बैंगन एक बहुत ही स्वादिष्ट सब्जी है, जिसे हम उबाल कर, भूनकर, बेक कर के, तलकर या फिर इसके चिप्स बनाकर भी खा सकते है। यह सभी स्वादिष्ट होने के साथ साथ हमारी सेहत के लिए भी बहुत गुणकारी मानी जाती है। बैंगन का पौधा इसके फल के लिए ही लगाया जाता है। बैंगन कार्बोहायड्रेट, प्रोटीन, विटामिन्स, मिनरल्स का बहुत ही अच्छा स्रोत है। शुरुआत में बैंगन सिर्फ भारत में ही उगाया जाता था पर अब पूरी दुनिया में इसे खूब खाया जाता है और पसंद किया जाता है।
क्या गर्भावस्था में बैंगन का सेवन कर सकते है?
अक्सर लोगों के मन में यह सवाल उठता है के गर्भावस्था के दौरान इसका सेवन करना चाहिए या नहीं। तो इसका साधारण सा जवाब है के गर्भवती महिला बैंगन का सेवन अपनी पसंद के हिसाब से कर सकती है। बैंगन भ्रूण के विकास में मदद करता है इसमें मौजूद विटामिन ए और विटामिन इ से भ्रूण को बहुत फायदा मिलता है। इसके अतिरिक्त बैंगन के और भी बहुत से फायदे है उन्हें जानने के लिए इसके लाभ पढ़िए।
प्रेगनेंसी में बैंगन खाने के फायदे
वैसे तो बैंगन के सेवन के बहुत से फायदे होते है, यहा हम आपको वो कुछ फायदे बता रहे है जो गर्भवती महिला को मिलते है।
इम्युनिटी
गर्भावस्था के दौरान महिला की इम्युनिटी यानि की रोग प्रतिरोधक क्षमता वैसे ही कम हो जाती है ऐसे में बदलते मौसम के कारण गर्भवती महिला को बहुत जल्दी कोल्ड, फ्लू और अन्य बीमारियां लगने का खतरा बढ़ जाता है। बैंगन में भरपूर मात्रा में विटामिन सी पाया जाता है। इसका यही विटामिन सी गर्भवती महिला की इम्युनिटी पावर को बढ़ाकर माँ और शिशु दोनों कई बिमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है।
हाइपरटेंशन
प्रेगनेंसी के दौरान महिला को ब्लड प्रेशर और हाइपरटेंशन की समस्या होना बहुत ही आम हो जाता है। इसके लिए प्रेग्नेंट महिला को बैंगन को अपनी डाइट में शामिल करने की सलाह दी जाती है। बैंगन को थायमिन, बायोफ्लैवोनॉइड्स और रिबोफ्लॉविन का एक अच्छा स्रोत माना जाता है। यह तीनो ही तत्व हाइपरटेंशन को नियंत्रित करने में मदद करते है। बैंगन का सेवन ब्लड प्रेशर कण्ट्रोल कर, सही हार्ट रेट लाने में मदद करके, गर्भवती महिला को उन सभी बिमारियों और परेशानियों से बचा सकते है जिन्हे लगभग हर दूसरी महिला गर्भावस्था के दौरान अनुभव करती है।
कोलेस्ट्रॉल लेवल
बैंगन के सेवन से शरीर में खराब कोलेस्ट्रॉल कम होता है और अच्छा कोलेस्ट्रॉल बढ़ने में मदद मिलती है। इस तरह बैंगन कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित कर हृदय से संबंधित बिमारियों के खतरे को कम करता है। गर्भावस्था में इसके सेवन से बढ़ते वजन में खराब कोलेस्ट्रॉल की कम मात्रा होती है जिससे की गर्भवती महिला और शिशु को हार्ट से संबंधित बिमारियों का खतरा नहीं होता है।
भ्रूण का विकास
बैंगन विटामिन ए, विटामिन इ, बी कॉम्प्लेक्स और निअचिन का एक बहुत अच्छा स्रोत है। यह सभी जरुरी पोषक तत्व एक साथ मिलकर भ्रूण का विकास में बहुत मदद करते है।
रेड ब्लड सेल्स
रेड ब्लड सेल्स भ्रूण के विकास के लिए बहुत जरुरी है, इन्हीं के कारण शिशु की नसों, दिमाग के सेल्स, मसल्स आदि का निर्माण होता है। इसके अतिरिक्त रेड ब्लड सेल्स ही आयरन को गर्भवती महिला और उसके शिशु तक पहुँचाते है। बैंगन में बहुत सा फोलेट होता है जो शरीर में जाकर फोलिक एसिड बनाता है। फोलिस एसिड रेड ब्लड सेल्स के निर्माण सबसे महत्वपूर्ण आधार है। यदि गर्भवती महिला बैंगन को अपनी डाइट में शामिल करती है तो उसके शरीर में रेड ब्लड सेल्स की गिनती को बढ़ने में मदद मिलती है।
इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस
बैंगन में बहुत से मिनरल्स पाए जाते है जैसे की मैग्नीशियम, आयरन, पोटैशियम, कॉपर, कैल्शियम, फॉस्फोरस, जिंक और मैगनीस। यह सभी मिनरल्स गर्भवती महिला के शरीर में जाकर इलेक्ट्रोलाइट की सप्लाई को बढ़ाते है। अगर इन इलेक्ट्रोलाइट की शरीर में कमी हो जाती है तो शरीर में पानी की कमी हो जाती है ऐसे माँ और शिशु दोनों को खतरा बढ़ जाता है। बैंगन के सेवन से गर्भवती महिला के शरीर के इलेक्ट्रोलाइट की प्रयाप्त मात्रा बनी रहती है।
पाचन शक्ति
बैंगन के सेवन से हमारे पेट को भी बहुत सा फायदा मिलता है, इससे हमारी पाचन शक्ति मजबूत होती है। गर्भावस्था में बढ़ते गर्भाशय के प्रेशर के कारण महिला की पाचन शक्ति कमजोर हो जाती है ऐसे में बैंगन का सेवन इस समस्या से बहुत हद तक छुटकारा दिलाता है।
गर्भावस्था में बैंगन के सेवन से नुक्सान
किसी भी चीज फायदे होते है तो कुछ नुक्सान भी उसके साथ ही होते है। आइये जानते है के प्रेगनेंसी के दौरान बैंगन के सेवन क्या नुक्सान हो सकता है।
समय से पहले डिलीवरी
बैंगन की पैदावार मिटटी में होती है इसीलिए इसमें कुछ मिटटी के हानिकारक तत्व भी शामिल हो सकते है। इसके लिए जरुरी है के बैंगन को खाने से पूर्व अच्छे से धो कर और पका कर खाया जाये। अगर गर्भावस्था में अधपका या बिना धोये हुए बैंगन का सेवन किया जाए तो समय से पहले डिलीवरी का खतरा बढ़ जाता है।
एलर्जी
अगर किसी महिला को पहले से ही किसी सब्जी से एलर्जी हो तो उसे बिलकुल भी बैंगन का सेवन नहीं करना चाहिए। बैंगन के सेवन से हल्की खुजली और रेडनेस हो सकती है। इसीलिए अगर आप पहले से बैंगन का सेवन करते है तभी प्रेगनेंसी में इसका सेवन करे और अगर पहले कभी भी ना खाया हो तो गर्भावस्था में इसे खाने की कोशिश ना करें।
एसिडिटी
गर्भावस्था के दौरान बैंगन का अधिक सेवन से पेट में एसिड भी बन सकती है और उसके कारण आपको उलटी और पेट में जलन और दर्द हो सकता है। एसिडिटी से बचने के लिए गर्भावस्था में इसका जरुरत से ज्यादा सेवन ना करें।
बैंगन के सेवन से पहले ध्यान देने योग्य बातें
ध्यान रखिये बैंगन से नुक्सान आपको तभी होगा अगर आप इन बातों का ध्यान ना रखे। तो बैंगन से मिलने वाले लाभों को पाने के लिए निचे दी गयी सावधानियां जरूर अपनाये।
- बैंगन को बनाने से पहले अच्छे से जरूर धोये, बिना धोये इसके सेवन से हानिकारक बैक्टीरिया हो सकता है।
- जिन महिला को पहले से कोई एलर्जी को वो बैंगन का सेवन ना करें।
- एसिडिटी से बचने के लिए अच्छे से पका कर इसका सेवन करे।