Copper-T कॉपर टी क्या होती हैं? और इसके क्या फायदे होते हैं:-
आज के समय में महिलाओ के अनचाहे गर्भ को रोकने की बहुत सी सुविधाएँ मार्किट में आई हुई हैं| जैसे की महिला और पुरुष यदि सेक्स करते समय महिला या पुरुष कंडोम के प्रयोग करती हैं तो ऐसे में गर्भधारण के चांस कम हो जाते हैं| और कई महिलाएं सेक्स करने के थोड़ी देर के अंदर यदि गर्भनिरोधक गोलिओ का सेवन करती हैं तो भी महिला अनचाहे गर्भपात से मुक्ति रहती हैं| परंतु ये तरीका काफी महँगा और साथ ही गोलियो के ज्यादा इस्तेमाल से शारीरिक रूप से नुक्सान भी होता हैं|
आज के इस विज्ञानं के युग में मेडिकल सुविधाओ में महिलाओ की अनचाहे गर्भ से छुटकारा पाने के लिए भी एक सुविधा का इजात किया हैं| जिसे कॉपर टी के नाम से जाना जाता हैं| कॉपर-टी एक गर्भाशय के अंदर के लिए एक उपकरण हैं, जिसे महिलाओं के लिये प्रभावी गर्भनिरोधक माना जाता है| यह सुविधा अकसर उन महिलाओं को दी जाती हैं| जिन्होंने हाल ही में नवजात को जन्म दिया हो| ताकि उन्हें थोड़े समय के लिए इस सुविधा का लाभ हो सकें| और अनचाहे गर्भ से मुक्ति पा सकें|
कॉपर-टी को लगाने का काम आप खुद नहीं कर सकते हैं| बल्कि इकसे किसी डॉक्टर द्वारा ही करवाना चाहिए| इस उपकरण को महिला के गर्भाशय में स्थापित किया जाता है जिसमें आईयूडी से बँधा एक प्लास्टिक का धागा गर्भाशय ग्रीवा से योनि तक लटकता रहता है| जो महिला के गर्भाशय के अंदर पुरुष के शुक्राणु को जाने नहीं देता हैं, जिसके कारण निषेचन क्रिया नहीं हो पाती हैं| और महिलाओ को अनचाहे गर्भ से चुकारा मिलता रहता हैं|
कॉपर टी का प्रयोग करने के बाद सेक्स करने के दौरान किसी भी तरह की सुरक्षा का इस्तेमाल करने की जरुरत नहीं होती हैं| और न तो सेक्स के बाद आपको किसी गर्भनिरोधक गोली को खाने की आवश्यकता पड़ती हैं| परंतु कई महिलाओ को इस सुविधा का कभी सही से लाभ नहीं मिलता हैं, और उन्हें कोई न कोई परेशानी लगी रहती हैं| ऐसे में जरुरी होता हैं की महिला को डॉक्टर से राय जरूर लेनी चाहिए| आइये अब जानते हैं की कॉपर टी का प्रयोग किस प्रकार किया जाता हैं|
कॉपर टी कैसा होता हैं?:-
कॉपर टी आकर में बहुत छोटे होते हैं और प्लास्टिक के बने, कॉपर (ताँबा) में लिपटे टी के आकार में आते हैं| इसलिए भारत में सबसे लोकप्रिय रूप से कॉपर-टी के नाम से बिकती है| जिसे डॉक्टर बच्चा होने के बाद यदि महिला चाहे तो महिला के गर्भाशय में फिट कर देते हैं|
कॉपर-टी को कैसे महिला के गर्भाशय में स्थापित करते हैं:-
कॉपर टी के सिरों को मोड़कर महिला को गर्भाशय में प्रवेश कराया जाता है| ये एक प्रक्रिया हैं जो की डॉक्टर द्वारा ही की जाती हैं| जिसमें कि एक पतली नली बाहर की ओर होती है| जैसे ही इसे स्थापित किया जाता हैं वैसे ही ये अपना काम करना शुरू कर देती हैं| कॉपर टी शुक्राणु-नाशक के रूप में कार्य करने लगता है| और कॉपर और प्लास्टिक से बना यह छोटा सा यन्त्र गर्भनिरोधक उपकरण के रूप में कार्य करने लगता है| इसका आकार ऐसा इसलिये चुना गया है ,ताकि ये बिना हिले एक ही जगह लगा रहें|
कॉपर-टी कैसे और किस प्रकार काम करता है:-
जैसे ही महिला के गर्भाशय में इसे स्थापित किया जाता हैं| कॉपर युक्त गर्भाशय के तरल एक शुक्राणुनाशक के रूप में कार्य करते हैं| और जैसे ही शुक्राणु महिला के गर्भाशय में आते हैं,तो ये उन्हें नष्ट कर देता हैं| कॉपर के आयन शुक्राणुओं की गति को रोकते हैं क्योंकि कॉपर आयन युक्त शुक्रू के लिए जहर का काम करते हैं| अगर कोई संघर्षशील शुक्राणु अण्डाणु को निषेचित भी कर देता है तो कॉपर आयन युक्त वातावारण इस निषेचित अण्डे को गर्भाशय में स्थापित नहीं होने देते हैं| और महिला का अनचाहा गर्भ स्थापित नहीं हो पाता हैं|
कॉपर टी कितना प्रभावशाली हैं:-
एक बार कॉपर-टी गर्भाशय में स्थापित हो जाने पर कॉपर-टी एक समय तक 99% तक सुरक्षा प्रदान करता हैं| हलाँकि यह कॉपर-टी के निर्माण की प्रक्रिया पर निर्भर करता है क्योंकि कुछ उपकरण केवल पाँच वर्षों के लिये सुरक्षा प्रदान करते हैं| तो कोई दस वर्षो के लिए भी करते हैं| ऐसे में यदि महिला को दुबारा गर्भधारण करना हो तो वो इसे डॉक्टर की मदद से निकाल भी सकते हैं|
कॉपर टी के क्या हानिकारक प्रभाव होते हैं:-
आप भी जानते हैं यदि कोई सुविधा होती हैं तो उसकी अच्छी बातों के साथ कुछ न कुछ बुरी बातें भी होती हैं| तो आइये जानते हैं कॉपर टी क्या हानिकारक प्रभाव होते हैं|
- इसके कारण कई बार गर्भाशय में खुजली आदि की समस्या उत्तपन हो जाती हैं|
- योनि में दाने आदि हो जाते हैं|
- एलर्जी आदि की भी समस्या खड़ी हो जाती हैं|
- इसे लगाने के कुछ घंटो तक आपको सर दर्द व् पेट दर्द की समस्या रह सकती हैं|
- कुछ औरतो को इसके कारण रक्त का प्रवाह योनि में से होता रेत हैं| और उसके बाद अनियमित महावारी होने लगती हैं|
- ये किसी भी संक्रमण रोग से आपको सुरक्षा प्रदान नहीं करता हैं|
- इसके कारण कई बार पेट के nichle हिस्से में दर्द होता रहता हैं|
कॉपर टी के क्या लाभ होते हैं:-
- इससे अनचाहे गर्भधारण का खतरा नहीं रहता हैं|
- दवाई लेने की कोई जरुरत नहीं होती हैं|
- बहुत ज्यादा महँगा भी नहीं होता हैं|
- बच्चो को स्तनपान करने में कोई दिक्कत नहीं आती हैं|
- महिलाएं किसी भी समय निकलवा सकती हैं|
- लगाने के तुरत बाद ही काम शुरू कर देता हैं|
किस किस अवस्था मेडॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए:-
- यदि कॉपर टी का धागा आपके साथी को सम्भोग के दौरान छूता हैं|
- यदि ज्यादा पेट में दर्द होने लगता हैं|
- यदि महावारी न हो, या अनियमित महावारी हो|
- योनि से ज्यादा खून का प्रवाह हो रहा हो|
- खून के साथ बहुत ज्यादा दुर्गन्ध आ रही हो|
- यदि दर्द के साथ बुखार आदि की परेशानी हो|
- यदि परिवार में नए मेहमान को लाना चाहती हो|
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Kiya c t lagana par 1 yer kea bad nikal saktA hai
cocpper-T laga huaa hai lakin yoni me thora sa hisa nikla huaa hai
हो सकता है एक धागा बाहर दिख रहा हो. चाहे तो आप अपने डॉक्टर से बात कर सकते है,
Agar dhaga nikal jaye to doctor ko dikhana chahiye
ऐसा कई महिलाओं में होता है की धागा बाहर दीखता है, आप चाहे तो डॉक्टर को दिखा सकती है!