प्रेग्नेंट महिला को खान पान का भरपूर ध्यान रखने के साथ इस बात का ध्यान भी अच्छे से रखना चाहिए की महिला अपनी नींद भी अच्छे से लें। क्योंकि खान पान अच्छा होने के साथ महिला जितना ज्यादा आराम करती है उतना ही गर्भावस्था के दौरान आने वाली परेशानियों को कम करने में मदद मिलती है। साथ ही प्रेग्नेंट महिला फ्रैश महसूस करती है और एक्टिव रहती है।
इसके अलावा महिला को भरपूर नींद लेने के साथ महिला किस पोजीशन में सो रही है उस बात का भी अच्छे से ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि गलत पोजीशन में सोने के कारण गर्भवती महिला और गर्भ में बच्चे दोनों को दिक्कत महसूस हो सकती है। तो आइये अब इस आर्टिकल में हम आपको गर्भावस्था के दौरान महिला को किस पोजीशन में सोना चाहिए उस बारे में भी बताने जा रहे हैं।
प्रेग्नेंट महिला को आठवें और नौवें महीने किस पोजीशन में सोना चाहिए?
गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान आठवें और नौवें महीने में सोते समय सीधा होकर नहीं सोना चाहिए क्योंकि इसके कारण बच्चे का पूरा भार पीठ पर पड़ जाता है जिसकी वजह से महिला को कमर दर्द की समस्या हो जाती है। साथ ही सीधा होकर सोने से साँस लेने में तकलीफ, लौ ब्लड प्रैशर, पाचन तंत्र से सम्बंधित समस्या आदि हो सकती है।
पेट के बल भी महिला को नहीं सोना चाहिए क्योंकि इससे पेट पर दबाव पड़ता है और गर्भ में शिशु असहज महसूस करता है। ऐसे में महिला दाईं या बाई और करवट लेकर सो सकती है। लेकिन जब बात प्रेगनेंसी में सोने की सबसे बेहतरीन पोजीशन की हो तो महिला को बाईं और करवट लेकर, अपने पैरों को मोड़कर और उनके बीच में तकिया लगाकर सोना चाहिए।
क्योंकि यदि महिला इस पोजीशन में सोती है तो महिला को ऐसे सोने से किसी तरह की शारीरिक परेशानी नहीं होती है, महिला को नींद अच्छे से आती है, गर्भनाल की ,मदद से शिशु तक ब्लड ऑक्सीजन पोषक तत्व सभी अच्छे से पहुँचते हैं। इसीलिए यदि प्रेग्नेंट महिला सोती है तो महिला को बाईं और करवट लेकर ही सोना चाहिए।
तो यह हैं प्रेगनेंसी में गर्भवती महिला के सोने की सही पोजीशन के बारे में टिप्स, तो यदि आप भी प्रेग्नेंट हैं तो आप भी इसी पोजीशन में सोएं। ताकि आपको सोते समय किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
Best Sleeping Position in Pregnancy