोटिक द्रव की मात्रा को सही रखने के लिए आपको पानी का भरपूर सेवन करना चाहिए। क्योंकि जितना आपका शरीर हाइड्रेट रहता है उतना ही एमनियोटिक फ्लूड की मात्रा को सही रहने में मदद मिलती है। और इसके लिए आपको एक दिन में आठ से दस गिलास पानी पीने के साथ जूस, नारियल पानी जैसे अन्य तरल पदार्थों का भी भरपूर सेवन करना चाहिए।

व्यायाम

प्रेगनेंसी में यदि आपको डॉक्टर ने बेड रेस्ट की सलाह नहीं दी है और आपकी प्रेगनेंसी में कॉम्प्लीकेशन्स भी नहीं है तो आपको थोड़ा बहुत व्यायाम जरूर करना चाहिए। क्योंकि व्यायाम करने से शरीर में ब्लड फ्लो को बढ़ाने में मदद मिलती है और शरीर में ब्लड सर्कुलेशन अच्छे से होने पर भी एमनियोटिक द्रव की मात्रा को सही रखने में मदद मिलती है।

पानी से भरपूर खाद्य पदार्थ

एमनियोटिक फ्लूड की मात्रा को सही रखने के लिए आपको ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जिसमे पानी की मात्रा की अधिकता होती है। क्योंकि ऐसे आहार का सेवन करने से भी एमनियोटिक फ्लूड की मात्रा को सही रखने में मदद मिलती है। और इसके लिए खीरा, पालक, मूली, ब्रोकली, जैसी सब्जियां और स्ट्रॉबेरी, तरबूज, संतरा, टमाटर, खरबूजा, अंगूर, जैसे फलों का सेवन आप कर सकती है।

कैफीन व् अल्कोहल से बचें

जो महिलाएं प्रेगनेंसी के कैफीन व् अल्कोहल का सेवन करती है उन महिलाओं को भी यह समस्या हो सकती है। ऐसे में आपको इस परेशानी से बचने के लिए कैफीन युक्त पेय पदार्थ जैसे चाय, कॉफ़ी और अल्कोहल आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।

तो यह है एमनियोटिक फ्लूड से जुड कुछ टिप्स, यदि आप भी प्रेग्नेंट हैं और आपको भी यह दिक्कत है तो आपको एक बार डॉक्टर से जरूर बात करनी चाहिए। और इस परेशानी के होने पर इसे बिल्कुल भी हल्के में नहीं लेना चाहिए।

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