बच्चे के जन्म के बाद महिला के शरीर में बहुत से बदलाव आते हैं, शारीरिक परेशानियां होती है। जिनसे रिकवर होने में डिलीवरी के बाद महिला को थोड़ा समय लगता है। ज्यादातर महिलाओं को डिलीवरी के बाद कम से कम चालीस दिन तक घर से बाहर न निकलने की सलाह दी जाती है और आराम करने की सलाह दी जाती है। लेकिन असल में सच तो यह हैं की डिलीवरी के बाद महिला का नोर्मल होना महिला के डिलीवरी के तरीके और डिलीवरी के बाद महिला की केयर पर निर्भर करता है। तो आइये अब विस्तार से जानते हैं की डिलीवरी के बाद महिला कब नोर्मल हो जाती है।
महिला को टाँके न आये हो
यदि महिला का प्रसव नोर्मल हुआ है और महिला को टाँके भी नहीं लगे हैं, और डिलीवरी में महिला को किसी तरह की परेशानी भी नहीं हुई है। साथ ही डिलीवरी के बाद महिला अच्छे से अपने खान पान, आराम, आदि का ध्यान रख रही है तो एक महीने में महिला नोर्मल हो जाती है।
महिला को टाँके आये हो
यदि महिला का प्रसव तो सामान्य तरीके से हुआ है लेकिन महिला को टाँके आये हैं। तो ऐसे में टांकों की अच्छे से केयर करने के बाद, अच्छे से अपने खान पान का ध्यान रखने के बाद, आराम करने के बाद, दवाइयों का सही समय पर सेवन करने के बाद महिला एक से डेढ़ महीने में अच्छे से नोर्मल हो जाती है।
सिजेरियन डिलीवरी के बाद
यदि महिला का प्रसव ऑपरेशन से हुआ है तो ऐसे में महिला को टाँके भी ज्यादा लगते हैं, ब्लीडिंग भी ज्यादा होती है, शारीरिक परेशानियां भी ज्यादा होती है, जिसकी वजह से महिला को रिकवर होने में नोर्मल डिलीवरी की अपेक्षा ज्यादा समय लगता है। यदि सिजेरियन डिलीवरी के बाद महिला अपना अच्छे से ध्यान रखती है तो उसके बाद भी पूरी तरह से महिला को रिकवर होने में ढाई से तीन महीने का समय लगता है। और उस दौरान भी महिला को थोड़ा बहुत शरीर में दर्द जैसी परेशानियां हो सकती है।
तो यह हैं डिलीवरी के बाद महिला के फिट होने से जुडी कुछ बातें, तो यदि आप भी चाहती है की आप डिलीवरी के बाद जल्द से जल्द फिट हो जाये। तो इसके लिए जरुरी है की आप अपने आराम, खान पान, डॉक्टर द्वारा जांच, टांकों की देखभाल, साफ़ सफाई आदि का ध्यान रखें।