Baccho ke Sir m Ju ka ilaj :- बच्चों के सिर में जूं ! सुनने में थोड़ा अजीब लगता है लेकिन ये एक ऐसी समस्या है जिससे चाहकर भी बच्चा बच नहीं पाता। जी हां, आज के समय में बच्चों के सिर में जूं होना आम होता जा रहा है। बच्चों के अभिवावक कितने भी प्रयास कर लें जाने-अनजाने उनके बच्चे के सिर में जूं हो ही जाती है। कई लोग सोचते है की सिर में गन्दगी की वजह से ये पनपती है जबकि कुछ का कहना है की जुओं का कारण संक्रमित व्यक्ति के अत्यधिक सम्पर्क में रहना होता है।
लेकिन यदि बालों को साफ़ रखा जाये तो इस समस्या से दूर रहा जा सकता है। बच्चे हो या बड़े सिर में जूं हो जाने के बाद उनसे छुटकारा पाना बेहद मुश्किल हो जाता है। लेकिन यदि पूर्ण प्रयास किये जाये तो उनसे छुटकारा पाया जा सकता है।
क्या है जूं?
एक प्रकार का सूक्ष्म कीड़ा होता है जो व्यक्ति की स्कैल्प में रहती है। स्कैल्प में रहकर ये बालों की जड़ो से खून पीती है जिससे इन्हें पोषण मिलता है। जूं किसी एक उम्र के व्यक्ति में नहीं बल्कि किसी के सिर में भी हो सकती है। लेकिन मुख्य तौर पर इनका प्रभाव बच्चों में देखने को मिलता है।
ऐसे तो जूं साल के किसी भी मौसम में हो सकती है लेकिन गर्मी और बरसात के दौरान इनका सबसे अधिक प्रकोप देखने को मिलता है। क्योकि इसी मौसम में सिर में गन्दा पानी बहुत अधिक रहता है। जिसका एक कारण बारिश का पानी और पसीना होता है।
किन-किन कारणों से होती है बच्चों के सिर में जूं?
संक्रमित व्यक्ति के अत्यधिक सम्पर्क में रहने और उसके द्वारा प्रयोग की जाने वाली वस्तुओं का इस्तेमाल करने से भी सिर में जूं हो जाती है। ऐसे तो जूं होना कई गंभीर समस्या नहीं है लेकिन कई बार लापरवाही बरतने और सही उपचार न लेने से ये समस्या गंभीर रूप ले लेती है। सामान्य तौर पर सिर में खुजली और दर्द होता है लेकिन स्थिति के गंभीर होने पर सिर में घाव भी होने लगते है।
जैसा की हमने आपको बताया की सिर में जूं होना कोई बड़ी समस्या नहीं है लेकिन जब इनकी सँख्या बढ़ने लगती है तो ये हमारी स्कैल्प को नुक्सान पहुँचाना प्रारंभ कर देती है। इसीलिए जूं होने पर विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
बच्चों के सिर में जूं होने पर क्या करें?
बच्चों के सिर में जूं हो जाने पर उनका विशेष ध्यान रखना चाहिए। ऐसे में जितना हो सके उन्हें भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र से दूर रखें ताकि उनकी संख्या में वृद्धि होने से बचाया जा सके। इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें की उसके द्वारा प्रयोग किये जाने वाले सामानों का और कोई प्रयोग न करें इससे संक्रमण फैलने का ख़तरा बढ़ जाता है।
बालों में जूं हो जाने पर सिर में खुजली और बालों में रूखेपन की समस्या भी होने लगती है। ऐसे में बच्चे में सिर में जितना हो सके तेल लगा कर रखें। आप बाजार में उपलब्ध जु निकलने वाले तेल का भी प्रयोग कर सकते है। लेकिन इनके प्रयोग के समय कुछ सावधानिया बरतनी पड़ती है जिनकी जानकारी उनके पाउच पर लिखी होती है।
लेकिन हर किसी के लिए ये संभव नहीं हो पाता इसीलिए वे इसके विकल्प को अपनाना बेहतर समझते है। क्योकि कई बार इनमे मिले केमिकल्स बालों को डैमेज करने के साथ-साथ नुकसान भी पहुँचाते है। इसीलिए आज हम आपको कुछ ऐसे आसान घरेलु उपाय बताने जा रहे है जो फायदेमंद होने के साथ-साथ सुरक्षित भी है क्योकि इनके निर्माण में किसी तरह के केमिकल्स का प्रयोग नहीं किया गया है। यकीन मानिये इन उपायों का प्रयोग करके आप आसानी से अपने बच्चे के सिर से जूं खत्म कर सकते है।
बच्चों के सिर से जूं निकालने के उपाय (Baccho ke Sir m Ju ke liye upay) :-
लहसुन se nahi honge Baccho ke Sir m Ju :
जुओं को मारने के लिए तेज़ गंध की आवश्यकता होती है जिसके लिए लहसुन एक सटीक उपाय है। इसमें मौजूद गंध न केवल सिर से जूं निकालने में मददगार होगी बल्कि बालों को बैक्टीरिया रहित बनाने में भी मदद करेगी। यदि आपके बच्चे के सिर में भी जूं हो गयी है तो 10 से 12 लहसुन में 2 – 3 चम्मच निम्बू का रस मिला लें। अब इन दोनों को अच्छे से पीस लें। इस पेस्ट को बच्चे के सिर में लगाएं ख़ासकर जड़ो में। 1 घंटे रखने के बाद गर्म पानी से धो दे।
अन्य तरीका –
आप चाहे तो लहसुन को खाना बनाने के लिए प्रयोग किये जाने वाले तेल, नींबू के रस, ग्रीन टी और थोड़े से शैम्पू में मिलाएं। अब इस पेस्ट को संक्रमित बच्चे के सिर में लगाएं। लगाने के बाद सिर को तौलिया या शावर कैप से ढकना न भूले। आधा घण्टे रखने के बाद सिर में शैम्पू करके बालों को धो ले। जूं अपने आप मर जाएँगी। बाद में कंघी से उन्हें निकाल ले।
बेबी आयल :
इस तेल में मौजूद गुण जुओं का दम घोटने का काम करते है जिससे उन्हें साँस लेने में परेशानी होती है। बच्चे के सिर में जूं हो जाने पर बेबी आयल, कपडे धोने का डिटर्जेंट पाउडर और सफ़ेद सिरका तीनो को इकट्ठा कर लें। सबसे पहले बालों में बेबी आयल लगाएं। तेल लगाने ले बाद ऊपर से नीचे की ओर कंघी करें। ऐसा करने से बेहोश जुएं बहार आ जाएँगी।
इसके पश्चात् गर्म पानी और डिटर्जेंट पाउडर से बालों को धोये। रात में बच्चे के बालों में सिरका लगाएं और रातभर के लिए सिर में तौलिया लपेटकर रखें। अगली सुबह बच्चे के बालों को शैम्पू से धो दें। बालों को जुओं को पूरी तरह खत्म करने के लिए 3 से 4 दिन में इस विधि का प्रयोग करें।
जैतून का तेल bhi hai juon ke liye upyogi :
जुओं को मारने के लिए जैतून का तेल भी बहुत उपयोगी होता है। इसकी मौजूदगी में जुओं का साँस लेना दूभर हो जाता है। जिसके कारण कुछ ही समय में उनकी मृत्यु हो जाती है। यदि आपके बच्चे के सिर में जूं हो गयी है तो रात को सोने से पहले उसके सिर में ओलिव आयल लगाएं। इसके बाद बालों को शावर कैप से ढक दे। अगली सुबह पतली वाली कंघी से बालों को काढ़े। जुएं बाहर आ जाएँगी। इसके बाद शैम्पू करके बालों को धो दे।
अन्य तरीका –
आप चाहे तो ओलिव आयल को दूसरी विधि द्वारा भी प्रयोग में ला सकते है। इसके लिए आधा कप ऑलिव ऑयल में आधा कप कंडीशनर मिला ले अब इसमें कुछ लिक्विड साबुन मिलाएं। इसे बालों की जड़ों में अच्छे से लगाएं। लगाने के एक घंटे तक बालों को छेड़े नहीं। बाद में बाल धो दे और पतली कंघी करके जूँ बाहर निकाल दें। इच्छित परिणामो के लिए इसे एक हफ्ते बाद दोबारा दोहराएं।
नमक hai Baccho ke Sir m Ju ka sahi ilaj :
नमक के तत्व निर्जलीयकरण प्रक्रिया से जुओं को सफाया करते है। बच्चों के सिर से जूं निकालने के लिए नमक और सिरके को मिलाकर एक पेस्ट बना लें। अब इस पेस्ट ओ बच्चे के सिर में लगाएं। मिश्रण लगाने के बाद सिर को शावर कैप से जरूर ढके ताकि गंध बालों में ही बनी रहे। 2 घंटे तक लगे रहने देने के बाद बालों में शैम्पू कर दें। एक हफ्ते के अंतराल में इस विधि का प्रयोग करते रहे जब तक पूरी जुएं खत्म न हो जाये।
पेट्रोलियम जेली dilayegi sir ke ju se nijat :
जुओं को मारने के लिए ये भी एक अच्छा और सस्ता उपाय है। इसके लिए रात को सोने के पहले बालों की जड़ो में पेट्रोलियम जेली की एक मोती परत लगाएं। सिर को तौलिया से ढक दें। अगले दिन बेबी आयल की मदद से उस जेली को बालों से निकाल दें। समय हो तो जूं खत्म होने तक प्रतिदिन इसका प्रयोग करें। आपके बच्चे के सिर से जुओं गायब हो जाएँगी।
टी ट्री आयल :
टी ट्री आयल एक प्राकृतिक कीटनाशक के रूप में कार्य करता है जो जुओं को मारने और उन्हें खत्म करने का असरदार उपाय है। इसकी मदद से जूं तो खत्म होती ही है साथ-साथ बाल भी मुलायम होते है। सिर से जुओं को भगाने के लिए टी ट्री आयल, natural शैम्पू और नारियल के तेल को मिलाकर एक मिश्रण तैयार के लें। अब इसे बच्चे के सिर में लगाएं। आधा घंटे रखने के बाद गर्म पानी से बाल धो दें। गीले बालों में पतली कंघी करें। साड़ी जुएं बाहर आ जाएँगी। ये उपाय सस्ता होने के साथ-साथ सरल भी है। Baccho ke Sir m Ju hone par kya kare?
नारियल तेल :
जुओं को खत्म करने के लिए नारियल तेल और कपूर के मिश्रण को सबसे उत्तम उपाय माना जाता है। कपूर की सुगंध में जुओं का साँस लेना असंभव हो जाता है जिससे उनका दम घुटने लगता है और वे मर जाती है। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकतर इसी नुस्खे की मदद से बच्चों के सिर से जुएं निकाली जाती है क्योंकि वहाँ जुएं निकालने के शैम्पू और तेल उपलब्ध नहीं होते।
नारियल का तेल बालों को पोषण देता है जबकि कपूर जुओं को मारने के लिए उत्तम उपाय है। बालों से जुओं को समाप्त करने के लिए नारियल तेल में कपूर को अच्छी तरह से मिलाकर बच्चे के बालों में लगा दें। इसकी मदद से जुएं और लिख दोनों पूरी तरह समाप्त हो जाएँगी और बाल भी अच्छे हो जायेंगे। आप इस उपाय का प्रयोग तब तक करते रहे जब तक सिर से जुएं पूरी तरह समाप्त न हो जाएँ।
Baccho ke Sir m Ju ka ilaj – सफ़ेद सिरका :
सफ़ेद सिरके में एसीटिक एसिड पाया जाता है जो जुओं को मारने का काम करता है। सिर से जुओं को समाप्त करने का ये सबसे अच्छा और सुरक्षित उपाय है। इसके लिए आपको ज्यादा कुछ करने की आवश्यकता नहीं है बस किसी भी तेल में सफ़ेद सिरका मिलाये और बच्चे के बालों में लगा दें। कुछ घण्टे लगे रहने दें और बाद में शैम्पू से सिर धो दें। जुओं का नामो-निशान तक समाप्त हो जायेगा।
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