डिलीवरी के समय प्रेग्नेंट महिला को क्या-क्या करना चाहिए

यदि प्रेग्नेंट महिला को इस बात की थोड़ी भी जानकारी हो की डिलीवरी के समय उसे क्या करना चाहिए। तो इससे महिला को डिलीवरी को आसान बनाने में मदद मिलती है। क्योंकि डिलीवरी के बारे में जानकारी होने पर महिला को तनाव, घबराहट जैसी परेशानियां नहीं होती है। जिससे महिला को थोड़ा रिलैक्स महसूस होता है। प्रसव का अनुभव बेशक महिला के लिए दर्द से भरा हुआ होता है।

लेकिन कुछ बातों का यदि ध्यान रखा जाये तो महिला को इस दर्द में भी अपने आप को सँभालने में मदद मिलती है। और साथ ही डिलीवरी को जल्दी होने में मदद मिलती है। तो आज इस आर्टिकल में हम आपको डिलीवरी के दौरान महिला को क्या- क्या करना चाहिए जिससे प्रसव को जल्द से जल्द होने में मदद मिल सके और महिला की तकलीफ को कम करने में फायदा हो उस बारे में बताने जा रहे हैं।

धैर्य रखें

डिलीवरी के दौरान होने वाले दर्द में खुद को संभाल पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है लेकिन इस दौरान महिला को धैर्य रखना चाहिए। क्योंकि महिला जितने अच्छे से अपने आप को कण्ट्रोल करती है उतना ही ज्यादा डिलीवरी में आने वाली कॉम्प्लीकेशन्स कम होती है।

थोड़ी देर खड़े रहें या झुकें

यदि आपको ऐसा लग रहा है की आपको दर्द हो रहा है और डिलीवरी होने वाली है तो ऐसे में डिलीवरी में ज्यादा देरी न हो। इसके लिए आपको थोड़ी देर खड़े रहना चाहिए या घूमना चाहिए क्योंकि इससे डिलीवरी और जल्दी होने में मदद मिलती है। या फिर आप दीवार या पलंग को पकड़कर थोड़ा झुकें। ऐसा करने से भी डिलीवरी जल्दी होने में मदद मिलती है।

पुश करें

गर्भवती महिला को यदि लेबर पेन हो रहा है तो उसे लेटकर नीचे की तरफ पुश करना चाहिए। क्योंकि जितना ज्यादा महिला पुश करती है उतना जल्दी बच्चेदानी का मुँह खुलता है। उतनी ही जल्दी आपको इस दर्द से राहत मिलने के साथ आपके बच्चे का जन्म जल्दी से जल्दी होता है।

श्वसन व्यायाम

महिला को प्रसव का समय आने पर लम्बे लम्बे सांस लेने की कोशिश करनी चाहिए। क्योंकि इससे बॉडी में ऑक्सीजन का फ्लो अच्छे से होता है जिससे आपको शांत रहने और तनावमुक्त रहने में मदद मिलती है। जिससे आपको डिलीवरी को आसान बनाने में मदद मिलती है।

आराम करें

वैसे प्रसव पीड़ा के दौरान महिला का आराम करना मुश्किल होता है लेकिन प्रसव पीड़ा शुरू होते ही बच्चा जन्म ले ऐसा जरुरी नहीं होता है। क्योंकि कुछ महिलाओं को कई बार दो दो दिन तक प्रसव पीड़ा होने के बाद भी डिलीवरी नहीं होती है। ऐसे में महिला को थोड़ा आराम करना चाहिए। क्योंकि आराम करने से महिला को थोड़ी ऊर्जा मिलती है जो प्रसव पीड़ा को लम्बे समय तक सहन करने में महिला की मदद करती है।

मालिश

यदि आपके साथ कोई है आपके घर का सदय या आपका पार्टनर तो आप थोड़ा कमर की मालिश करवाएं ऐसा करने से भी आपको आराम पहुंचेगा।

किसी न किसी को साथ रखें

प्रसव के दौरान किसी न किसी को अपने साथ जरूर रखें क्योंकि इससे आपका हौसला बढ़ेगा साथ ही यदि किसी भी समय आपको कोई दिकंकत होगी तो वो तुरंत डॉक्टर को बुला देगा। या आपको कोई चीज चाहिए होगी तो उसमे भी आपको मदद मिलेगी।

प्रसव पीड़ा न हो तो डॉक्टर की राय लें

यदि डिलीवरी डेट निकल गई है और आपको प्रसव पीड़ा नहीं हो रही है और डॉक्टर द्वारा दी गई दवाइयों से भी दर्द शुरू नहीं हो रहा है। तो ऐसे में आपको डॉक्टर की सलाह मानी चाहिए, इसके अलावा प्रसव पीड़ा शुरू होने के बाद आपको जो जो डॉक्टर कह रहे हैं आपको उन सभी बातों को मानना चाहिए और वैसा ही करना चाहिए।

तो यह हैं कुछ काम जो डिलीवरी के दौरान महिला को करने चाहिए। ऐसा करने से महिला को प्रसव के लिए मजबूत बनने और प्रसव पीड़ा के दौरान होने वाली दिक्कतों को कम करने में मदद मिलती है।

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