गर्भावस्था के दौरान हर महिला अपना अच्छे से ध्यान रखती है ताकि पूरी प्रेगनेंसी के दौरान महिला को दिक्कतें कम हो, बच्चे का विकास अच्छे से हो, किसी तरह की कॉम्प्लीकेशन्स नहीं आएं, डिलीवरी के समय कोई दिक्कत नहीं हो, आदि। और ज्यादातर गर्भवती महिला नोर्मल डिलीवरी के माध्यम से बच्चे को जन्म देना ही सही समझती हैं।
लेकिन कई बार प्रेगनेंसी में कॉम्प्लीकेशन्स होने के कारण, डिलीवरी के समय माँ या बच्चे से जुडी समस्या होने की वजह से सिजेरियन डिलीवरी करवानी पड़ती है। ऐसे में पहली बार यदि किसी महिला का नोर्मल प्रसव होता है या सिजेरियन प्रसव होता है तो दूसरी बार प्रेग्नेंट होने पर महिला की डिलीवरी उसी तरीके से होगी या अलग तरीके से होगी उसके बारे में आज हम इस आर्टिकल में आपको बताने जा रहे हैं।
सिजेरियन के बाद नोर्मल और नोर्मल के बाद सिजेरियन डिलीवरी हो सकती है या नहीं?
सबसे पहली बात तो महिला की डिलीवरी किस तरीके से होगी इसका फैसला महिला नहीं ले सकती है क्योंकि प्रसव के दौरान आपकी क्या कंडीशन है उसके अनुसार आपकी डिलीवरी होती है। इसके अलावा कुछ केस में डॉक्टर्स पहले से ही बता देते हैं की महिला की डिलीवरी सिजेरियन होगी।
ऐसे में जब महिला दूसरी बार गर्भधारण करती है तो ऐसा बिल्कुल भी जरुरी नहीं होता है की महिला की डिलीवरी वैसे ही होगी जैसे की पहले हुई थी। हाँ, कुछ केस में ऐसा हो सकता है लेकिन यह भी पूरी तरह से प्रेग्नेंट महिला के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। इसके साथ यह भी हो सकता है की महिला की यदि पहले डिलीवरी नोर्मल हुई थी तो दूसरी बार सिजेरियन हो सकती है या इसका उल्टा भी हो सकता है।
ऐसे में महिला डिलीवरी का होना महिला के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। ऐसे में ऐसा हो सकता है की महिला की यदि पहली डिलीवरी नोर्मल हुई थी तो दूसरी सिजेरियन हो सकती है या पहली डिलीवरी सिजेरियन हुई थी तो दूसरी नोर्मल हो सकती है। लेकिन यदि पहली दो डिलीवरी महिला की सिजेरियन होती है तो महिला की तीसरी डिलीवरी भी सिजेरियन होने के चांस होते हैं।
तो यह है सिजेरियन के बाद नोर्मल और नोर्मल के बाद सिजेरियन डिलीवरी हो सकती है या नहीं उससे जुड़े कुछ टिप्स, यदि आपके दिमाग में भी यह सवाल चल रहा है तो आप भी इसका जवाब इस आर्टिकल की मदद से जान सकते हैं। इसीलिए महिला को प्रेगनेंसी के दौरान केवल अपना अच्छे से ध्यान रखना चाहिए ताकि महिला और बच्चे को कोई परेशानी नहीं हो साथ ही डिलीवरी को लेकर महिला को तनाव में नहीं आना चाहिए।