गर्मियों में नारियल पानी क्यों जरुरी है प्रेगनेंसी में

नारियल पानी बहुत से गुणों का भंडार जाना जाता है और इसमें प्राकृतिक इलेक्ट्रोलाइटस भी पाए जाते है। नारियल पानी में बहुत अधिक मात्रा में पोटैशियम, क्लोराइड और मैग्नीशियम पाया जाता है। यह तीनो इलेक्ट्रोलाइटस ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते है और साथ ही हार्ट को सही तरीके से काम करने में मदद करते है। कई रिसर्च द्वारा यह बात साबित होती है के नियमित रूप से रोजाना नारियल पानी का सेवन करने से ब्लड प्रेशर कम हो जाता है।

यह एक रिफ्रेशिंग पेय प्रदार्थ के रूप में भी जाना जाता है। इसमें मौजूद पी एच् बैलेंस और हमारे खून में पाए जाने वाले पी एच् बैलेंस बिलकुल एक समान है। इसीलिए इसके प्रयोग से हमे कोई नुक्सान नहीं होता। नारियल पानी में वसा और कोलेस्ट्रॉल बिलकुल भी नही होती है। गर्भवस्था में इसके प्रयोग से बहुत सी परेशानियों बचा जा सकता है।

गर्भवती महिला को अक्सर थकान और डिहाइड्रेशन जैसी समस्याएं हो जाती है। शरीर में बहुत से बदलावों के कारण ऐसा होता है। इन्ही बदलावों के कारण रोजाना घर के या ऑफिस के काम करने में परेशानी आने लगती है। गर्भवती महिला को अपने रोजाना के कार्य करने के लिए अच्छे पौष्टिक आहार और तरल प्रदार्थों की भरपूर मात्रा की जरुरत पड़ती है। नारियल पानी गर्भवती महिला के लिए इन सभी से छुटकारा दिलवाने वाला है। नारियल पानी सभी नुट्रिएंट्स से भरपूर होता है। आइये जानते है के गर्भावस्था के नारियल पानी पीना क्यों जरुरी है।

इम्युनिटी

ताजे और कच्चे नारियल के पानी में एंटीओक्सिडेंट तत्व, जरुरी विटामिन्स और मिनरल्स भरपूर मात्रा में होते है, जो की हमारी इम्युनिटी यानि रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाते है। हम सभी जानते है के गर्भवस्था में महिला की इम्युनिटी पावर कमजोर हो जाती है ऐसे में इम्युनिटी बढ़ाने के लिए नारियल पानी का सेवन नियमित रूप से करना चाहिए।

नारियल पानी में लॉरिक एसिड और एक मध्यम चैन का फैटी एसिड भी पाया जाता है। यह दोनों एसिड हमारे शरीर में जाकर बहुत मजबूत एंटीमाइक्रोबियल कंपाउंड बनाते है। जिससे हमारे शरीर में नुकसानदायक बैक्टीरिया, वायरस और फ्लू आदि टिक नहीं पाता है।

कब्ज

पाचन क्रिया का धीमा पड़ जाना और कब्ज जैसी परेशानियां गर्भावस्था बहुत सामान्य मानी जाती है। खाने के ना पचने से गैस, सीने में जलन, पेट में जलन होने लगती है। नारियल पानी को डाइटरी फाइबर का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। इसके नियमित सेवन से पाचन क्रिया से जुड़ी सभी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। इसके अतिरिक्त नारियल पानी हमारे शरीर के पी एच् बैलेंस का लेवल अच्छा करके शरीर के सारी गन्दगी से भी छुटकारा दिलवाता है।

नारियल पानी का रोजाना सेवन करने से पेट से संबंधित परेशानियों से तो छुटकारा मिलेगा ही साथ ही गर्भवती महिला को उलटी, जी घबराना, मिचली आदि से भी निजात दिलवाएगा।

डिहाइड्रेशन

डिहाइड्रेशन यानी की शरीर में पानी की कमी हो जाना, वैसे तो गर्मियों में अक्सर सभी को इस परेशानी से गुजरना पड़ता है। लेकिन गर्भावस्था के यह परेशानी ज्यादातर महिलाओं को हो जाती है डिहाइड्रेशन की स्थिति गर्भवती महिला के लिए बहुत हानिकारक भी हो सकती है। नारियल पानी एक हल्का, ठंडा और रिफ्रेशिंग पेय प्रदार्थ है जो की इलेक्ट्रोलाइटस कंटेंट से भरपूर है।

गर्भवस्था में नारियल पानी के सेवन से डिहाइड्रेशन की प्रॉब्लम का सामना नहीं करना पड़ेगा और यदि पानी की कमी हो भी गयी है तो भी नारियल पानी पीने से पानी की कमी पूरी हो जायेगी। इसके सेवन से गर्भवती महिला को थकान और चिड़चिड़ेपन से भी छुटकारा मिलेगा। नारियल पानी गर्भावस्था आपके शरीर के लिए एक एनर्जी ड्रिंक की तरह काम करेगा। नारियल पानी एनर्जी के साथ साथ फ्रेशनेस यानि ताजगी का भी आनंद मिलेगा।

कम शुगर

गर्मियों में अक्सर हम लोग अपनी प्यास बुझाने के लिए तरह तरह के पेय प्रदार्थों का प्रयोग करते है जैसे कोल्डड्रिंक्स, फलों का रस, शरबत और निम्बू पानी आदि। पर इन सभी चीजों का प्रयोग करते समय हम यह भूल जाते है के इनमे शुगर की मात्रा बहुत अधिक होती है। जिस कारण कई लोगों का शुगर लेवल बढ़ जाता है। और गर्भवती महिला का शुगर कई बार हार्मोनल बदलावों के कारण भी बढ़ जाता है।

सभी फलों के रस और एनर्जी ड्रिंक्स में से एकमात्र नारियल पानी में सभी कम प्राकृतक शुगर पायी जाती है। इसके नियमित सेवन से गर्भावस्था में प्यास भी बुझती है, शुगर होने का खतरा भी कम होता है और साथ ही हमारी एनर्जी लेवल भी बढ़ता है। नारियल पानी एक प्राकृतिक ठंडा पेय प्रदार्थ होता है जो हमारे शरीर को भी ठंडा करता है।

भ्रूण विकास

नारियल पानी का नियमित सेवन सिर्फ गर्भवती महिला को ही बिमारियों से दूर नहीं रखता बल्कि उसके भ्रूण को भी विकास में मदद करता है। इसमें मौजूद जरुरी विटामिन्स और मिनरल्स शिशु के विकास में बहुत ही फायदेमंद होते है। नारियल पानी में मौजूद प्राकृतिक कैल्शियम शिशु की हड्डियों को विकसीत होने और मजबूत बनने में मदद करता है।

पैरों में क्रैम्प्स

गर्भावस्था के दौरान कुछ महिलाओं को पोटैशियम की कमी हो जाती है जिसके परिणाम स्वरूप कई बार टांगो में क्रैम्प्स से पड़ने लगते है यानी की एक तीखा सा दर्द जो कभी भी गर्भवती महिला को सता सकता है। 330 मिली नारियल पानी में 670 mg पोटैशियम की मात्रा पायी जाती है। संतुलित आहार के साथ नारियल पानी का नियमित सेवन इस लेग क्रैम्प्स से छुटकारा दिलवाएगा।

 ब्लड प्रेशर

गर्भावस्था में अक्सर महिलाओं का ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है। बहुत ज्यादा ब्लड प्रेशर होने से हार्ट रेट पर भी असर पड़ता है। नारियल पानी के नियमित सेवन से ब्लड प्रेशर भी कण्ट्रोल में रहता है और हार्ट भी सुचारु रूप से काम कर सकता है। इसके अतरिक्त नारियल पानी पूरी तरीके से कोलेस्ट्रॉल से मुक्त होता है जिस वजह से इसके सेवन से गर्भवती महिला के शरीर में ज्यादा खराब कोलेस्ट्रॉल भी नहीं जा पाता। इससे गर्भवती महिला को एक सेहतमंद वेट बढ़ाने में भी मदद मिलती है।

एमनीओटिक फ्लूइड

गर्भवस्था के आखिरी तीन महीनों में एमनीओटिक फ्लूइड का लेवल अच्छा होना चाहिए जिससे डिलीवरी के समय कोई परेशानी ना आये। नारियल पानी के नियमित सेवन से फ्लूइड का लेवल भी सहीं बना रहता है और साथ ही ब्लड सर्कुलेशन भी अच्छा हो जाता है।

नारियल पानी का सेवन गर्भावस्था के सम्पूर्ण समय के लिए ही फायदेमंद है। फिर भी अगर आप पूरे नो महीने नारियल पानी ना पी सके तो गर्मियों के समय में इसका सेवन जरूर करें।

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