How to Reduce or Stop Eye Twitching
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आंखों का फड़कना रोजमर्रा की जिंदगी में होने वाली आम समस्या है जो किसी के साथ भी हो सकती है। वैसे तो यह कोई गंभीर बिमारी नहीं है लेकिन अगर समय पर ध्यान नहीं दिया जाए तो आगे चलकर यह बड़ी समस्या का कारण बन सकती है। लेकिन यह बात केवल वैज्ञानिक तथ्यों पर निर्भर करती है। अगर दुसरे नजरिए से देखा जाए तो इसे काफी बातों से जोड़कर देखा जाता है।
भारत में आंखों के फड़कने को बहुत सी गलत और सही चीजों से जोड़ा जाता है। सभी लोग अपने अपने मुताबिक आंखों के फड़कने का अर्थ निकालते है। इसे शुभ-अशुभ के तौर पर भी देखा जाता है। लोगो की मान्यता के अनुसार अगर किसी व्यक्ति की सीधी आँख फड़कती है तो उसके जीवन में खुशियां या अच्छी खबर आने वाली होती है जबकि उलटी आंख फड़कने को कष्टों के आने का संकेत माना जाता है।
लेकिन अगर आप इसे एक समस्या के रूप में देख रहे है तो इसका तुरंत इलाज करना आवश्यक है, क्योंकि लंबे समय तक आंखों का फड़कना शर्मनाक, असुविधाजनक और परेशानी का कारण बन जाता है। ऐसे में इससे छुटकारा पाना और भी जरुरी हो जाता है। परन्तु किसी भी समस्या का इलाज जानने से पूर्व उसके कारणों के बारे में जान लेना चाहिए ताकि भविष्य में इसके होने की संभावना को कम किया जा सके।
आंखों के फड़कने के मुख्य कारण :-
- तनाव लेना।
- अधिक मात्रा में कैफीन का सेवन करना।
- थकान होना।
- आंखों में एलर्जी।
- सूखी आंखे होना।
- खराब पोषण।
- अधिक समय तक धुल मिटटी और प्रदूषित वातावरण में रहना आदि।
आंखों को फड़कने से रोकने के उपाय :-
यहां हम आपको कुछ उपाय बता रहे है जिनकी मदद से आप अपनी आंखों का फड़कना कम कर सकते है। बता दें ये उपाय पूरी तरह घरेलू है जिनमे किसी भी तरह की दवाई और केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया गया है।
1. पलकों को झपकाएं :
काफी समय से फड़क रही आंख को सामान्य करने के लिए जितना हो सके उतनी जोर से अपनी आंखें बंद कर लें। फिर आंखों को खोलकर पूरी तरह फैलाएं। इस प्रक्रिया को तब तक दोहराते रहे जब तक आपकी आंखों से आंसू न आने लगे। अगर दर्द का एहसास हो या आंखें और अधिक जोर से फड़कने लगे तो इसे तुरंत बंद कर दें।
2. मसाज करें :
इस उपाय के लिए अपनी बीच की ऊँगली से निचली पलक की गोलाई में मसाज करें। ऐसा लगभग 30 सेकंड के लिए करें। जलन या संक्रमण से बचने के लिए मसाज से पूर्व अपने हाथों और चेहरे को अच्छी तरह से साफ़ कर लें। ऐसा करने से रक्त का प्रवाह बेहतर होता है और फडकन कम होती है।
3. 30 सेकंड तक करें यह क्रिया :
इस उपाय को आपको पूरी तेजी से करना होगा क्योंकि धीरे धीरे करने से इच्छित पारिणाम प्राप्त नहीं होंगे। इसके लिए आप अपनी पलकों को लगातार झपकाते रहे। जिस प्रकार जीवित रहने के लिए पानी और भोजन की आवश्यकता होती है उसी प्रकार आंखों के लिए पलकों को झपकाना बेहद जरुरी होता है। यह आंखों की मांसपेशियों को आराम पहुंचाती है और साथ ही पुतलियों को चिकनाई भी प्रदान करती है। जिससे आंखें नहीं फड़कती।
(क्रिया करते समय दर्द का एहसास होते ही क्रिया बंद कर देनी चाहिए।)
4. अर्ध-खुली अवस्था :
आंखों का फड़कना बंद करने के लिए आप इस क्रिया का भी इस्तेमाल कर सकते है। इसके लिए आपकों अपनी आंखों को अर्ध-खुली अवस्था में रखना होगा। यानी न पूरी बंद और न पूरी खुली। ऐसा करने से आपकी आंखों पर तनाव कम पड़ेगा जिससे थकान के कारण होने वाला कंपन बंद हो जाएगा।
5. आंखों की एक्सरसाइज :
आंखों के फड़कने की समस्या होने पर आप Eyes Exercise की मदद भी ले सकते है। इसके लिए 1 मिनट के लिए अपनी आंखों को बंद कर लें। इस बीच अपनी आंखें जोर से मीचें और फिर उन्हें खोले बिना ही ढीला छोड़ दें। आंखों को पुनः खोलने से पूर्व इस प्रक्रिया को 3 बार दोहराएँ।
6. हाइड्रोथेरेपी तकनीक :
यह एक सामान्य थेरेपी है जिसमे आंखों पर गुनगुने और ठंडे पानी की छींटे मारी जाती है। आप भी इसका इस्तेमाल कर सकते है। आंखों का फड़कना बढ़ने पर बंद आंखों पर बारी बारी से ठंडा और गुनगुना पानी डालें। ठंडा पानी रक्त वाहिकाओं को संकुचित करेगा जबकि गुनगुना पानी उन्हें फैलाने का काम करेगा। ऐसा करने से वाहिकाओं में रक्त का प्रवाह बढ़ेगा जिससे आंखों के फड़कने में आराम मिल जाएगा। वैसे आप चाहे तो पानी की छींटे मारने से पूर्व बर्फ के टुकड़ों का इस्तेमाल भी कर सकते है। इसे कम से कम 7 से 8 बार करें समस्या में आराम मिल जाएगा।
तो ये थे कुछ उपाय जिनकी मदद से आपकी आंखों के फड़कने की समस्या आसानी से दूर हो जाएगी। एक बात ध्यान रखें अगर आपको किसी भी व्यायाम या क्रिया को करने में परेशानी या तनाव का अनुभव हो रहा है तो तुरंत ही उस क्रिया को करना बंद कर दें। जल्द राहत न मिलने पर डॉक्टर की सलाह भी लें।