प्रेगनेंसी के दौरान ही नहीं बल्कि डिलीवरी के बाद भी महिला बहुत से शारीरिक व् मानसिक बदलाव का अनुभव कर सकती है। क्योंकि बच्चे के जन्म के बाद महिला का शरीर बहुत कमजोर हो जाता है जिसके कारण महिला को शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही शारीरिक परेशानियों के कारण और बच्चे की केयर को लेकर महिला मानसिक रूप से भी परेशानी का अनुभव कर सकती है।
महिला की चाहे नोर्मल डिलीवरी हो या सिजेरियन डिलीवरी हो बच्चे के जन्म के बाद महिला को अपने शरीर की ताकत, फिटनेस को वापिस लाने में थोड़ा समय लगता है। और महिला के जल्दी से जल्दी रिकवर होने के लिए सबसे जरुरी होता है की एक तो महिला अपने खान पान का ध्यान रखें साथ ही भरपूर आराम करें। क्योंकि जितना हेल्दी फ़ूड महिला खाती है और जितना आराम करती है उतना ही जल्दी महिला को फिट होने में मदद मिलती है।
ऐसे में डिलीवरी के बाद ऐसे बहुत से सवाल होते हैं जो महिला के मन में चल रहे होते हैं जिन्हे लेकर महिला बहुत परेशान हो सकती है। जैसे की महिला का पेट अंदर कब जाएगा, टाँके कब तक ठीक होंगे, बच्चे की केयर को लेकर सवाल, डिलीवरी के बाद सम्बन्ध कब बनाया जा सकता है, आदि। तो आइये आज इस आर्टिकल में हम आपसे डिलीवरी के बाद महिला को सम्बन्ध कब बनाना चाहिए इस बारे में बात करने जा रहे हैं।
जब तक टाँके ठीक न हो जाएँ
डिलीवरी के बाद टाँके जब तक अच्छे से घुल न जाएँ तब तक गलती से भी कपल को सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए। क्योंकि यदि टाँके ठीक होने से पहले कपल सम्बन्ध बना लेता है तो इसके कारण टांकों के खुलने का डर रहता है, साथ ही महिला को भी बहुत ज्यादा परेशानी का अनुभव होता है।
ब्लीडिंग खत्म नहीं होने तक
डिलीवरी के बाद कम से कम चार से पांच हफ्ते तक महिला को ब्लीडिंग हो सकती है। शुरूआती दिनों में यह ब्लीडिंग ज्यादा फिर धीरे धीरे कम होने लगती है। ऐसे में ब्लीडिंग होने तक यदि महिला सम्बन्ध बनाती है तो इसके कारण शारीरिक रूप से परेशानी होने के साथ महिला को इन्फेक्शन होने का खतरा भी रहता है। इसीलिए महिला को कोई दिक्कत न हो इसके लिए महिला को डिलीवरी के बाद ब्लीडिंग होने तक बिल्कुल भी सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए।
कम से कम इतने समय के लिए इंतज़ार करें
यदि किसी महिला की डिलीवरी नोर्मल होती है तो उसके बाद कम से कम पांच से छह हफ्ते बाद तक बिल्कुल भी सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए। और यदि महिला की डिलीवरी सिजेरियन होती है तो कम से कम आठ से नौ हफ्ते तक महिला को सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए।
जब तक महिला तैयार न हो
प्रसव के बाद कुछ महिलाएं मानसिक रूप से परेशान हो जाती है जिसकी वजह से महिला की सम्ब्नध बनाने की इच्छा में कमी आ सकती है। ऐसे में जब तक महिला स्वयं को सम्बन्ध बनाने के तैयार न हो तब तक महिला को न तो खुद सम्बन्ध बनाना चाहिए और न ही महिला के पार्टनर को उसके साथ किसी तरह की जबरदस्ती करनी चाहिए। क्योंकि ऐसा करने से महिला को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
डॉक्टर से राय लें
डिलीवरी होने के बाद सम्बन्ध बनाने से पहले एक बार महिला के स्वास्थ्य की सही जानकारी लेने के लिए डॉक्टर से मिलना चाहिए। यदि महिला स्वस्थ हो गई है तो महिला सम्बन्ध बना सकती है। यदि नहीं, तो महिला को बिल्कुल भी सम्बन्ध नहीं बनाना चाहिए।
डिलीवरी के बाद सम्बन्ध बनाते समय इन बातों का ध्यान रखें
- किसी भी तरह की प्रोटेक्शन का इस्तेमाल जरूर करें।
- महिला का सम्बन्ध बनाने का मन नहीं है तो पहले महिला को तैयार करें उसके बाद सम्बन्ध बनाएं।
- कुछ भी नया ट्राई नहीं करें।
- ध्यान रखें की सम्बन्ध बनाते समय महिला को कोई दिक्कत न हो।
तो यह हैं डिलीवरी के बाद सम्बन्ध कब बनाना चाहिए उससे जुड़े कुछ टिप्स, यदि आपकी अभी डिलीवरी हुई है तो सम्बन्ध बनाने में जल्दी न करें। बल्कि इन बातों का ध्यान रखें। ताकि डिलीवरी के बाद सम्बन्ध बनाने पर आपको किसी भी तरह की परेशानी न हो।