प्रेगनेंसी के दौरान महिला के ब्रेस्ट में बहुत से बदलाव आते हैं। जैसे की ब्रेस्ट साइज बढ़ना, ब्रेस्ट में कड़ापन आना, ब्रेस्ट व् दर्द व् सूजन होना, स्तन के आस पास स्ट्रेचमार्क्स भी हो सकते हैं, निप्पल के रंग में बदलाव आना, स्तनों से रिसाव होना, आदि। और इन बदलावों का होना प्रेगनेंसी के दौरान आम बात होती है क्योंकि इस दौरान महिला की बॉडी में हार्मोनल बदलाव हो रहे होते हैं।
साथ ही स्तनों में दूध उत्पादन की प्रक्रिया होने के कारण स्तन के उत्तकों में फैलाव होता है, जिसकी वजह से महिला को ब्रेस्ट में यह बदलाव महसूस होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं की ब्रेस्ट में होने वाले बदलाव को देखकर आप यह जान सकते हैं की आपकी प्रेगनेंसी कितनी स्वस्थ है, यदि नहीं तो आइये अब इस आर्टिकल में हम आपको इस विषय के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
ब्रेस्ट साइज में बदलाव
यदि गर्भवती महिला को प्रेगनेंसी के दौरान अपनी ब्रेस्ट के साइज में बदलाव महसूस होता है तो ऐसा होना इस बात की और इशारा करता है की आपकी प्रेगनेंसी हेल्दी है। और ऐसा होने का कारण शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव होते हैं।
स्तनों से रिसाव होना
गर्भावस्था की तीसरी तिमाही में महिला को ब्रेस्ट से तरल पदार्थ का रिसाव यदि महसूस हो। तो यह लक्षण भी इस बात की और इशारा करता है की स्तनों में दूध बनने की प्रक्रिया अच्छे से हो रही है। और शरीर में क्रियाओं का सही से होना महिला की प्रेगनेंसी स्वस्थ है इस बात की और इशारा करता है।
निप्पल के रंग में बदलाव
गर्भावस्था के दौरान महिला की निप्पल के रंग में भी बदलाव महसूस हो सकता है जिसकी वजह से निप्पल के आस पास डार्क स्किन, सुखी हुई स्किन महिला को महसूस हो सकती है। और ऐसा होना प्रेगनेंसी के दौरान बहुत ही आम बात होती है और इसका कारण महिला के शरीर में हो रहे हार्मोनल बदलाव होते हैं। साथ ही इस लक्षण का महसूस होना स्वस्थ प्रेगनेंसी होने की और इशारा करता है।
तो यह हैं कुछ बदलाव जो महिला के ब्रेस्ट में यदि महसूस हो तो इसका मतलब होता है की महिला की प्रेगनेंसी हेल्दी है साथ ही यदि महिला महिला हेल्दी रहती है तो इससे गर्भ में पल रहा शिशु भी हेल्दी रहता है।
Breast changes during pregnancy