हर कोई अलग अलग तरीके का संगीत सुनना पसंद करता है जैसे की कुछ लोग लाउड यानी की तेज म्यूजिक सुनना पसंद करते हैं, कुछ लोग धीमा संगीत सुनना पसंद करते हैं, तो कुछ लॉफ सैड संगीत सुनना भी पसंद करते हैं। साथ ही हर किसी का संगीत सुनने का कारण भी अलग हो सकता है जैसे की कुछ लोग अपने मूड को अच्छा करने के लिए संगीत सुनते हैं, कुछ लोग तनाव से राहत पाने के लिए संगीत सुनते हैं, तो कुछ एन्जॉय करने के लिए संगीत सुनते हैं, आदि।
लेकिन इन सभी बातों को जानने के बाद यह बात तो साबित हो जाती है की संगीत किसी दवाई से कम नहीं होता है और बहुत फायदेमंद होता है। ऐसे ही संगीत सुनना प्रेगनेंसी के दौरान भी फायदेमंद होता है यदि गर्भवती महिला संगीत सुनती है तो इससे गर्भवती महिला को ही नहीं बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु को भी फायदे मिलता है। तो आइये अब इस आर्टिकल में जानते हैं की प्रेगनेंसी में संगीत सुनने से क्या-क्या फायदे मिलते हैं और किस तरीके का संगीत गर्भवती महिला को सुनना चाहिए।
प्रेगनेंसी में संगीत सुनने के फायदे
गर्भवती महिला यदि प्रेगनेंसी के दौरान यदि संगीत सुनना चाहती है तो महिला और शिशु दोनों के लिए सेफ होता है। साथ ही संगीत सुनने से माँ व् बच्चे को बहुत से फायदे भी मिलते हैं। जैसे की:
स्ट्रेस से राहत
गर्भावस्था के दौरान कुछ महिलाएं बहुत ज्यादा स्ट्रेस ले लेती है जिसकी वजह से महिला और शिशु दोनों को नुकसान पहुँच सकता है। लेकिन यदि महिला संगीत सुनती है तो इसे महिला को मानसिक रूप से रिलैक्स रहने में मदद मिलती है। और तनाव दूर होने के साथ महिला संगीत सुनने से खुश रहती है।
ब्लड प्रैशर रहता है कण्ट्रोल
प्रेगनेंसी के दौरान बहुत सी महिलाएं हाई ब्लड प्रैशर की समस्या का शिकार हो जाती है और हाई ब्लड प्रैशर के कारण माँ व् बच्चे दोनों को दिक्कत हो सकती है। लेकिन संगीत सुनने से महिला को शांत रहने में मदद मिलती है जिससे ब्लड प्रैशर भी कण्ट्रोल रहता है और प्रेगनेंसी के दौरान महिला को हदय सम्बन्धी समस्याओं से बचे रहने में भी मदद मिलती है।
इमोशनल रूप से महिला होती है स्ट्रांग
प्रेगनेंसी के दौरान महिला शारीरिक व् मानसिक रूप से बदलाव महसूस करने के साथ शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण इमोशनल रूप से भी थोड़ा परेशान महसूस कर सकती है। लेकिन संगीत सुनने से गर्भवती महिला इमोशनल रूप से मजबूत होती है।
मूड होता है बेहतर
प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव के कारण महिला में मूड स्विंग्स की समस्या भी देखने को मिलती है। जिसके कारण महिला का स्वाभाव चिड़चिड़ा महसूस हो सकता है, महिला अचानक ही रोने लगती है तो कभी गुस्सा भी हो जाती है। ऐसे में गर्भवती महिला यदि संगीत सुनती है तो इससे महिला के मूड को बेहतर रहने में मदद मिलती है साथ ही महिला खुश भी रहती है।
बेबी मूवमेंट में आता है सुधार
गर्भ में शिशु के बढ़ते विकास के साथ शिशु की सुनने की क्षमता भी बढ़ती है ऐसे में शिशु बाहर की आवाज़ों को सुनने लगता है। और जब शिशु बाहर की आवाज़ों को सुनता है तो इस पर शिशु प्रतिक्रिया भी देता है जिससे शिशु की मूवमेंट बढ़ती है। लेकिन शिशु को ज्यादा तेज आवाज़ में संगीत सुनाने से बचना चाहिए।
शिशु का मानसिक व् शारीरिक विकास बढ़ता है
संगीत सुनने से गर्भ में शिशु को एक्टिव रहने में मदद मिलती है। और गर्भ में शिशु जब एक्टिव रहता है तो इससे शिशु का शारीरिक व् मानसिक विकास तेजी से होता है।
प्रेगनेंसी के दौरान कितनी देर संगीत सुनना चाहिए?
गर्भावस्था के समय महिला को आधे से एक घंटे तक संगीत सुनना चाहिए। क्योंकि गर्भ में शिशु का भी सोने उठने का समय होता है। साथ ही सभी चीजें सिमित मात्रा में हो तभी फायदा मिलता है। साथ ही इसे आपका होने वाला शिशु बुद्धिमान व् स्मार्ट पैदा होता है।
प्रेग्नेंट महिला को किस तरह का म्यूजिक सुनना चाहिए?
गर्भवती महिला को ज्यादा तेज, चीखने वाला म्यूजिक नहीं सुनना चाहिए साथ ही ज्यादा तेज आवाज़ में भी गर्भवती महिला को संगीत नहीं सुनना चाहिए। यदि महिला संगीत सुनती है तो महिला को धीमा और कम आवाज़ में संगीत सुनना चाहिए साथ ही गर्भवती महिला को उदास करने वाला संगीत भी नहीं सुनना चाहिए।
तो यह हैं प्रेगनेंसी के दौरान संगीत सुनने के फायदे, यदि आप भी गर्भवती है तो आपको भी अपने और अपने बच्चे दोनों के फायदे के लिए थोड़ी देर संगीत जरूर सुनना चाहिए। इसके अलावा ध्यान रखें की लम्बे समय तक हैडफ़ोन लगाकर गाने सुनने से बचे क्योंकि इससे आपके सुनने की क्षमता पर बुरा असर पड़ सकता है।
Benefits of listening music during pregnancy