पनीर दूध का निम्बू या सिरके द्वारा खमीरीकरण कर बनाया जाता है। एशिया और खासतौर पर एशिया के भारत में बहुत से व्यंजनों और सब्जियों में पनीर सबसे ज्यादा इस्तमाल होता है। पनीर क्योंकि दूध से बना होता है, इसीलिए इसमें दूध के सभी गुण होते है। पनीर में प्रोटीन और काम्प्लेक्स बी भरपूर मात्रा में पाया जाता है। पनीर एक बहुत अच्छा स्रोत है मिनरल्स का भी जैसे की कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, फॉस्फोरस, जिंक और सेलेनियम। यह सभी मिनरल्स हमारे शरीर में बहुत महत्वपूर्ण काम करते है।
जो लोग स्पोर्ट्स खेलते है उनके लिए पनीर प्रोटीन का एक बहुत अच्छा स्रोत है। अब बात अगर प्रेगनेंसी की करे तो प्रेगनेंसी में पनीर का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है। पनीर का सेवन बेबी की ग्रोथ और उसके विकास के लिए बहुत अच्छा होता है। गर्भावस्था के दौरान रेगुलर मील्स में दो से तीन बार थोड़ी थोड़ी मात्रा में उसका सेवन किया जा सकता है।
गर्भावस्था के दौरान अक्सर असमय भूख लग जाती है, और असमय की भूख को मिटाने के लिए पनीर सबसे अच्छा ऑप्शन है। पनीर की थोड़ी सी मात्रा को पकाकर या फिर सलाद में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। आइये जानते है पनीर के सेवन के कौन कौन से लाभ मिलते है गर्भावस्था के दौरान।
एक्स्ट्रा स्टैमिना या ताकत
पनीर में मौजूद प्रोटीन शरीर को ज्यादा एनर्जी और ज्यादा ताकत देती है और इससे शरीर का स्टैमिना लेवल भी बढ़ता है। गर्भावस्था के दौरान महिला का एनर्जी लेवल बहुत कम हो जाता है क्योंकि इस दौरान गर्भवती महिला को बहुत से हार्मोनल बदलावों से गुजरना पड़ता है। इस सभी समस्याओं का सामना करने के लिए पनीर बहुत अच्छा स्नैक्स है। 100 ग्राम पनीर के सेवन से 265 kcal एनर्जी हमे मिलती है। इसके सेवन से गर्भवती महिला को बहुत सी एनर्जी मिलती है जिससे उनका स्टैमिना लेवल बना रहता है।
इसके नियमित सेवन से गर्भवती महिला की प्रोटीन की जरुरत भी पूरी होती है। इससे मिलने वाले प्रोटीन से बेबी के मसल्स और टिश्यू का भी निर्माण होता है। पनीर को प्रोटीन का पावर हाउस भी कहा जाता है। गर्भवती महिला के लिए पनीर का सेवन बहुत ही फायदेमंद होता है।
हड्डियों की मजबूती
पनीर फॉस्फोरस और कैल्शियम तत्वों से भरा होता है और यही कैल्शियम और फॉस्फोरस भ्रूण की हड्डियों के निर्माण के लिए बहुत ही लाभकारी होता है। भ्रूण की विकास के साथ साथ पनीर गर्भवती महिला की हड्डियों को भी मजबूत बनाता है। पनीर का कैल्शियम नर्वस सिस्टम को भी मजबूत बनाता है।
सही वेट
गर्भावस्था के दौरान वेट का बढ़ना जरुरी होता है पर वेट सही मात्रा में बढ़ना चाहिए। गर्भावस्था के दौरान जरुरत से अधिक वेट बढ़ना शिशु और माँ दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है। और पनीर एक ऐसा प्रदार्थ है जिससे थोड़ी ही मात्रा से हमे बहुत सा प्रोटीन और जरुरी मिनरल्स मिलते है जिससे भोजन की अधिक मात्रा खाने की जरुरत नही पड़ती और वेट भी सही मात्रा में बढ़ता है।
एंटी इंफ्लेमेटरी गुण
पनीर में बहुत से एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है। इसके इन्ही गुणों के कारण प्रेगनेंसी के दौरान जोड़ो के दर्द और सूजन से छुटकारा मिलता है। पनीर का यह गुण गर्भवती महिला को बहुत सा फायदा पहुंचाता है।
एंटीऑक्सीडेंट तत्व
पनीर में मौजूद सेलेनियम एंटीऑक्सीडेंट तत्वों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। हमारे शरीर को बहुत थोड़ी सी मात्रा में ही सेलेनियम की जरुरत होती है। सेलेनियम हमारे शरीर मे डीएनए सेल्स को सुरक्षा भी प्रदान करता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट तत्व गर्भवती महिला के सेहत, त्वचा और बालों बहुत ही गुणकारी होता है।
सबसे खास यह है के पनीर के सेवन से गर्भवती महिला बोर भी नहीं हो सकती क्योंकि पनीर का हम अलग अलग तरीके से इस्तेमाल कर सकते है जैसे की पनीर से मीठाईयाँ, सब्जियाँ, स्नैक्स और सलाद के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते है।