दूध और बादाम को सदियों से इनके भरपूर पोषण और गुणों के लिए जाना जाता है। दूध और बादाम मिलाकर पीने से बहुत फायदे होते है। खास बात यह है के दूध और बादाम को जितना सर्दियों में इस्तेमाल कर सकते है उतना ही गर्मियों में भी कर सकते है। दूध से हमे कैल्शियम और प्रोटीन भरपूर मात्रा में मिलता है और बादाम प्रोटीन, फाइबर, विटामिन इ, आयरन और कैल्शियम का अच्छा स्त्रोत माना जाता है। इन दोनों ही चीजों का इस्तेमाल अच्छी सेहत, सुन्दर बाल, त्वचा आदि के लिए भी किया जाता है। डॉक्टरों के अनुसार भी दिन भर में एक मुट्ठी बादाम का सेवन जरूर करना चाहिए।
दूध और बादाम खाने के फायदे
बात अगर गर्भावस्था की करे तो किसी भी चीज को अपनी डाइट में शामिल करने से पहले उनसे मिलने वाले फायदों के बारे में अच्छे से जान लेना चाहिए। वैसे दूध और बादाम का सेवन सभी के लिए ही लाभदायक है पर आज हम जानेंगे की इसके सेवन से गर्भवती महिला को क्या लाभ मिल सकता है।
आयरन
गर्भावस्था में शरीर में आयरन की मात्रा की सबसे ज्यादा जरुरत होती है। साधारणतः महिलाओं में आयरन की कमी पायी जाती है और गर्भावस्था में इसकी कमी और भी बढ़ जाती है। प्रेगनेंसी के दौरान अक्सर डॉक्टर आपको की दवाइयां खाने को देते है। दवाइयों के सेवन के बावजूद भी कुछ महिलाओं में आयरन की कमी रह जाती है। बादाम आयरन का एक बहुत अच्छा स्त्रोत है। प्रेगनेंसी के दौरान इसका सेवन करने से यह शरीर में रेड ब्लड सेल्स को बनाये रखने में मदद करता है। जिससे शरीर में खून की कमी होने का खतरा कम हो जाता है।
विशेषज्ञों के अनुसार 100 ग्राम बादाम में 3.71 मिलीग्राम आयरन होता है। गर्भावस्था में पुरे दिन में हमारे शरीर को टोटल 27 मिलीग्राम आयरन की जरुरत होती है। ऐसे में दूध और बादाम के नियमित सेवन से शरीर की थोड़ी बहुत कमी यह से पूरी होने में मदद मिलती है।
कैल्शियम
जब भी किसी के शरीर में कैल्शियम की कमी होती है तो उसे दूध के सेवन पर अधिक जोर देने को कहा जाता है जो पूरी तरह से सही भी है क्योंकि दूध में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। पर क्या आप जानते है के बादाम भी कैल्शियम का एक बहुत अच्छा स्रोत है। डॉक्टरों के अनुसार 100 ग्राम बादाम में 269 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है। आप सोचिये जब आप दोनों चीजों को मिलाकर इनका सेवन करेंगे तो शरीर में कैल्शियम की कमी कितनी तेजी से पूरी होगी।
एक रिसर्च के अनुसार गर्भवती महिला को पुरे दिन में 1000 मिलीग्राम कैल्शियम की जरुरत होती है। गर्भावस्था में गर्भ में पल रहे शिशु को कैल्शियम की अत्यधिक आवश्यकता होती है। बिना कैल्शियम के शिशु की हड्डियों और मसल्स की ग्रोथ सहीं ढंग से नहीं हो पाती है। माना जाता है के अगर गर्भवती महिला के शरीर में कैल्शियम की कमी हो जाए तो उसकी हड्डियां कमजोर हो जाती है और पैरो और घुटनो में दर्द भी शुरू हो जाता है। इसलिए रोजाना दूध और बादाम के सेवन से गर्भवती महिला की कैल्शियम काफी कमी पूरी हो सकती है।
फोलिक एसिड
गर्भावस्था के दौरान शरीर में अगर फोलिक एसिड की कमी हो जाए तो शरीर में खून की कमी हो जाती है इससे गर्भ में पल रहे शिशु को नुक्सान पहुंच सकता है। बादाम में फोलिक एसिड की एक अच्छी मात्रा पायी जाती है। इसके सेवन से शिशु का मानसिक विकास अच्छा होता है। दूध और बादाम के नियमित सेवन से भ्रूण को जन्म के समय होने वाले ब्रेन और स्पाइन से जुड़े दोषो से कुछ हद तक सुरक्षा प्रदान की जा सकती है।
पाचन क्रिया
गर्भावस्था में अक्सर महिलाओं को पाचन क्रिया सम्बन्धित समस्याओं का सामना करना पड़ता है क्योंकि गर्भाशय में शिशु की ग्रोथ के साथ साथ पाचन शक्ति पर प्रेशर ज्यादा बढ़ जाता है। पाचन क्रिया को ठीक करने के लिए फाइबर सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण माना गया है। बादाम फाइबर का एक बहुत अच्छा स्रोत है। बादाम और गर्म दूध को रोजाना रात को सोने से पहले पीने से पाचन संबंधित परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है।
विटामिन इ
बादाम में विटामिन इ भरपूर मात्रा में पाया जाता है। विटामिन इ हमारी त्वचा और बालों को सुंदर बनाने के साथ साथ तेज दिमाग के लिए जाना जाता है। यदि गर्भवती महिला दूध और बादाम का नियमित सेवन करती है तो इसका असर ना सिर्फ महिला के बालों और त्वचा पर दीखता है बल्कि होने वाले शिशु की त्वचा और बालों की ग्रोथ बहुत अच्छी होती है। शिशु के दिमाग का विकास भी बहुत अच्छे से होता है।
बादाम और दूध का सेवन का तरीका
यह सभी फायदे गर्भवती महिला को आसानी से मिल सकते है अगर वह नियमित रूप से दोनों चीजों का सेवन करें। किसी भी चीज के सेवन का सही तरीका जानना भी बहुत जरुरी है क्योंकि गलत तरीके से सेवन करने से नुक्सान भी हो सकता है। आइये जानते है गर्भवती महिला कैसे करें दूध और बादाम का सेवन।
- वैसे तो दूध और बादाम को आप कैसे भी अपनी सुविधानुसार खा सकते है। पर बात अगर मौसम की जाए तो सर्दियों में गर्म दूध में 6 से 8 बादाम पीस कर उसका सेवन करे। वह गर्भवती महिला के लिए बहुत ही फायदा करेगा।
- बादाम की तासीर गर्म होती है और गर्मियों में अगर गर्भवती महिला दूध और बादाम का सेवन करना चाहती है तो बादाम को पानी में पूरी रात के लिए भिगो कर रखे। सुबह उसके छिलके को उतारकर ठन्डे या नार्मल दूध में पीस कर इसका सेवन करना अच्छा होता है।
- गर्मियों में भीगे हुए बादाम को खाने से गर्भवती महिला को कोई नुक्सान नहीं पहुंचेगा। अगर आप पीस कर इसका सेवन नहीं करना चाहती तो भीगे हुए बादाम का छिलका उतारकर पहले खा ले और फिर ऊपर से दूध पी लें।
यहां हम आपको एक बात और ध्यान रखने के लिए बताना चाहते है के वैसे तो बादाम और दूध गर्भावस्था में माँ और शिशु दोनों के लिए ही बहुत फायदेमंद होता है। परन्तु हर महिला की गर्भावस्था अलग होती है। किस महिला को गर्भावस्था के दौरान किस चीज से नुक्सान पहुंचेगा यह बात उसके डॉक्टर के अतिरिक्त और कोई नहीं बता सकता है। इसीलिए अपनी डाइट में बादाम और दूध को शामिल करने से पूर्व अपने डॉक्टर से जरूर सलाह लें।