गर्भ में पल रहा शिशु इन चीजों को करता है महसूस

प्रेगनेंसी की खबर सुनते ही महिला का अपने गर्भ में नन्हे शिशु से भावनात्मक रूप से लगाव हो जाता है और अपने आप ही महिला में मातृत्व की भावना बढ़ने लगती है। महिला प्रेगनेंसी में कुछ भी करने से पहले केवल यही सोचती है की जो वो कर रही है उसका शिशु पर कोई बुरा प्रभाव तो नहीं होगा। और गर्भावस्था का पूरा समय महिला केवल इसी बारे में ही सोचती रहती है की उसका शिशु गर्भ में क्या कर रहा होगा, उसका विकास कैसे हो रहा होगा, जिस तरह शिशु की हलचल से माँ अपने बच्चे को महसूस करती है क्या उसी तरह बच्चा भी माँ को महसूस कर रहा होगा, आदि। तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपको गर्भ में पल रहा शिशु किन किन चीजों को करता है महसूस करता है उस बारे में बताने जा रहे हैं।

स्वाद

जो भी आहार गर्भवती महिला खाती है तो गर्भनाल के रास्ते उस आहार में मौजूद पोषक तत्व व् स्वाद शिशु तक भी पहुँचता है। और कुछ ऐसी चीजें होती है जिनका स्वाद शिशु को बहुत अच्छा लगता है तो कुछ ऐसी भी होती है जिनका स्वाद शिशु को अच्छा नहीं लगता है। और जिन शिशु चीजों का स्वाद शिशु को अच्छा लगता है उन चीजों का स्वाद लेने के बाद हो सकता है शिशु आपको अपनी हलचल के माध्यम से प्रतिक्रिया भी दे।

माँ का पेट पर हाथ फेरना

गर्भ में पल रहे शिशु को केवल महिला ही अनुभव नहीं कर सकती है। बल्कि जब प्रेग्नेंट महिला या कोई और गर्भवती महिला के पेट को हाथ लगाकर शिशु को प्यार देता है। तो शिशु उसे भी महसूस करता है और ऐसा करने से शिशु के बेहतर विकास में भी मदद मिलती है।

आस पास की आवाज़ें

जब शिशु गर्भ में होता है तो शुरुआत में उसके अंग बनते हैं और फिर धीरे धीरे वो अंग काम भी करने लगते हैं। जैसे की शिशु के बढ़ते विकास के साथ शिशु की सुनने की क्षमता में भी वृद्धि होती है। और जब आप मधुर संगीत सुनते हैं तो शिशु उसे महसूस करता है और हो सकता है की वह संगीत सुनकर गर्भ में खुश भी हो। साथ ही बहुत तेज आवाज़ में संगीत सुनंने के कारण गर्भ में शिशु चौक भी सकता है और गर्भ में शिशु ज्यादा हलचल करने लगता है। इसीलिए प्रेग्नेंट महिला को हमेशा कम आवाज़ में और मधुर संगीत ही सुनना चाहिए। संगीत के अलावा यदि महिला गर्भ में शिशु से बातें करती है, बोल बोल कर किताबे पढ़ती है तो इन चीजों को भी शिशु महसूस करता है।

महिला को होने वाली दिक्कत

यदि गर्भवती महिला तेज चिल्लाती है या महिला के साथ कोई दुर्व्यवहार हो रहा होता है, या किसी अन्य कारण की वजह से महिला परेशान रहती है। तो महिला को होने वाली परेशानी का अनुभव गर्भ में शिशु को भी होता है। इसीलिए प्रेगनेंसी के दौरान महिला को खुश रहने की सलाह दी जाती है ताकि गर्भ में शिशु भी खुश रह सके।

तो यह हैं कुछ अहसास जो गर्भ में पल रहा शिशु महसूस कर सकता है। ऐसे में यदि आप भी प्रेग्नेंट हैं तो आपको भी इन बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि आप भी अपने बच्चे को खुश रख सके।

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