आजकल महिलाओं को प्रेग्नेंट होने में दिक्कत आने की समस्या बढ़ती जा रही है। और इस परेशानी के सबसे अहम कारण की यदि बात की जाये तो वो है लोगो का गलत लाइफस्टाइल, गलत खान पान, स्ट्रेस, अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही, आदि। इन सभी के कारण महिलाएं जल्दी कन्सीव नहीं कर पा रही है। साथ ही आजकल महिलाएं ज्यादा उम्र में भी शादी करने का फैसला लेती है जिसकी वजह से महिलाओं को गर्भधारण में दिक्कत आती है। तो आइये इस आर्टिकल में हम ऐसे ही कारणों के बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं जिनकी वजह से महिलाओं को गर्भधारण में दिक्कत आ सकती है।
महिलाओं के कंसीव करने की सही उम्र क्या होती है?
यदि कोई महिला माँ बनने का फैसला लेती है तो पच्चीस से तीस वर्ष की उम्र माँ बनने के लिए बिल्कुल सही होती है। इस उम्र से पहले या बाद में भी महिला गर्भधारण कर सकती है लेकिन यदि महिला की उम्र कम या इससे ज्यादा हो जाती है तो महिला को कंसीव करने में दिक्कत आने के साथ प्रेगनेंसी के दौरान होने वाली कॉम्प्लीकेशन्स का खतरा भी बढ़ जाता है।
कंसीव करने में दिक्कत होने के कारण
यदि किसी महिला को बहुत कोशिश करने के बाद भी गर्भधारण नहीं हो रहा है तो इसके कई कारण हो सकते हैं। यह कारण महिला के साथ पुरुष से भी जुड़े होते हैं क्योंकि महिला के कन्सीव करने में महिला व् पुरुष दोनों का योगदान होता है। तो आइये उन कारणों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
तनाव
महिलाओं के कंसीव न करने का एक कारण तनाव भी है यदि किसी महिला को तनाव होता है तो इसका असर महिला के पीरियड्स पर पड़ सकता है। साथ ही पुरुष को स्ट्रेस होने पर उनका स्पर्म काउंट कम हो सकता है जिसकी वजह से न तो महिला और पुरुष के बीच बेहतर सम्बन्ध बनते हैं। और न ही निषेचन होने का चांस अधिक होता है जिसकी वजह से महिला का गर्भधारण नहीं हो पाता है।
वजन
महिला का वजन कम हो या अधिक हो दोनों ही महिला की फर्टिलिटी और पीरियड्स के चक्र पर बुरा असर डालते हैं। और जब महिला की फर्टिलिटी सही नहीं होती है और महिला अनियमित पीरियड्स का शिकार होती है तो इसकी वजह से भी महिला को गर्भधारण में समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
एग सही न बनने के कारण
महिला की ओवरी में एग बनते हैं और यह एग पुरुष के स्पर्म द्वारा निषेचित किया जाता है जिसके बाद महिला का गर्भधारण होता है। लेकिन यदि महिला के एग अच्छे से नहीं बनते हैं या एग रिलीज़ नहीं हो पाते हैं तो इसकी वजह से महिला को गर्भधारण में दिक्कत होती है।
फैलोपियन ट्यूब से जुडी समस्या
फैलोपियन ट्यूब से ही एग जाकर गर्भाशय में प्रत्यारोपित होता है लेकिन यदि महिला की फैलोपियन ट्यूब ही सही नहीं है उसमे किसी तरह की दिक्कत है। तो फैलोपियन ट्यूब से जुडी समस्या होने के कारण भी महिलाओं को गर्भधारण में समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
गर्भाशय से जुडी परेशानी
यदि महिला का गर्भाशय मजबूत नहीं है जिसकी वजह से गर्भ में शिशु रुक नहीं पाता है, महिला के गर्भाशय में रसौली है तो इन कारणों की वजह से भी महिला को प्रेग्नेंट होने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।
स्पर्म काउंट से जुडी समस्या
महिला के प्रेग्नेंट होने के लिए जितना ओवरी से निकलने वाले एग की क़्वालिटी का अच्छा होना जरुरी है उतना ही पुरुषों के स्पर्म काउंट का बेहतर होना भी जरुरी है। यदि महिला के एग की क़्वालिटी तो अच्छी हो लेकिन पुरुष के स्पर्म काउंट की क़्वालिटी अच्छी न तो इसकी वजह से भी निषेचन की क्रिया नहीं हो पाती है। और महिला के गर्भधारण में समस्या आ सकती है।
गलत आदतों के कारण
यदि महिला या पुरुष धूम्रपान अधिक करते हैं, अल्कोहल या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन अधिक करते हैं। तो इसके कारण भी फर्टिलिटी और स्पर्म काउंट पर बुरा असर पड़ता है जिसकी वजह से महिला को कंसीव करने में दिक्कत आ सकती है।
शारीरिक बीमारी
यदि महिला थायरॉयड या अन्य किसी गंभीर शारीरिक बीमारी से पीड़ित है तो भी महिला को गर्भधारण में समस्या आ सकती है।
नींद में कमी के कारण
जब आप नींद पूरी नहीं लेते हैं तो इसकी वजह से स्ट्रेस हो जाता है, थकान बढ़ने लगती है और इस वजह से महिलाओं को मासिक चक्र में गड़बड़ी जैसी समस्या हो जाती है तो पुरुष का स्पर्म काउंट भी इससे प्रभावित होता है। और इस कारण महिलाओं को कन्सीव करने में दिक्कत का सामना करना पड़ सकता है।
टाइट कपडे पहनने के कारण
यदि आप अपने प्राइवेट पार्ट के लिए टाइट अंडरवियर का इस्तेमाल करती है तो इसकी वजह से प्रजनन क्षमता पर बुरा असर पड़ता है। यह महिला और पुरुष दोनों के लिए हैं और इसी कारण महिला को प्रेगनेंसी से जुडी समस्या का सामना भी करना पड़ सकता है।
सही सम्बन्ध न बनाने के कारण
यदि महिला और पुरुष खुश होकर सम्बन्ध नहीं बनाते हैं, बहुत कम या बहुत ज्यादा सम्बन्ध बनाते हैं, ओवुलेशन पीरियड में सम्बन्ध नहीं बनाते हैं तो इन सभी कारणों की वजह से भी महिला को कंसीव करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
प्रदूषण
बढ़ता प्रदूषण भी फर्टिलिटी पर बुरा असर डालने का एक अहम कारण है और इस कारण भी प्रजनन क्षमता पर बुरा असर पड़ता है जिसकी वजह से महिला को प्रेग्नेंट होने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
पीरियड्स से जुडी समस्या
जिन महिलाओं को पीरियड्स के समय पर न आने की, जरुरत से ज्यादा ब्लीडिंग होने की, पीरियड्स कम आने जैसी समस्या होती है उन महिलाओं को भी प्रेगनेंसी से जुडी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन करने के कारण
जो महिलाएं गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन अधिक करती है उन महिलाओं के गर्भाशय की झिल्ली पर बुरा असर पड़ता है। जिसकी वजह से महिला को बाद में गर्भधारण करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।
जल्द प्रेग्नेंट होने के टिप्स
- अपनी डाइट का ध्यान रखें हेल्दी डाइट ले इससे आपको स्वस्थ रहने में मदद मिलेगी और जितना आप स्वस्थ रहेंगे उतना ही आपको इस परेशानी को दूर करने में मदद मिलेगी।
- तनाव से दूरी रखें और जितना हो सकते हैं खुश रहें।
- यदि महिला को ओवरी, गर्भाशय, फैलोपियन ट्यूब से जुडी कोई समस्या है तो उसका इलाज करवाएं।
- अपने लाइफस्टाइल को बेहतर रखें।
- भरपूर नींद लें।
- महिला व् पुरुष एक अच्छे डॉक्टर का चुनाव करके उससे अपने शरीर की जांच करवाएं ताकि गर्भधारण नहीं होने के सही कारण का पता लगाया जा सके।
- सही उम्र में माँ बनने का फैसला लें।
- अपने वजन को न तो कम होने दें और या ही जरुरत से ज्यादा वजन बढ़ने दें।
तो यह हैं कन्सीव करने में दिक्कत होने के कारण व् इस परेशानी से बचाव के कुछ सुझाव, यदि आपको भी प्रेगनेंसी में दिक्कत आ रही है तो आपको भी प्रेग्नेंट नहीं होने के सही कारण का पता करना चाहिए। ताकि आपको इस समस्या से निजात पाकर संतान सुख को पाने में मदद मिल सकें।
Reasons for not getting pregnant