खाना पकाने के लिए घर में तरह तरह के तेलों का इस्तेमाल किया जाता है जैसे की रिफाइंड आयल, ओलिव आयल, सरसों का तेल, देसी घी, आदि। लेकिन प्रेगनेंसी के दौरान महिला को इनमे से किसका इस्तेमाल करना चाहिए उसके बारे में जानकारी रखना जरुरी होता है। क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान महिला जितना खान पान के प्रति सावधानी बरतती है उतना ही ज्यादा माँ व् बच्चे को स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। गर्भावस्था के दौरान महिला देसी घी, ओलिव ऑयल, सरसों के तेल आदि का इस्तेमाल कर सकती है क्योंकि यह सभी माँ और बच्चे के लिए फायदेमंद होते हैं। आज इस आर्टिकल में हम आपको प्रेगनेंसी के दौरान सरसों के तेल का सेवन करने से कौन से कौन से फायदे मिल सकते हैं।
इम्युनिटी होती है बूस्ट
गर्भावस्था के दौरान महिला की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है ऐसे में महिला को संक्रमण व् बिमारियों के होने का खतरा अधिक होता है और यदि महिला को कोई दिक्कत होती है तो इसका असर गर्भ में पल रहे शिशु पर भी पड़ता है। ऐसे में महिला को उन खाद्य पदार्थों का भरपूर सेवन करना चाहिए जिससे महिला की इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद मिल सके। ऐसे में इसके लिए महिला अपने खाने में सरसों तेल का इस्तेमाल कर सकती है क्योंकि सरसों का तेल खाने से इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद मिलती है जिससे माँ व् बच्चे को संक्रमण से बचे रहने में मदद मिलती है। इसके अलावा सरसों तेल शरीर की अंदरूनी कमजोरी को भी दूर करने में मदद करता है।
भूख बढ़ाने में मदद करता है
बहुत सी गर्भवती महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान भूख न लगने की समस्या हो जाती है। जिसकी वजह से महिला अपनी डाइट अच्छे से नहीं लेती है और इसका असर माँ और बच्चे दोनों की सेहत पर पड़ता है। ऐसे में सरसों तेल का इस्तेमाल अपने खाने में करने से महिला को इस समस्या से बचे रहने में मदद मिलती है क्योंकि सरसों के तेल में मौजूद गुण भूख को बढ़ाने में मदद करते हैं।
वजन रहता है कण्ट्रोल
गर्भावस्था के दौरान महिला का वजन बढ़ना आम बात होती है लेकिन यदि महिला का वजन जरुरत से ज्यादा बढ़ जाता है तो इसके कारण माँ और बच्चे दोनों को दिक्कत हो सकती है। इसीलिए प्रेगनेंसी के दौरान महिला को अपने वजन का भी खास ध्यान रखना चाहिए। ऐसे में महिला इस समस्या से बचे रहने के लिए अपने खाने में सरसों तेल का इस्तेमाल कर सकती है क्योंकि सरसों का तेल खाने से मेटाबोलिज्म सही रहता है जिससे महिला के वजन को नियंत्रित रहने में मदद मिलती है।
कोलेस्ट्रॉल कण्ट्रोल
सरसों का तेल खाने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कण्ट्रोल रहने में मदद मिलती है जिससे आपको स्वस्थ रहने में मदद मिलती है। साथ ही इससे हदय को स्वस्थ रहने में भी मदद मिलती है। ऐसे में गर्भवती महिला को कोलेस्ट्रॉल सम्बन्धी समस्या से बचे रहने और हदय को स्वस्थ रखने के लिए सरसों के तेल का सेवन जरूर करना चाहिए।
ब्रेन के लिए है फायदेमंद
सरसों के तेल में मौजूद फैटी एसिड ब्रेन के विकास के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। ऐसे में गर्भ में पल रहे शिशु के बेहतर दिमागी विकास के लिए महिला को सरसों के तेल को अपनी डाइट में जरूर शामिल करना चाहिए।
तो यह हैं कुछ बेहतरीन फायदे जो गर्भवती महिला को सरसों का तेल खाने से मिलते हैं। खाने के अलावा महिला सरसों तेल का इस्तेमाल बालों, स्किन, मालिश आदि के लिए भी कर सकती है। क्योंकि सरसों का तेल बालों और स्किन के लिए बहुत फायदेमंद होता है साथ ही सरसों के तेल से मालिश करने से शरीर को भी आराम मिलता है।
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