प्रेगनेंसी कन्फर्म होने के बाद जब भी महिला अल्ट्रासॉउन्ड करवाती है तो उस आधार पर डॉक्टर्स महिला को एक अनुमानित डिलीवरी डेट बताते हैं। जिसका यह मतलब होता है की इस डेट के आस पास शिशु का जन्म होगा, परन्तु इसका मतलब यह नहीं होता है की इसी दिन बच्चे का जन्म होगा। लेकिन डिलीवरी एक नेचुरल प्रक्रिया होती है। जो पूरी तरह से गर्भवती महिला के स्वास्थ्य और मेडिकल कंडीशन पर निर्भर करती है। साथ ही डिलीवरी नोर्मल होगी या सिजेरियन यह डिलीवरी का समय पास आने पर ही पता चलता है। हाँ, कुछ केस होते हैं जिसमे डॉक्टर पहले ही बता देते हैं की डिलीवरी सिजेरियन होगी।
इसके अलावा कुछ महिलाएं ऐसी होती हैं जो प्रेगनेंसी की पहली और दूसरी तिमाही में तो अपना बहुत अच्छे से ध्यान रखती हैं। लेकिन तीसरी तिमाही में थोड़ी लापरवाह हो जाती है और कुछ ऐसी गलतियां कर जाती है जिसके कारण महिला की डिलीवरी में दिक्कत आ सकती है। तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको प्रेग्नेंट महिला को कौन सी गलतियां नहीं करनी चाहिए, जिससे आपकी नोर्मल डिलीवरी में दिक्कत हो उसके बारे में बताने जा रहे हैं।
हर किसी की बात न सुनें
आप प्रेग्नेंट हैं, आपकी डिलीवरी का समय पास आने वाला है तो जाहिर सी बात है की आपको सभी राय देंगे। की ऐसा करो नोर्मल डिलीवरी होगी, वैसा करो जल्दी डिलीवरी होगी। लेकिन आपको हर किसी की बात सुनने की जरुरत नहीं है। क्योंकि ऐसा जरुरी नहीं होता है की हर महिला की प्रेगनेंसी एक जैसी हो। जैसा उनके साथ हुआ है वैसा ही आपके साथ हो। ऐसे में हर किसी के द्वारा बताएं गए टिप्स को ट्राई करके आपको अपनी सेहत के साथ कोई लापरवाही नहीं करनी चाहिए। आपकी प्रेगनेंसी कैसी है और आपको कैसा महसूस हो रहा है बस आपको इस बात का ध्यान रखना है।
शरीर पर ज्यादा जोर न डालें
कई महिलाएं आपको ऐसा जरूर कहेंगी की नौवें महीने में जितना काम हो सकता है उतना करों इससे डिलीवरी जल्दी होगी। लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है क्योंकि डिलीवरी पेन जब शुरू होगा तो अपनी मर्ज़ी से होगा, आपकी प्रेगनेंसी में हालत कैसी है उसके अनुसार होगा। ऐसे में जरुरत से ज्यादा काम करके अपने शरीर पर जोर डालने से आपको ही नहीं बल्कि बच्चे को भी दिक्कत होगी। साथ ही इस दौरान छोटी सी गलती बहुत बुरा परिणाम ला सकती है। ऐसे में में नौवें महीने में अपने शरीर में आपको ज्यादा जोर नहीं डालना चाहिए बल्कि जैसे आप शुरू से रहती हैं वैसे रहिये।
ज्यादा व्यायाम न करें
यह बात बिल्कुल सच है डिलीवरी का समय पास आने पर थोड़ा बहुत व्यायाम करने से बॉडी लचीली जरूर हो जाती है जिससे डिलीवरी को आसान बनाने में मदद मिलती है। लेकिन यदि आप बहुत ज्यादा व्यायाम करने लग जाती है तो इसके कारण आपको दिक्कत हो सकती है जैसे की ब्लीडिंग होने लग जाती है, बच्चे को गर्भ में नुकसान हो सकता है, आदि। ऐसे में आपको थोड़ा बहुत व्यायाम जरूर करना चाहिए लेकिन जरुरत से ज्यादा व्यायाम करने से बचना चाहिए।
पोछा लगाने से कुछ नहीं होगा
यदि आपके घर में कोई बुजुर्ग महिला है तो डिलीवरी का समय पास आने पर वो आपको जरूर कहेंगी की पोछा लगाओं इससे नोर्मल डिलीवरी होगी। लेकिन आपको यह गलती बिल्कुल नहीं करनी करनी हैं क्योंकि ऐसा करने से पेट पर दबाव पड़ सकता है जिसकी वजह से बच्चा गर्भ में परेशानी का अनुभव कर सकता है।
तो यह हैं कुछ गलतियां जो गर्भवती महिला को नोर्मल डिलीवरी हो इसके लिए नहीं करनी चाहिए। क्योंकि कई बार थोड़ी सी चूक माँ व् बच्चे दोनों को नुकसान पहुंचा सकती है। इसीलिए आपने जैसे प्रेगनेंसी की पहली और दूसरी तिमाही में अपनी सेहत और स्वास्थ्य का ध्यान रखा है वैसे ही तीसरी तिमाही में भी अपनी सेहत का ध्यान रखें। ताकि आपको और आपके बच्चे दोनों को स्वस्थ रहने में मदद मिल सके और डिलीवरी के दौरान भी किसी तरह की दिक्कत न हो।